सबको उम्मीद है कि आज 41 मजदूर अपने परिजनों को देख पाएंगे। सुरंग के बाहर ही बैठे परिवार वालों की भावनाओं को भी उत्तरकाशी की सर्दी डिगा नहीं पा रही है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर सब ठीक रहा तो आज मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आज ही रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है. टनल में फंसे सभी 41 मजदूर बाहर आ सकते हैं. ऑर्गर मशीन से ड्रिलिंग का काम चल रहा है, बहुत तेजी से ऑर्गर मशीन कर रही है
उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए राहत और बचाव का काम तेज कर दिया है। अगले कुछ घंटों में अहम खबर मिलने की उम्मीद है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है। अगले दो दिनों में मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्हें खाना-दवाएं भेजी गई हैं। जानिए अबतक का अपडेट-
स्थानीय लोगों का मानना है कि बौख नाग देवता का प्रकोप ही है जिसकी वजह से पहले तो सुरंग में 41 मजदूर फंस गए और अब उन्हें निकालने में तमाम तरह की दिक्कतें पेश आ रही हैं।
इस वक्त सबसे बड़े राहत की बात ये है कि सुरंग में फंसे सभी के सभी मजदूर सही-सलामत हैं। सबकी गिनती हो गई है और सबसे बातचीत भी हो रही है। मजदूरों के साथ साथ उनका परिवार वालों का भी हौसला बढ़ गया है, जिंदगी की नई उम्मीद जागी है।
उत्तरकाशी में सिलक्यारा-बारकोट के बीच बन रही सुरंग में हुए हादसे को हुए 10 दिन हो गए हैं। अंदर फंसे मजदूरों को निकालने का अभियान अभी तक जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे मजदूरों को सोमवार को पहली बार खाना भेजा गया। इसकी जानकारी खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया के जरिए दी।
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरग धंसने के मामले में पीएमओ ने सभी एजेंसियों से इस हादसे की रिपोर्ट मांगी है। वहीं पीएम मोदी ने खुद सीएम धामी को फोन कर हादसे की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने टनल में फंसे मजदूरों को दिए जा रहे राहत कार्यों की भी जानकारी ली।
उत्तराखंड के टनल दुर्घटना के बाद से ही 41 मजदूर इसमें फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस बीच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी हालात का जायजा लेने के लिए उत्तराखंड पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि अगर ऑगर मशीन ने ठीक तरीके से काम किया तो हम पीड़ितों तक जल्द ही पहुंच बना लेंगे।
उत्तरकाशी के टनल में अब भी 41 मजदूर फंसे हुए हैं। इस बीच हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचे हैं। उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। बता दें कि पिछले 8 दिनों से मजदूर इस टनल में फंसे हुए हैं।
उत्तराखंड सुरंग हादसे को लेकर आज सातवें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। उत्तरकाशी में हाईवे के लिए बन रही सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने का काम आज सातवें दिन भी जारी है जहां ड्रिलिंग में चट्टान परेशानी बन रही है। इस बीच टनल के अंदर 2 मजदूरों की तबीयत खराब हो गई है जिसके बाद से टेंशन और ज्यादा बढ़ रही है।
उत्तराखंड में एक तरफ जहां टनल के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने का प्रयास जारी है। वहीं दूसरी तरफ एक सड़क हादसा देखने को मिला है। यहां यात्रियों से भरी एक जीप गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 5 दिन से भी ज्यादा समय से फंसे मजदूरों के जल्द रेस्क्यू की उम्मीदें बढ़ गई हैं क्योंकि नई ऑगर मशीन ने शुक्रवार सुबह तक 21 मीटर मलबा भेद दिया था।
सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से उसमें फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है, हालांकि एक ताजा भूस्खलन की वजह से इसमें थोड़ी अड़चन जरूर आई है।
एक तरफ जहां मलबा हटाने का काम चल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सुरंग के दूसरे छोर पर पाइप डालने का काम भी किया जा रहा है। एनडीआरएफ सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को निकालने के लिए 900 मिलि मीटर का स्टील पाइप डालने की कोशिश कर रही है।
Uttarakhand Land Slide: दिवाली के दिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ है....। लैंड स्लाइडिंग की वजह से एक टनल के अंदर 30 से 35 मजदूर फंस गए हैं.. दरअसल, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क बनाने का काम चल रहा है .. जिसके तहत सिलक्यारा से डंडालगांव तक सुरंग बनाया जा रहा है ।
उत्तराखंड स्थापना दिवस के मौके पर देश की राष्ट्रपति शामिल हुईं। उन्होंने कार्यक्रम में भाग लिया और लोगों को संबोधित करते हुए बधाई भी दी।
UKPSC Recruitment: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग यानी यूकेपीएससी की तरफ से कार्यकारी अधिकारी और कर एवं राजस्व निरीक्षक परीक्षा-2023 के लिए परीक्षा तिथि जारी कर दी गई है। बता दें कि परीक्षा राज्य के 13 जिलों के 20 शहरों में आयोजित की जाएगी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़