पाकिस्तान को बैलिस्टिक मिसाइल बनाने में मदद करने पर चीन पर अमेरिका ने बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका ने चीन की तीन कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बेलारूस की भी एक कंपनी पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाया है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने इस तरह इजरायल का साथ निभाया कि बेंजामिन नेतन्याहू भी बाइडेन के मुरीद हो गए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मौका था फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर वोटिंग का। फिलिस्तीन को यूएनएससी के 15 में से 12 सदस्यों के वोट मिल चुके थे। मगर अमेरिका ने वीटो लगा दिया।
जल, थल और वायुसेना के बाद चीन ने अपनी अंतरिक्ष सेना भी तैयार कर दी है। इससे अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने नासा चीफ बिल नेल्सन के हवाले अंतरिक्ष में चीन की स्पेस मिलिट्री मौजूद होने का दावा किया है। इस खबर ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है।
ईरान-इजरायल युद्ध की बढ़ती आशंका के बीच भारत-अमेरिका ने अपनी रणनीतिक साझेदारी और सतर्कता पर अधिक फोकस करना शुरू किया है। मध्य-पूर्व के हालात और रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा दक्षिण चीन सागर से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अशांति ने तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बढ़ा दिया है। ऐसे में विदेश सचिव विनय क्वात्रा वाशिंगटन में हैं।
भारत के साथ अमेरिका का लगाव हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक बड़ा कारण है। इस क्षेत्र में चीन का मुकाबला करने के लिए अमेरिका को हर हाल में भारत जैसा मजबूत देश चाहिए। इसलिए वह भारत के साथ अपनी दोस्ती को गहरा करना चाहता है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में उत्तर कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल करके अमेरिका समेत पूरे पश्चिम को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका को इस बात से डर है कि रूस उन उत्तर कोरियाई हथियारों का यूक्रेन पर इस्तेमाल कर रहा है, जिसका किम जोंग ने अभी तक युद्ध के मैदान में परीक्षण नहीं किया था।
गाजा में हमास आतंकियों ने एक और इजरायली बंधक की हत्या कर दी है। यह हत्या ऐसे वक्त में की गई है, जब आज अमेरिका के प्रयास से युद्ध विराम को लेकर वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि हमास ने इजरायल पर बंधकों की रिहाई के लिए युद्ध विराम करने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से ऐसा किया है। मगर इससे इजरायल बौखला गया है।
अमेरिका में लगातार हो रही भारतीय छात्रों की मौत ने अभिभावकों के मन में डर का माहौल पैदा कर दिया है। अमेरिका ओहियो में एक और भारतीय छात्र उमा सत्य साईं की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। भारतीय दूतावास मृतक छात्र के परिवारजनों से संपर्क साधने में जुटा है।
सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल की एयरस्ट्राइक ने अब ईरान-इजरायल युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इन आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। उधर ईरान की धमकी के बाद इजरायल भी हवाई हमलों को लेकर अलर्ट मोड में है।
ताइवान और इंडोनेशिया के बाद अब अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में भी भूकंप आया है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई है। हालांकि अभी तक किसी नुकसान की सूचना नहीं है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अमेरिका ने मॉस्को पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए। अमेरिका ने कहा कि इससे रूस युद्ध के लिए ज्यादा धन नहीं जुटा सका। अमेरिका ने कहा कि उसने कभी भारत पर रूस से तेल न खरीदने का दबाव नहीं डाला था, बल्कि उसके प्रतिबंध से भारत को सस्ता तेल मिला।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के पत्र का जवाब दिया है। शहबाज ने अमेरिका के साथ मिलकर वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए काम करने की बात कही है।
चीनी नागरिक के सैन्य बेस में घुसपैठ पर रिपब्लिकन सांसदों नेगहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सीमा पार करने वालों में "ऐसे लोग हो सकते हैं जो महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, सरकारी एजेंसियों या निजी क्षेत्र की संस्थाओं के खिलाफ जासूसी गतिविधियों या साइबर हमलों में शामिल हो सकते हैं।
अमेरिका में जैसे-जैसे राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, तैसे-तैसे बाइडेन और ट्रंप एक दूसरे पर हमलावर होते जा रहे हैं। अब जो बाइडेन ने ट्रंप की निकटतम प्रतिद्वंदी रही निक्की हेली के समर्थकों और ट्रंप से नाराज रिपब्लिकनों को रिझाने का बड़ा दांव खेल दिया है। इससे ट्रंप की चुनौती बढ़ सकती है।
भारत और अमेरिका समेत कई अन्य देशों में चुनाव शुरू होने से पहले मेटा ने एक बड़ा फैसला किया है। इससे भारत और अमेरिका समेत कई अन्य देशों की राजनीति पार्टियों को बड़ा झटका लग सकता है। इससे करोड़ों उपयोगकर्ताओं को भी मुश्किल होगी। मेटा फेसबुक से न्यूज फीचर हटाने जा रहा है।
खुद को दुनिया का सुपर पॉवर कहने वाला अमेरिका अक्सर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर, कभी लोकतंत्र के नाम पर, कभी धर्म और सहिष्णुता के नाम पर तो कभी किसी और बहाने। जबकि अमेरिका अपने गिरेबां में नहीं झांकता। भारत के आंतरिक मामले में वह क्यों हस्तक्षेप कर रहा?
अमेरिका के इलिनोइस में एक व्यक्ति ने कई लोगों पर चाकू से हमला कर दिया। इससे पूरे इलाके में खलबली मच गई। वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 7 लोग घायल हैं।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिकी राजनयिक द्वारा टिप्पणी की गई थी। इसपर अब भारत ने अमेरिकी राजनयिक को तलब किया है। बुधवार को अमेरिकी राजनयिक ने कहा था कि वह निष्पक्ष, पारदर्शी, कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं।
अमूल की ओर से अमेरिका के न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, शिकागो, वाशिंगटन, डलास और टेक्सास सहित अन्य शहरों दूध लॉन्च करने का ऐलान किया गया है। इसके लिए अमूल ने एक अमेरिकी कंपनी से भी साझेदारी की है।
गाजा में तत्काल युद्ध विराम का एक और प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में खारिज हो गया है। यानि मतलब साफ है कि गाजा में युद्ध जारी रहेगा। अमेरिका की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव को चीन और रूस ने वीटो करके गिरा दिया। इससे गाजा में युद्ध विराम की अमेरिकी कोशिश फिर से नाकाम हो गई।
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