Dollar in Rupee: भारतीय करेंसी (Indian Currency) की वैल्यू आज 79.37 रुपये प्रति डॉलर (Dollar) हो गई है। आखिर इतना कमजोर क्यो होता चला गया रुपया? आज के एक्सप्लेनर में पढ़िए रुपये का इतिहास।
कई लोग यह मानने की गलती कर देते हैं कि डॉलर ही दुनिया की सबसे महंगी करेंसी है। दुनिया के कई देश हैं जिनकी करेंसी डॉलर से कहीं ज्यादा महंगी है।
विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित होने से रुपये की विनिमय दर में गिरावट आई।
कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में इजाफे के कारण भारत की पेट्रोलियम कंपनियां भी ईंधनों के दाम लगातार बढ़ा रही हैं।
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई क्योंकि संकटग्रस्त एवरग्रांड ग्रुप की चिंताओं की वजह से चीन का युआन कमजोर पड़ा है।
मंगलवार को डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 168.94 रुपये पर कारोबार कर रहा था। तुलनात्मक रूप से भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.66 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
भारी विदेशी धन निवेश के साथ आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने के बाद रुपया एशियाई मुद्राओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया।
वैश्विक मानक माने जाने वाला ब्रेंट कच्चा तेल का वायदा भाव 1.32 प्रतिशत बढ़कर 72.01 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.80 पर खुली और फिर आगे गिरकर 74.87 पर पहुंच गई।
रुपया सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 75.05 पर बंद हुआ था। मुद्रा बाजार बुधवार को बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर जयंती और मंगलवार को गुड़ी पड़वा पर बंद था।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के चलते रुपये को कुछ राहत मिली।
अमेरिकी डॉलर के बदले पाकिस्तानी रुपये की विनिमय दर 159.30 रुपये है। यानी अगर पाकिस्तान में एक डॉलर खरीदना हो तो आपको 159.30 रुपये खर्च करने होंगे।
2019-20 में जीडीपी की वृद्धि दर 11 साल के निचले स्तर 4.2 प्रतिशत पर आ गई है।
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे और उन्होंने मंगलवार को 2,095.23 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।
कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों में जोखिम को देखते हुए निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर जा रहे हैं।
प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 900 अंकों से अधिक की तेजी देखने को मिली, जिसकी अगुवाई वित्त, आईटी और एफएमसीजी क्षेत्र के शेयरों ने की।
भारतीय रुपये में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा और शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे टूटकर 74.03 पर आ गया।
वैश्विक आर्थिक वृद्धि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 65 पैसे टूटकर 73.99 पर खुला।
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज बाजार में मंगलवार को रुपया 72.50 पर खुला। दिन के कारोबार में इसने अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 72.43 का निम्न और 73.34 का उच्च स्तर छुआ।
13 नवंबर को रुपया डॉलर के मुकाबले 72.09 पर बंद हुआ था। महाशिवरात्रि के मौके पर वित्तीय बाजार शुक्रवार को बंद रहे।
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