Badaun District का Bilsi Assembly Constituency जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर दूर स्थित बिल्सी सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. बिल्सी का नजदीकी रेलवे स्टेशन उझानी कस्बे में है. तीर्थ नगरी Kachhla भी इसी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां पर भागीरथ जी का एक मात्र मंदिर है. 2017 में इस विधानसभा सीट पर BJP के Pandit RK Sharma चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. यहां BSP का प्रभाव रहा है. 24 साल बाद यहां 2017 में कमल खिला था. 2022 के Assembly elections में किस पार्टी को जीत मिलेगी? बिल्सी क्षेत्र की जनता क्या मन बना रही है? जनता के दिल की बात जानने इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम बिल्सी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर यहां के लोगों से चर्चा की.
सुरेंद्र सिंह चुनावों से कुछ दिन पहले ही बिहार की सरकार में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (VIP) में शामिल हो गए।
Uttar Pradesh की Sitapur Sadar Assembly seat पर 2002, 2007 और 2012 के चुनाव में SP ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 के Assembly Elections में BJP ने सपा का वर्चस्व तोड़ दिया था. भाजपा के Rakesh Rathor ने यहां कमल खिलाकर यहां पार्टी का 21 साल का सूखा खत्म किया. सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र में दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स सबसे अधिक हैं. वहीं इस बार चुनाव में क्षेत्र के करीब सात लाख वोटर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. सीतापुर सदर सीट पर इस बार 23 फरवरी को वोटिंग होगी. इन बीते पांच सालों में मौजूदा विधायक जनता की उम्मीद पर कितना खरा उतरे? क्षेत्र के विकास कार्यों का क्या है हाल? इन तमाम सावालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
कांग्रेस उम्मीदवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मौजूदा विधायक पंकज गुप्ता से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
संजय सिंह की उम्मीदवारी की घोषणा के कुछ क्षण बाद शुक्ला को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल किया गया और तुरंत उनको इस हाई प्रोफाइल सीट से टिकट दे दिया गया।
Uttar Pradesh की Shekhupur Assembly Seat Badaun district का हिस्सा है. 2008 में परिसीमन के बाद यह विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी. शेखूपुर सीट पर कभी नंबर छह पर रहने वाली BJP 2017 के चुनाव में नंबर एक पर पहुंच गई. भाजपा के Dharmendra Kumar Singh Shakya ने यहां जीत हासिल की. 2022 में एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ चुकी है. इस बार शेखूपुर विधानसभा सीट पर भाजपा और SP के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है. दोनों दलों के नेताओं ने अपनी अपनी पूरी ताकत यहां झोंक दी है. इस बार शेखूपुर सीट पर 14 फरवरी को वोटिंग होगी. 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे. इसी चुनावी घमासान के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश चुनाव में पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो चुका है। अगले चरणों के मतदान के लिए भी तमाम पार्टियां दमदार तरीके से प्रचार में जुटी है। CM योगी हो या अखिलेश यादव सभी अपने अपने पक्ष के लिए जमकर जनसभा और वर्चुअल कार्यक्रम कर रहे है। कांग्रेस के लिए भी प्रियंका जमकर प्रचार कर रहीं है लेकिन राहुल गांधी इस चुनाव प्रचार से लगभग गायब हैं। देखिए इसी पर हमारा नया OMG।
Uttar Pradesh में इस समय सियासी पारा अपने चरम पर है. प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं. चुनाव के इस माहौल में Mahoba का देशावरी पान अपनी खुशबू और स्वाद से सबको अपनी ओर खींच रहा है. महोबा का देशावरी पान का स्वाद उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं है. बल्कि इसके स्वाद की चर्चा देश-विदेश तक है. लेकिन पिछले कुछ सालों में इसके खेती में कुछ कमी जरूर आई है. पान किसान काफी समय से इसकी खेती को लेकर चिंतित थे. अब जाकर सरकार ने लंबे समय से पान किसानों की ओर से की जा रही पान की खेती को फसल बीमा के दायरे में लाने की मांग को मान लिया है. इससे पान किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. चुनाव के इस माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम महोबा के पान किसानों के बीच पहुंचा. जहां पान किसानों इंडिया टीवी की टीम के साथ अपनी समस्याएं और सरकार के कदम को लेकर हमारे साथ अपने विचार साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है. ऐसा ही कुछ माहौल उत्तर प्रदेश के Badaun Sadar Assembly seat पर भी देखने को मिल रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के Mahesh Chandra Gupta ने SP के Abid Raza Khan को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था. 2022 के चुनाव में भाजपा अपनी जीत के सिलसिले को कायम रख पाती है या नहीं. इसका फैसला 10 मार्च को हो हो पाएगा. इस बार बदायूं विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को वोटिंग होगी. वोटिंग के समय जनता किन मुद्दों को लेकर मतदान करेगी? बीते पांच सालों में क्षेत्र में कितना विकास कार्य हुए? ऐसे तमाम सवालों को लेकर इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बदायूं विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
मोदी, योगी और शाह - BJP के बड़े नेता यूपी चुनाव को लेकर बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं। इसकी चर्चा BJP से ज़्यादा अखिलेश और जयंत चौधरी के कैंप में हो रही है। आखिर पश्चिमी यूपी में ऐसा क्या हुआ जिससे अखिलेश-जयंत कैंप में खलबली मच गई और BJP का कॉन्फिडेंस बढ़कर दोगुना हो गया ? देखिए यह रिपोर्ट।
Powayan Assembly Shahjahanpur District के अंतर्गत आती है। इस सीट पर Congress का वर्चस्व रहा है. Modi लहर में 2017 में यहां BJP की जीत हुई थी. यहां की जनता ने Chet Ram को जीताकर विधानसभा भेजा था. यह विधानभा पूरी तरह से कृषि प्रधान है. यहां बड़ी संख्या में सिख मतदाता रहते हैं. इस क्षेत्र को मिनी पंजाब भी कहा जाता है. यहां 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस बार पुवायां की जनता को किस पार्टी का उम्मीदवार पसंद आ रहा है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम पुवायां विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान यहां दो तरह के मतदाता दिखे. एक वोटरों का ग्रुप ऐसा था जो मौजूदा सरकार और विधायक से संतुष्ट नज़र आया, वहीं दूसरा वोटर ऐसा मिला जो सरकार के काम से नाराज़ नज़र आया.
Uttar Pradesh की 403 Assembly Seats में से एक Sitapur District की Biswan Assembly Seat है. जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि जिस दल के उम्मीदवार को इस सीट पर जीत मिलती है. उसी दल की सूबे में सरकार भी बनती है. ऐसे में हर कोई दल बिसवां विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देता है. 2017 के Assembly Election में BJP ने Mahendra Singh Yadav को चुनावी मैदान में उतारा था. महेंद्र सिंह ने यहां 10 हजार से भी अधिक वोट के अंतर से जीत हासिल की थी. सूबे में भी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बनी थी. इस बार बिसवां सीट पर किस दल का कब्जा होता है. इसके बारे में 10 मार्च को ही पता चल पाएगा. 2022 में बिसवा विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है. इसी चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बिसवां विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Shahjahanpur का Hanuman Dham पिकनिक स्पॉट के साथ-साथ एक धार्मिक स्थल के रूप में देशभर में प्रसिद्ध हो चुका है. खन्नौत नदी के बीचों-बीच टापू पर 104 फिट की बनी हनुमान मूर्ति श्रद्धालुओं को खूब पसंद आती है. इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai). की टीम हनुमान धाम पहुंची. टीम ने वीराट बजरंगी का दर्शन किया और यहां के इतिहास और इस धाम के विकास के लिए क्या योजनाएं हैं सबकी जानकारी ली.
अखिलेश ने कहा कि दुनिया में कहीं भी किसानों को जीप से नहीं कुचला गया, लेकिन यूपी का चुनाव है इसलिये जेल से जमानत मिल गई और बाहर आ गये।
राजा भैया, जिन्होंने 2005 में मुलायम सिंह सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था। हालांकि बाद में उन्होंने सपा के साथ अपना नाता तोड़ लिया, जब सपा ने 2019 में बसपा के साथ चुनावी समझौता किया था। हाल ही में प्रतापगढ़ में जब राजा भैया के साथ गठबंधन की संभावना के बारे में सवाल किया गया तो अखिलेश ने कहा- कौन है राजा भैया?
Karnataka में Hijab Controversy मामले मे सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल हुई। यूथ Congress के अध्यक्ष Biwi Srinivas ने हिजाब विवाद मामले में SC में अर्ज़ी दाखिल की। श्रीनिवास ने याचिका में धर्म के पालन के अधिकार का मुद्दा उठाया। धर्म के पालन के अधिकार को संविधान में मौलिक अधिकार बताया।
Uttar Pradesh के Chitrakoot District के अंतर्गत Karwi Assembly Seat आती है. चित्रकूट जिला मंदाकिनी नदी के किनारे बसा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने वनवास के 14 वर्षों में से 11 वर्ष का चित्रकूट में ही बिताए थे. इसके अलावा चित्रकूट डकैतों के कारण भी काफू मशहूर हुआ करता था. चित्रकूट की कर्वी विधानसभा सीट पर 2017 में BJP ने कब्जा किया. भाजपा के Chandrika Prasad Upadhyay यहां से जीतकर विधायक बने. भाजपा ने 2022 के लिए भी चंद्रिका प्रसाद पर ही दांव लगाया है. लेकिन चुनाव में इस बार भाजपा और SP में से किसका पलड़ा भारी रहता है. यह तो 10 मार्च को ही पता चल पाएगा. सियासी दलों ने कर्वी विधानसभा सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इस बार कर्वी विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. इसी चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम कर्वी विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी Assembly Election और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Bareilly को Nath Nagri भी कहा जाता है. इसकी वजह है कि इस शहर के हर तरफ भगवान शिव के मंदिर हैं. जब भी इस शहर पर विपत्ति आती है ये मंदिर उसकी रक्षा करते हैं. हर चुनाव में सरकार चुनने के लिए नाथ नगरी के साधु-संतों का भी बड़ा योगदान होता है. नाथ नगरी के संतों के मन में क्या है? जानने के लिए इंडिया टीवी ’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’. की टीम नाथ नगरी पहुंचकर साधु-संतों का मन टटोली.
Uttar Pradesh Election की रणभेरी बज चुकी है. सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने में जुट चुके हैं. Gonda Assembly Seat पर कभी Congress का बोलबाला हुआ करता था. लेकिन साल दर साल इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ती गई. 2017 के Assembly Election में BJP के Prateek Bhushan Singh इस सीट से विजयी हुए. उन्होंने BSP के Mohd Jalil Khan को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था. पिछले चुनाव में सपा यहां तीसरे नंबर की पार्टी रही थी. लेकिन बीते पांच सालों में प्रदेश में सियासी समीकरण बदल चुके हैं. इन बनते-बिगड़ते चुनावी गणित में किस दल का उम्मीदवार गोंडा सीट पर जीत हासिल करेगा. इसका फैसला 10 मार्च को ही होगा. क्षेत्र की जनता 27 फरवरी को मतदान के जरिए उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी. सभी दलों ने यहां जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गोंडा की जनता इस बार किन मुद्दों को लेकर मतदान केंद्र जाकर वोटिंग करेगी? गोंडा में बीते पांच सालों में कितना विकास हुआ इस तमाम सवालों के जवाब ढूंढने के लिए इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम गोंडा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
बरेली का सुरमा अपनी खास पहचान रखता है. बरेली का सुरमा विदेशों में भी जाना जाता है. बरेली के सुरमा व्यापारियों का कहना है कि यहां के सुरमा में सोना-चांदी भी पड़ती है. यह सुरमा आंखों को मोतियाबिंद का सही इलाज है. इतना कारिगर होने के बाद भी बरेली का सुरमा क्या बंद होने के कगार पर है? सुरमा व्यापारी नहीं चला पा रहे अपनी रोजी-रोटी? ऐसे में लोकल फॉर वोकल का सपना कैसे पूरा होगा? सरकार से क्या चाहता है सुरमा व्यापारी? जानने के लिए देखिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’.
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