ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 1.75 प्रतिशत बढ़कर 59.75 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 69.83 पर कमजोर खुला और दिन में 70.23 तक गिर गया था।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का रुख दूसरे दिन भी जारी रहा और गुरुवार को यह दो पैसे गिरकर 70.20 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
घरेलू मुद्रा ने सोमवार को 18 पैसे की तेजी लेकर साल का अंत किया लेकिन पूरे साल के दौरान इसमें 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 14 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 61.39 करोड़ डॉलर घटकर 393.12 अरब डॉलर पर आ गया, जो 28,156.9 अरब रुपए के बराबर है।
घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट और महीने के अंतिम दिनों में अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपए में चार सत्रों से चली आ रही तेजी थम गई
बाजार सूत्रों ने कहा कि कच्चे तेल की घटती कीमत तथा निर्यातकों और बैंकों की सतत डॉलर बिकवाली के कारण रुपए की तेजी को और मदद मिली।
घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तेजी और कच्चे तेल की नरमी के बीच निर्यातकों की डॉलर बिकवाली बढ़ने से रुपया आज पांच पैसे की तेजी दर्शाता हुआ 70.39 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की नरमी से भारत के व्यापार घाटे को लेकर चिंता कम होने के बीच रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 112 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 70.44 डॉलर पर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार में अच्छी तेजी के बीच सोमवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 34 पैसे की तेजी के साथ 71.56 रुपए प्रति डॉलर हो गई।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे कमजोर रहकर 71.82 पर खुला।
कमजोर डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच गुरुवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए में तीन सत्रों से जारी गिरावट थम गई।
डॉलर के अन्य प्रमुख मुद्राओं के आगे मजबूत होने तथा कच्चे तेल के दामों में तेजी के बीच बुधवार को रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 16 पैसे गिरकर एक बार फिर 72.01 से नीचे बंद हुई।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में सोमवार को रुपए की विनिमय दर 50 पैसे की हानि के साथ प्रति डॉलर 71.32 पर बंद हुई।
भारतीय रुपये में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती लौटी और यह 23 पैसे की बढ़त के साथ 70.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
फिच रेटिंग्स का अनुमान है कि 2019 के अंत तक रुपया टूटकर 75 रुपए प्रति डॉलर तक कमजोर हो जाएगा।
डॉलर के अन्य प्रमुख मुद्राओं की तलना में मजबूत होने और कच्चा तेल की कीमतों में वृद्धि से मंगलवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 9 पैसे कमजोर होकर 70.55 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
देश का विदेशी पूंजी भंडार 23 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 79.50 करोड़ डॉलर घटकर 392.78 अरब डॉलर रह गया, जो 28,015.2 अरब रुपए के बराबर है।
शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे और मजबूत होकर 69.68 पर खुला। इससे पहले गुरुवार को रुपया 69.85 के स्तर पर बंद हुआ था।
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