भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे। अमेरिकी सीनेट के प्रस्ताव को पीएम मोदी ने स्वीकार लिया है। उन्होंने अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करने के मौके को लेकर गर्व और उत्सुकता जताई है। वह देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री होंगे जो दूसरी बार अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ नई दिल्ली में मुलाकात की है। इस दौरान दोनों देश रक्षा के क्षेत्र में जल से लेकर थल और नभ में तकनीकी सहयोग, उच्च प्रौद्यौगिकी हस्तांतरण करते हुए साथ काम करने को इच्छुक हैं। दोनों देश डिफेंस सेक्टर में नया रोडमैप तैयार करने वाले हैं।
श्रीश तिवारी एक मोटेल में बतौर मैनेजर के तौर पर काम करता है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक मोटेल चलाने वाले श्रीश तिवारी ने पीड़िता को साफ सफाई के लिए काम पर रखा था।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का पिछलग्गू है। वहीं अमेरिका को उन्होंने गैंगस्टर बताया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र गैंगस्टर जैसे आदेशन का पालन कर रहा है।
2016 में भी पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था और अमेरिका एवं भारत के बीच संबंधों को काफी प्रगाढ़ किया। अमेरिका ने कहा है कि ‘‘एक बार फिर, अमेरिका और भारत के बीच चिरस्थायी मित्रता को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस (अमेरिकी संसद) की संयुक्त बैठक में हमारे साथ आपके शामिल होने से हमें गर्व होगा।
अमेरिका में हुल ने कहा कि आज वह जो कुछ भी होता देख रहे हैं, वह उससे एकदम अलग है, जैसा कि उन्होंने राजनीति में आते समय सोचा था। लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किये जाने पर कहा कि उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसा कुछ होगा। राहुल, केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य थे।
अमेरिका में राहुल ने कहाकि भारत जोड़ो यात्रा’, भारत को एकजुट करने के मकसद से गांधी के नेतृत्व में चलाया गया जन आंदोलन था। यात्रा सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों से होते हुए 31 जनवरी 2023 को जम्मू-कश्मीर में समाप्त हुई। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि विपक्ष को एक साथ लाना महत्वपूर्ण है।
राहुल गांधी मई के अंत में या जून महीने की शुरुआत में अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। इस दौरान राहुल गांधी विश्वविद्यालयों, मीडिया, राजनेताओं से मुलाकात करेंगे।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जून को अमेरिका के राजकीय यात्रा पर जाएंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ह्वाइट हाउस को पीएम मोदी की मेहमानवाजी का बेसब्री से इंतजार है। इसी बहाने भारत और अमेरिका संबंधों की नई इबारत लिखेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के मद्देनजर भारतीय अमेरिकी 18 जून को देश के 20 प्रमुख शहरों में ‘भारत एकता दिवस’ मार्च के साथ उनका स्वागत करने की योजना बना रहे हैं।
India America News: भारत में हेल्थकेयर पर जीडीपी का एक फीसदी खर्च होता है, जबकि बांग्लादेश हमसे ज्यादा खर्च करता है। मैकिन्से की एक रिपोर्ट कई बातों का खुलासा करती है।
अमेरिका में भारतीय लोगों के बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर एक विधेयक पेश किया गया है। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्यों राजा कृष्णमूर्ति और एमी बेरा सहित अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने लंबी अवधि के वीजा धारकों के बच्चों को 21 साल की उम्र में स्व-निर्वासित होने से बचाने के लिए एक द्विदलीय इस विधेयक को फिर से पेश किया है।
खबरों के मुताबिक पीड़ितों की आयु 15-20 वर्ष की आयु के पुरुष वर्ग के लोग हैं। वहीं मृतकों की आयु 19 और 20 वर्ष थी। गोलीबारी के बाद घायलों को आनन-फानन में रीजनल मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था।
अमेरिका में कैलिफोर्निया स्टेट सीनेट ने जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने के वास्ते बृहस्पतिवार को एक विधेयक पारित किया। इस विधेयक को एक के मुकाबले 34 मतों से पारित किया गया। इससे कैलिफोर्निया अमेरिका का पहला प्रांत बन जाएगा जो अपने भेदभाव रोधी विधेयकों में जाति की श्रेणी भी जोड़ेगा।
अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों का लगातार दबदबा बढ़ता जा रहा है। भारतीय मूल के अजय बंगा को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा विश्व बैंक का प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद अब एक अन्य भारतीय मूल की महिला को जो बाइडन प्रशासन में अहम जिम्मा दिया गया है।
अमेरिका के टेक्सास प्रांत में डलास शहर के एक मॉल में एक बंदूकधारी ने अंधाधुंद गोलीबारी करके 8 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। अब संघीय जांच अधिकारी इस हमले के मकसद को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने जानकारी दी कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने रविवार को सऊदी अरब में अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ बैठक की।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने टेक्सास के एलन में शूटिंग के पीड़ितों के सम्मान में एक घोषणा जारी की है। राष्ट्रपति ने शूटिंग के पीड़ितों के सम्मान में सार्वजनिक भवनों पर सभी अमेरिकी झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया है।
अमेरिका की सुरक्षा के लिए चीन लगातार खतरा बनता जा रहा है। अमेरिकी खुफिया जानकारियां हासिल करने के लिए चीन कुछ भी करने को उतारू है। अब चीन ने फिर अमेरिका की सुरक्षा के लिए चुनौती पैदा कर रहा है।
चीन के साइबर हैकरों ने पूरी दुनिया की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। चीनी हैकर इतने अधिक हाईटेक हो गए हैं कि अमेरिका भी इनकी काट अभी तक नहीं ढूंढ़ पाया है। चीन में हैकरों की विशाल फौज तैयार हो चुकी है, जिसका मुकाबला करना अमेरिका समेत किसी भी देश के वश की बात नहीं है।
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