राकेश टिकैत ने लोगों से एक दिन पहले बिस्तर के साथ पहुंचने के लिए कहा क्योंकि उन्हें 10 मार्च को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी।
प्रियंका गांधी ने मऊ जिले में इंदिरा गांधी पीजी कॉलेज, मधुबन में, खैराबाद, मोहम्मदाबाद गोहना में और आजमगढ़ के रानी की सराय में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया।
Mau District की Ghosi Assembly Seat पर 2017 में BJP ने जीत दर्ज की थी. यहां की जनता ने फागु सिंह को विधायक बनाकर विधानसभा भेजा था. Fagu Singh Chauhan के राज्यपाल बनने के बाद 2019 में यहां उपचुनाव हुए. इस बार बार बीजेपी ने ही यहा जीत दर्ज की. इस क्षेत्र के जानकारों की मानें तो इस सीट पर स्थानीय मुद्दों के अलावा हिंदू-बनाम-मुस्लिम का समीकरण चुनाव में जीत-हार दिलाता है. दल कोई भी हो लेकिन परिणाम में ध्रुवीकरण स्पष्ट दिखता है. यह सीट उस वक्त काफी चर्चा में आ गई, जब Yogi सरकार के मंत्री रहे Dara Singh SP का दामन थाम लिए. सपा ने इस सीट से दारा सिंह को टिकट भी दिया है. अब 10 मार्च को पता चलेगा दारा सिंह के सपा में जाने से बीजेपी को कितना नुकसान पहुंचता है और सपा को कितना फायदा? वैसे जनता के मन में क्या चल रहा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम घोसी विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां के लोगों ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Azamgarh की Mubarakpur Assembly Seat SP, BJP और BSP के लिए हॉट सीट बनती जा रही है. Shah Alam alias Guddu Jamali 2012 से 2017 तक लगातार इस सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं. हालांकि अब जमाली बसपा का दामन छोड़ सपा के घर पहुंच गए हैं. 1996 से ही यह सीट बसपा के कब्जे में है. सपा, बसपा के इस मजबूत किले में सेंधमारी करने के लिए जमाली को अपनी पार्टी में शामिल कर चूकी है. वहीं भाजपा अब तक इस सीट पर जीत हासिल कर पाने में कामयाब नहीं हो पाई है. देखना होगा 2022 के चुनाव में यहां किस करवट ऊंट बैठता है? यहां की जनता के मन में क्या कुछ चल रहा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मुबारकपुर विधानसभा पहुंची. यहां कि जनता क्या चाहती है? आप भी सुनिए.
Bahraich District की Balha Assembly कृषि प्रधान क्षेत्र है. धान, गेहूं, आलू के साथ-साथ गन्ने की यहां अच्छी पैदवार होती है. यहां का गुड़ काफी स्वादिष्ट होता है. इस वक्त प्रदेश में Assembly Election चल रहे हैं. ऐसे में नेता जहां विकास का दावा कर रहे हैं, तो वहीं जनता दावों की पोल खोल रही है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम हर क्षेत्र में पहुंचकर जनता के मन की बात सबके समाने रख रही है. इसी सिलसिले में टीम बलहा में गन्ना किसानों के पास पहुंची थी. गन्ना किसानों ने क्या अपनी समस्याएं बताई? आप भी सुनिए.
जहूराबाद सीट पर SBSP के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी के उम्मीदवार कालीचरण राजभर और बीएसपी की सैयदा शादाब फातिमा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और वरुण गांधी एवं उनकी माताजी मेनका गांधी, दोनों ही चुनाव प्रचार से पूरी तरह अलग हैं। भाजपा के पक्ष में बयान देना या भाजपा उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील करने की बजाय वरुण ने तो अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
Bahraich District की Balha Assembly कृषि प्रधान क्षेत्र है. धान, गेहूं, आलू के साथ-साथ गन्ने की यहां अच्छी पैदवार होती है. यहां का गुड़ काफी स्वादिष्ट होता है. इस वक्त प्रदेश में Assembly Election चल रहे हैं. ऐसे में नेता जहां विकास का दावा कर रहे हैं, तो वहीं जनता दावों की पोल खोल रही है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम हर क्षेत्र में पहुंचकर जनता के मन की बात सबके समाने रख रही है. इसी सिलसिले में टीम बलहा में गन्ना किसानों के पास पहुंची थी. गन्ना किसानों ने क्या अपनी समस्याएं बताई? आप भी सुनिए.
Jaunpur District की Mariahu Assembly Seat ग्रामीण इलाके की सीट है. यहां के अधिकतर आबादी के लिए आजीविका का मुख्य साधन कृषि है. यह सीट Bharatiya Janata Party का गढ़ रही है. पिछले सात में से चार दफे BJP के उम्मीदवार यहां से चुनाव जीते हैं. 2017 में बीजेपी के गठबंधन सहयोगी Apna Dal की Leena Tiwari चुनाव जीती थीं. इस क्षेत्र में कुल साढ़े तीन लाख के करीब वोटर हैं. यहां पटेल वोटरों की बहुलता है. यादव, ब्राह्मण, क्षत्रिय मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. इस Assembly Election में यहां कि जनता किसको जीताना चाहती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मड़ियाहूं विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या है? आप भी सुनिए.
Jaunpur के Shahganj Assembly Seat पर 2002 से SP का कब्जा है. 2012 और 2017 से लगातार Shailendra Yadav Lalai इस सीट से विधायक हैं. इस बार भी SP ने ललई को टिकट दिय है. इस क्षेत्र में ढाई लाख के करीब कुल वोटर हैं. यह क्षेत्र यादव बाहुल्य माना जाता है. राजभर, और राजपूत मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. विधायक शैलेंद्र यावद ललई Akhilesh Yadav के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रहे हैं. विधायक का दावा है कि उनके क्षेत्र में सभी लोगों का विकास हुआ है. इस दावे की हककीत समझने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शाहगंज विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां कि जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Jaunpur Sadar Seat के लिए 7 मार्च को मतदान होना है. इस विधानसभा सीट के इतिहास के मुताबिक इस क्षेत्र के मतदाता कभी अपने विधायक पर दोबारा भरोसा नहीं करते हैं. ऐसे में 2022 में BJP के सामने दोबारा वापसी की चुनौती होगी. 2017 में बीजेपी के Girish Chandra Yadav चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार जनता किस पार्टी के उम्मीदवार को विधानसभा भेजने की तैयारी में है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जौनपुर सदर पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता बीजेपी उम्मीदवार को जीताने के मूड में दिखी, तो कुछ अन्य पार्टी के समर्थन दिखी.
यूपी में चल रहे चुनाव के बीच योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा से तरह-तरह के चुनावी मुद्दों पर ख़ास बातचीत की। देखें एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।
योगी ने कहा, मैंने उनसे कहा कि आखिर आप भी तो प्रदेश के हैं, और प्रदेश के एक-एक व्यक्ति की चिंता करना तो हमारा दायित्व है।
इंडिया टीवी के स्पेशल शो में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Exclusive.
ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से और लोकसभा के पिछले चुनाव में बसपा से गठबंधन किया, लेकिन वह भाजपा को सत्ता में आने से रोक नहीं सके।
Gorakhpur के Sahajanwa Assembly की जनता बदलाव में भरोसा करती है. यहां का वोटर हर पार्टी को आजमाता रहा है. जनता ने सियासी दलों से लेकर निर्दल तक हर किसी को मौका दिया है. सहजनवा में रावत परिवार का दबदबा रहा है. सपा से टिकट कटने पर Yashpal Rawat 2007 के चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और जीते थे. 2012 में भी यशपाल रावत निर्दलीय चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए. 2017 के Assembly Election में जनादेश BJP के पक्ष में रहा. बीजेपी के टिकट से चुनाव जीतकर Sheetal Pandey विधानसभा पहुंची थी. इस बार यहां 3 मार्च को वोटिंग है. सभी दलों से कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. अब यहां की जनता किसको विजय पताका थमाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सहजनवा जनता का मन टटोलने पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar की Shohratgarh Assembly Seat कभी Congress का गढ़ हुआ करती थी. 2002 और 2007 के चुनाव में भी इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. 2017 में BJP की गठबंधन सहयोगी Apna Dal के Amar Singh यहां से विजयी रहे. इस क्षेत्र में 3 लाख के करीब मतदाता हैं. यहां अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. शोहरतगढ़ सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राहम्ण, राजपूत के साथ कुर्मी वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. दलित वोटरों की भी अच्छी तादाद हैं. सीटिंग विधायक अमर सिंह का दावा है कि उनेक कार्यकाल में यहां चहुंमुखी विकास हुआ है. अब यहां कि जनता को इस क्षेत्र में कितना विकास दिखता है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शोहरतगढ़ विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
प्रियंका गांधी ने कहा, सपा और बसपा ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ पिछले सालों में कुछ किया ही नहीं है।
Siddharthnagar के Dumariaganj Assembly seat से 2017 में BJP के Raghavendra Pratap Singh चुनाव जीते थे. 2017 में कांटे की टक्कर थी. BSP उम्मीदवार Sayyida Khatoon से राघवेंद्र प्रताप सिंह मात्र 171 वोट से जीते थे. इस बार भी बीजेपी के टिकट पर राघवेंद्र प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं. सांप्रदायिक टिप्पणी की वजह से राघवेंद्र प्रताप इस वक्त सुर्खियों में आ गये हैं. चुनाव आयोग इसका संज्ञान भी ले चुका है. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार विरोधियों पर साजिश का आरोप लगा रहै हैं. वहीं यहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1967 में यह सीट अस्तित्व में आई थी. इस विधानसभा में कुल करीब चार लाख मतदाता हैं. सामान्य वर्ग के साथ एससी-एसटी वर्ग के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2022 में यहां की जनता फिर से राघेंद्र प्रताप को विधानसभा भेजती है या कोई और उम्मीदवार यहां की जनता के मन में बसा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम डुमरियागंज विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाले राजभर इस बार का चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रहे हैं।
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