जहां मतदान का प्रतिशत नहीं बढ़ने के पीछे कोविड-19 महामारी को एक प्रमुख वजह के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मतदाताओं ने चुनाव में अब तक सभी पार्टियों को आजमा लिया है लिहाजा उनमें अब मतदान के प्रति वह जोशोखरोश नहीं रहा।
Deoria District की Rudrapur Assembly Seat यूं तो पिछड़े क्षेत्रों में शुमार है. यहां अन्य समस्याओं के साथ-साथ बाढ़ सबसे बड़ी समस्या है. लेकिन यह विधासभा सीट हाई प्रोफाइल सीट क रूप में जानी जाती है. कभी कांग्रेस के लिए यह सीट उसका गढ़ हुआ करती थी, BJP भी यहां से तीन बार चुनाव जीत चुकी है. यहां निषाद मतदाता बहुसंख्यक हैं. 2017 में भाजपा की टिकट पर Jai Prakash Nishad चुनाव जीते थे. 1991 से लगातार चुनाव लड़ रहे जय प्रकाश को लगातार दो बार जीत हासिल नहीं हुई. क्या इस बार यह रिकॉर्ड टूटने वाला है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रुद्रपुर विधानसभा में जनता का मूड समझने पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Gorakhpur District की Chillupar Assembly Seat पर बाहुबली नेता Harishankar Tiwari ने 1985 से 2002 तक लगातार 6 बार जीत दर्ज की थी. वहीं 2017 में उनके बेटे Vinay Shankar Tiwari BSP की टिकट पर यहां से चुनाव जीते. इस चुनाव में विनय शंकर तिवारी SP के टिकट पर मैदान में हैं. जिनका मुकाबला BJP के Rajesh Tripathi से है. अब देखना होगा जनता किसको 2022 में चिल्लूपार का सिकंदर बनाती है? जनता का मन टटोलने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चिल्लूपार विधानसभा पहुंची थी. आप भी सुनिए. जनता ने क्या कहा?
UK में भी भारत में चल रहे चुनाव की पुरज़ोर चर्चा हो रही है। UK में एक नया नज़ारा दिखा जहां योगी आदित्यनाथ के समर्थन में कार रैली निकाली गई।
Jaunpur के Zafarabad Assembly Seat पर 2017 के चुनाव में 25 साल बाद BJP को सफलता मिली. इसके पहले 1991 में BJP के Umanath ने जीत दर्ज करके विधानसभा में अपनी जगह बनाई थी. 1993 में SP, BSP गठबंधन से उम्मीदवार Shriram Yadav ने परचम लहराया. 1996, 2002, 2007 में लगातार BSP के Jagdish Narayan ने अपना कब्जा बनाए रखा था. 2012 में इस सीट को सपा के Sachindra Nath Tripathi ने BSP से हासिल की थी. 2017 के Assembly Election में यह सीट BJP की झोली में चली गई. इस चुनावी महासमर में यहां कांटे की टक्कर है. आखिरी चरण में 7 मार्च को यहां चुनाव है. इस कांटे की टक्कर में जनता किसका साथ निभाने वाली है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जफराबाद विधानसभा विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए
Kaushambi के Sirathu Tehsil स्थित ‘कड़ा धाम शीतला माता’ का मंदिर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. 51 शक्तिपीठों में से एक मां शीतलाधाम में हर साल आषाढ़, सावन के महीने में सप्तमी-अष्टमी के दिन विशेष मेला लगता है. इस दौरान मां के दर्शन के लिए लोग देश के कोने-कोने से यहां आते हैं. मां शीतला देवी को पुत्र देने वाली देवी भी कहा जाता है. चुनावी माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ‘कड़ा धाम शीतला माता’ मंदिर पहुंची थी. बातचीत के दौरान शीतला धाम में मौजूद भक्तों ने केशव मौर्य के नारे लगाए और कहा कि- ‘ जो राम को लाए हैं सिराथू के लोग उनको लाएंगे.’
Kaushambi District की Sirathu Assembly Seat राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट की चर्चा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यहां से BJP ने UP के उप-मुख्यमंत्री Keshav Prasad Maurya को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, दूसरी तरफ SP-Apna Dal गठबंधन की ओर से Pallavi Patel को टिकट दिया गया है. केशव प्रसाद मौर्य के सामने सपा गठबंधन प्रत्याशी की राह आसान नहीं होगी. BJP संगठन की मोर्चेबंदी को तोड़ पाना उनके लिए बड़ी चुनौती है. पल्लवी पटेल बेरोजगारी के मुद्दे को उठा रही हैं. वह खुद को कौशांबी की बहू कहकर लोगों के दिल में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हैं. अब जनता क्या सोचती है? जनता को बहू चाहिए या बेटा? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सिराथू विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
आपने अंगुलिमाल डाकू का नाम तो सुना ही होगा. जी हां, वही डाकू जो अपने घर-परिवार के पालन-पोषण के लिए जंगलों के बीच गुफ़ा में छुपा रहता था और मौका मिलते ही राह चलते लोगों को लूट लेता था. यही नहीं लूटपाट के बाद ऊंगलियां काटकर माला भी पहन लेता था. इसी क्रम में एक दिन उसकी मुलाकात भगवान बुद्ध से हो गई. और भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल डाकू को नास्तिक से आस्तिक बना दिया. जिस जगह यह चमत्कार हुआ उस जगह को Shrawasti के नाम से जाना जाता है. यह स्थान भगवान बुद्ध को काफी पसंद था. यह वही इलाका है जहां गौतम बुद्ध अपने जीवन काल का सबसे ज्यादा समय बिताए थे. बौद्धस्थली श्रावस्ती में हर वक्त भक्तों की भीड़ लगी रहती है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम श्रावस्ती उस जगह पहुंची थी, जहां 2600 साल पुराना ‘बोधिवृक्ष’ मौजूद है. क्यों खास है श्रावस्ती? जानने के लिए देखिए हमारी रिपोर्ट.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण में 693 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें से 90 महिला प्रत्याशी हैं। अमेठी में 55.86 प्रतिशत, बहराइच में 54.60, बाराबंकी में 54.65, चित्रकूट में 59.64, गोंडा में 54.98, कौशाम्बी में 57.01, प्रतापगढ़ में 52.65, प्रयागराज में 53.19, रायबरेली में 56.60, श्रावस्ती में 57.24 और सुलतानपुर में 55.38 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
प्रियंका गांधी ने बलरामपुर के उतरौला में कांग्रेस प्रत्याशी धीरेंद्र सिंह के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोग अंतरयामी और सर्वज्ञानी कहते हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा, हमने अखिलेश के बारे में सिर्फ इतना कहा कि अहमदाबाद की आतंकी घटना में लिप्त लोग क्यों साइकिल और हाथ की शरण पाते हैं। उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा कि 'अखिलेश बाबू' का फोटो उस व्यक्ति के परिजनों के साथ है, जिसने अहमदाबाद हमले में कई लोगों की जान ले ली।
पीएम मोदी ने कहा कि, मुझे लगा कि मेरे घोर विरोधी भी ये देख रहे हैं कि काशी के लोगों का मुझ पर कितना स्नेह है। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब ये कि मेरी मृत्यु तक ना काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और ना ही काशी मुझे छोड़ेगी।
2022 यूपी विधानसभा चुनाव में देवरिया जिले की रुद्रपुर विधानसभा सीट पर भाजपा ने जहां एक बार फिर से जय प्रकाश निषाद को प्रत्याशी बनाया है। निषाद बाहुल्य इस सीट पर सपा ने राम भुवाल निषाद को चुनाव में उतारा है।
फाजिलनगर विधानसभा सीट में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भाजपा ने इस बार अपने मौजूदा विधायक गंगा सिंह कुशवाहा के शिक्षक पुत्र सुरेंद्र कुशवाहा को मौका दिया है। कांग्रेस से मनोज कुमार सिंह और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने हाल ही में समाजवादी पार्टी छोड़कर आए इलियास अंसारी को उम्मीदवार बनाया है।
कुशीनगर की पडरौना विधानसभा सीट में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने मनीष कुमार जायसवाल उर्फ मंटू को अपना उम्मीदवार बनाया है। विशुनपुरा ब्लॉक के जंगल शाहपुर गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख विक्रमा यादव को समाजवादी पार्टी (सपा) ने पडरौना सदर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
Jakhanian Assembly Seat Ghazipur District के अंतर्गत आती है. यहां 1967 से 2017 तक BJP का खाता नहीं खुला. 2017 में SBSP पार्टी के Triveni Ram विधायक बने थे. 2017 में BJP और सुभासपा के बीच गठबंधन था. यहां SP-BSP की जीत हार होती रही है. इस क्षेत्र में दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. दूसरे नंबर पर यावद वोटर हैं. राजभर और चौहान वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. जखनियाँ विधानसभा की गिनती पिछड़े इलाके में होती है. 2022 में विधायक चुनने के लिए लिए यहां 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. इस बार यहां की जनता किसके सिर जीत का ताज सजाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जखनियाँ विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Mirzapur की Marihan Assembly में 2017 में BJP का परचम लहराया था. 2017 में जीत अपने नाम कर चुके Ramashankar Patel को BJP ने इस बार भी चुनाव मैदान में उतारा है. 2012 में इस सीट पर Congress का कब्जा था. यहां करीब साढ़े तीन लाख है वोटरों की संख्या. पटेल वोटरों की संख्या यहां सबसे अधिक है. आदिवासी करीब 40 हज़ार. 30 हज़ार के करीब दलित मतदाता है. बाकी अन्य वोटर हैं. 10 मार्च को यहां की जनता किस पार्टी की झोली में जीत डालने का मूड बना रही है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मिर्जापुर की मड़िहान विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या चल रहा है? आप भी सुनिए
Ghazipur District के Jangipur Assembly में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी. यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी. तब से लेकर 2017 तक यहां SP का कब्जा रहा है. कृषि प्रधान इस विधानसभा में करीब सवा तीन लाख वोटरों की संख्या है. 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा? जंगीपुर की जनता के मुद्दे क्या हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जंगीपुर पहुंची थी. यहां की जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
योगी आदित्यनाथ ने अपनी सभा में कहा कि बीजेपी सरकार बनने के बाद माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई तेज होगी।
चिल्लूपार विधानसभा सीट पर इस बार यूपी 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। तो वहीं बीजेपी ने राजेश त्रिपाठी को टिकट दिया है।
संपादक की पसंद