यूपी में मुख्यमंत्री कौन बनेगा - योगी, प्रियंका या अखिलेश?। इसे लेकर ग्राउंड जीरो पर इंडिया टीवी ने रिसर्च किया। जानिए क्या है कहता है इंडिया टीवी का ओपिनियन पोल।
समाजवादी पार्टी ने यूपी चुनाव के लिए अब तक अपनी एक ही लिस्ट जारी की है। क्या अखिलेश यादव दंगाई चेहरों को लिस्ट में शामिल करने के आरोप के बाद अखिलेश यादव फंस गए हैं ? क्या इस बार चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा लॉ एंड आर्डर का बन चुका है? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
Kanpur जिले की 10 विधानसभाओं में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोटिंग होगी. सभी दलों के संभावित उम्मीदवारों के बीच चुनावी रंग दिखने लगा है. सभी दल अपने वोटरों को साधने और अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं. इस बार चुनाव में कानपुर कैंट विधानसभा सीट पर BJP, SP और Congress के उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर होगी. पिछले चुनाव में सपा और कांग्रेस गठबंधन का लाभ कांग्रेस उम्मीदवार को मिला था. कांग्रेस के सुहैल अंसारी ने यहां शानदार जीत हासिल की थी. Kanpur City की कैंट विधानसभा सीट मुस्लिम (Muslim Voters) बाहुल क्षेत्र है. यहां सबसे अधिक मुसलमान वोटर हैं. भाजपा 1991 से इस सीट पर जीतती आ रही थी. भाजपा के सतीश महाना इस सीट पर पांच बार विधायक चुने गए. लेकिन 2017 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा यहां कमल खिलाने में नाकामयाब रही. इस बार भाजपा पिछले चुनाव में मिली हार से सबक लेकर फिर से यहां कमल खिलाना चाहेगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की कानपुर नगर की कैंट विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की Deoria District की Salempur assembly seat 2012 से SC-ST के लिए आरक्षित है. 2017 में BJP के Kali Prasad ने यहां जीत हासिल की थी. इस सीट पर Congress का दबदबा रहा है. Congress ने यहां 5 बार, BSP-3, SP और BJP ने दो-दो बार यहां जीत हासिल की है. Salempur assembly seat दलित बाहुल्य मानी जाती है. इस क्षेत्र में Dalit voters की संख्या सबसे अधिक है. इस बार Salempur में Assembly Election 3 मार्च को कराए जाएंगे. चुनाव में जनता किस दल के उम्मीदवार को विजयी बनाती है, यह चुनाव परिणामों के बाद ही पता लग पाएगा. फिलहाल सभी दलों ने इस सीट पर अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Deoria District की Salempur Assembly Constituency की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Utter Pradesh की Siwalkhas Assembly Seat Meerut District में पड़ती है. 2017 के Assembly Elections में BJP के Jitendra Pal Singh MLA चुने गए. Election commission ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 Assembly Seatsकी तारीखों का एलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश में इस बार चुनाव 7 चरणों में कराए जाएंगे. Siwalkhas Assembly Seat पर सभी दल अपना दावा ठोक रहे हैं. जनता चुनाव में किसके पक्ष में वोटिंग करेगी यह चुनाव परिणाम में पता चल जाएगा. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के जितेंद्र पाल सिंह सिवालखास विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. इस बार सिवालखास विधानसभा सीट पर 10 February को मतदान होगा. सभी दलों ने चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मेरठ जिले की सिवालखास विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh में इस बार Assembly Elections 7 चरणों में कराए जाएंगे. चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. सभी दलों के संभावित उम्मीदवारों के बीच चुनावी रंग दिखने लगा है. सभी दल अपने वोटरों को साधने और अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं. इसी चुनावी माहौल के बीच Noida का कारोबारी वर्ग चुनाव में किन मुद्दों को लेकर वोटिंग करेगा. बीते पांच सालों में Noida के कारोबारियों को किस प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. कोरोना संक्रमण का नोएडा के कारोबार पर कितना असर देखने को मिला. इन सब सवालों की तलाश में 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Noida के कारोबारियों के बीच पहुंचा. जहां व्यापारियों ने आगामी चुनाव और कारोबार में आ रही दिक्कतों के अलावा सरकार से उनकी अपेक्षाओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Purquazi Assembly seat Uttar Pradesh के Muzaffarnagar District की 6 विधानसभाओं में से एक है. 2012 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हुआ था. जिसमें BSP प्रत्याशी Anil Kumar ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 के Assembly Elections में BJP ने इस सीट पर कब्जा कर लिया. Purquazi Seat पर सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता हैं. BJP चुनाव में इस सीट पर दोबारा विजय हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देगी. वहीं BSP, SP और Congress समेत तमाम सियासी दल इस सीट पर BJP को मात देने के लिए चुनावी रणनीति बनाने में लग चुके हैं. चुनाव में किस दल का उम्मीदवार इस सीट से विजयी होता है यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चल पाएगा. Purquazi में इस बार 10 February को वोटिंग होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Muzaffarnagar District की Purkaji Assembly Constituency की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की Mainpuri हमेशा से ही SP का गढ़ माना जाता रहा है. Mainpuri की चार Assembly Seats में से एक Bhogaon पर BJP का कब्जा है. 2017 के Assembly Elections में BJP के Ramnaresh Agnihotri ने Mulayam Singh के गढ़ में कमल खिलाया था. BJP ने Ramnaresh की जीत से खुश होकर उन्हें Yogi मंत्रिमंडल में जगह दी. Bhogaon Assembly Area में सबसे अधिक Lodhi और Shakya बिरादरी के वोटर हैं. इसके अलावा Thakurs, Yadavs, Brahmins and Dalits वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इस बार के चुनाव में SP अपने गढ़ से BJP को बाहर करने का हर संभव प्रयास करेगी. वहीं BJP चुनाव में अपने जीत के सिलसिले को जारी रखना चाहेगी. भोगांव में इस बार 20 February को वोटिंग होगी. सभी दलों ने यहां जीत के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Mainpuri District की Bhogaon Assembly Area की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
हाल ही में मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव BJP में शामिल तो वहीं अब ये खबर आ रही है कि अखिलेश के परिवार के एक और सदस्य भाजपा में शामिल हो गए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के लिए एक और मुसीबत RLD को दिए गए सीटों के रूप में आई है। खबर है कि पार्टी ने जो सीट RLD को दिए हैं उन सीटों के खिलाफ बगावत हो गई है। देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। लेकिन BJP सांसद सुब्रत पाठक ये दावा कर रहे हैं कि अखिलेश वहां से जीत नहीं पाएंगे। उनका मुकाबला बीजेपी के संजीव यादव से होगा।
यूपी चुनाव से पहले जहां BJP के कई चेहरे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए वहीं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव कल BJP में शामिल हो गईं। इसी मुद्दे पर बड़ी बहस देखिए कुरुक्षेत्र में सौरव शर्मा के साथ।
यूपी चुनाव जल्द होने वाले हैं। अखिलेश यादव ने इसे लेकर वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो समाजवादी पेंशन बढ़ा दिया जाएगा। इस पर योगी आदित्यनाथ ने उन्हें 'वायदे आज़म' कह दिया। कौन है उत्तर प्रदेश का वायदे आज़म? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
विशाल मंदिरों और सुंदर धार्मिक संरचनाओं से लेस Mathura देश के लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है. पौराणिक कथाओं के अनुसार मथुरा में ही Lord Krishna का जन्म हुआ था. हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु बृज भूमि में भगवान कृष्ण के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं. जन्माष्टमी, बसंत पंचमी, होली और दीपावली जैसे त्योहारों में बृज की एक अनोखी छठा ही देखने को मिलती है. सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के अलावा मथुरा का राजनीतिक महत्व किसी से छिपा हुआ नहीं है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गहमागहमी बढ़ चुकी है. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में Chata, Mant, Goverdhan, Mathura, Baldeo 5 विधानसभा सीटें आती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में मथुरा की पांच में से 4 विधानसभा सीटों पर BJP ने कब्जा किया था. केवल मांट विधानसभा सीट को BSP अपने कब्जे में करने में कामयाब रही थी. इस बार मथुरा जिले की सभी पांचों सीटों पर वोटिंग 10 फरवरी को कराई जाएगी. इस बार जिले के लोगों की नजर मथुरा विधानसभा सीट पर है. इसका मुख्य कारण यहां से SP-RLD Alliance ने सादाबाद के पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला प्रदेश के ऊर्जा मंत्री Shrikant Mishraसे होगा. मथुरा की सभी पांचों सीट पर किस दल का उम्मीदवार चुनाव जीतेगा यह तो चुनाव के बाद परिणाम में पता चलेगा. सभी दलों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मथुरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh में गन्ना Farmers और चीनी मिल हमेशा से ही सभी दलों के लिए एक अहम चुनावी मुद्दा रहा है. कुछ चीनी मिलों को छोड़ दें तो आजादी के बाद से लेकर अब तक देश में कई चीनी मिले बंद हो चुकी हैं. कई बंद होने की कगार पर हैं. जो चल भी रही उनकी हालत बहुत अच्छी नहीं है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) की तारीखों का एलान कर दिया गया है. इस बार प्रदेश में 7 चरणों में मतदान होगा. सभी दल जीत के लिए सियासी रणनीति बनाने में लग चुके हैं. ऐसे में गन्ना किसान और चीनी मिलों से जुड़े मुद्दों को भुलाया नहीं जा सकता. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने Najibabad Sugar Mill, Bijnor पहुंची. जहां चीनी बनाने की प्रक्रिया को जानने की कोशिश की. साथ ही वहां काम करने वाले मजदूरों और गन्ना किसानों और इस कारोबार से जुड़े लोगों ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बात रखी.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 के लिए सभी दलों ने तैयारियां शुरु कर दी है. लेकिन इस सियासी उठापटक के बीच Aligarh का ताला व्यापार की अपनी मुश्किलें हैं. जिस तरफ किसी दल का ध्यान नहीं जाता. बीते दो सालों से Covid Pendemic के कारण वैश्वविक मंदी की मार झेल रहा अलीगढ़ का ताला कारोबार आज अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है. बीते कुछ सालों में ताला बनाने में इस्तेमाल होने वाली धातुओं के दाम 15-35 फीसदी तक बढ़ गए हैं. कोरोना संक्रमण के चलते लागत लगातार बढ़ रही है लेकिन कारोबार निरंतर घट रहा है. कारोबारियों को अब ऑर्डर कम मिलने लगे हैं. इस कारोबार से जुड़े लोगों की माने तो अलीगढ़ में 5 हजार से भी अधिक ताला बनाने वाली यूनिट हैं. जिनमें लाखों लोगों को रोजगार मिलता है. अलीगढ़ ताला उद्योग (Aligarh Lock Industry) से जुड़े लोग इस बार विधानसभा चुनाव में किन मुद्दों को लेकर वोटिंग करेंगे. इन सब सवालों का जवाब खोजने के लिए 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की अलीगढ़ के ताला कारोबार से जुड़े लोगों के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने कारोबार और आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की सभी 403 Assembly Seats के लिए चुनाव तारीखों का एलान कर दिया गया है. इस बार प्रदेश में 7 phases में चुनाव होगा. ऐसे में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी Sahibabad Assembly Seat पर मुकाबला भी रोचक होने वाला है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल साढ़े आठ लाख वोटर हैं. 2008 में परिसीमन के बाद इसे विधानसभा सीट बनाया गया और 2012 में पहली बार साहिबाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव हुआ. 2012 में BSP के अमरपाल यहां से विधायक चुने गए. लेकिन 2017 में BJP ने बसपा से यह सीट छीन ली. 2017 में भाजपा के सुनील कुमार शर्मा जीतकर विधानसभा पहुंचे. इस बार भाजपा पर साहिबाबाद विधानसभा सीट पर जीत दोहराने का दबाव होगा. वहीं दूसरी तरफ बसपा, SP और Congress समेत तमाम दल भाजपा को साहिबाबाद सीट से उखाड़ फेकने की कोशिश करेंगे. इस बार साहिबाबाद विधानसभा सीट पर वोटिंग 10 फरवरी को होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Ghaziabad जिले की साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 की तारीखों का एलान हो चुका है. इसी के साथ सियासी पारी भी चढ़ने लगा है. उत्तर प्रदेश विधानसभा में Noida विधानसभा सीट की अपनी खासियत है. यह प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार है. फिलहाल इस सीट पर BJP का कब्जा है. रक्षा मंत्री Rajnath Singh के बेटे Pankaj Singh नोएडा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं. 2012 में भी इस सीट पर भाजपा के Dr. Mahesh Sharma चुनाव जीतकर विधायक बने थे. लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद उन्हें नोएडा विधानसभा सीट को छोड़ना पड़ा. भाजपा ने इस बार भी विधानसभा चुनाव के लिए पंकज सिंह को टिकट दिया है. नोएडा विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव 10 फरवरी को कराया जाएगा. चुनाव में किस पार्टी का उम्मीदवार जीतता इसका फैसला चुनाव परिणाम घोषित होने पर चल जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की गौतम बुद्ध नगर जिले की नोएडा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की Mainpuri Assembly Seat को Samajwadi Party (SP) का गढ़ माना जाता है. मैनपुरी समाजवादी पार्टी के संस्थापक Mulayam Singh Yadav का गृह जिला भी है. मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का दबदबा है. यही कारण है कि 2014 और 2019 में प्रचंड मोदी लहर का इस सीट पर कोई असर नहीं पड़ा. 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के Raj Kumar Yadav उर्फ राजू यादव विजयी हुए. मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र में 21 फीसदी यादव मतदाता हैं. उनके बाद 15 फीसदी शाक्य, 11 फीसदी ठाकुर, 8 फीसदी ब्राह्मण, 15 फीसदी एससी और छह फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. इस बार प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होगा. मैनपुरी विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मैनपुरी जिले की मैनपुरी सदर विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनाव से पहले बाटला हाउस केस जिंदा कैसे हुआ ? इस पर देखिए सबसे बड़ी बहस Muqabla सिर्फ इंडिया टीवी पर
2008 में Husainganj को नया विधानसभा सीट बनाया गया. यह क्षेत्र धार्मिक कारणों से भी प्रसिद्ध है. ऐसा माना जाता है कि महर्षि भृगुजी ने भिठौरा गंगा घाट के किनारे तपस्या की थी. जिसके कारण इसे छोटा काशी (Chota Kashi)भी कहा जाता है. हुसैनगंज विधानसभा सीट पर अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाता सबसे अधिक हैं. उनके बाद Maurya और Lodhi वर्ग के लोग आते हैं. इसलिए इस सीट पर किसी भी दल के उम्मीदवार की हार या जीत का फैसला अल्पसंख्यक और ओबीसी मतदाता मिलकर करते हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के रणवेंद्र प्रताप सिंह विजयी हुए. रणवेंद्र प्रताप सिंह वर्तमान योगी सरकार में खाद्य एवं रशद राज्य मंत्री हैं. Uttar Pradesh Election 2022 की तारीखों का एलान कर दिया गया है. हुसैनगंज विधानसभा सीट पर वोटिंग 23 फरवरी को होगी. जिसे देखते हुए सभी दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की फतेहपुर जिले की हुसैनगंज विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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