अमेरिका प्रतिनिधि सभा ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर नया इतिहास रचा है। पहली बार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की कार्यवाही किसी सिख की प्रार्थना के बाद शुरू की गई है। अब से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। अमेरिका ने कहा कि यह उसकी धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी को छूट को दर्शाता है।
पूर्वी एशिया से लेकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रक्षा, सुरक्षा और सहयोग सिर्फ भारत और अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक शांति, सुरक्षा और विकास के लिए जरूरी हो गया। इस क्षेत्र में चीन की दादागिरी रोकने के लिए भारत और अमेरिका ने खास रणनीति बनाई है। एस जयशंकर ने इसके लिए अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन से वार्ता की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पूर्व प्रेसिडेंट डोनॉल्ड ट्रंप पर बड़ा हमला बोला है। यह हमला ऐसे वक्त में किया गया है, जब अमेरिका में चुनाव होने में ज्यादा वक्त शेष नहीं रह गया है। 2024 चुनाव के मद्देजनर नेता हमलावर हैं। बाइडेन ने अब ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बता दिया है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से बौखलाए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का रुख अचानक भारत के प्रति नरम पड़ने की वजह सिर्फ यूं ही नहीं है, बल्कि इसके पीछे पीएम मोदी की कूटनीति का ब्रह्म फांस है। भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले ट्रूडो खुद जाल में फंस गए और अब उन्हें झुकना पड़ गया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को अपीलीय अदालत से भी राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने ट्रंप के उस अनुरोध को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने उस जज के फैसले के खिलाफ अपील की थी, जिसने उनपर धोखाधड़ी करने का आरोप तय किया था।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के समकक्ष एंटनी ब्लिंकन से आज मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत की जी20 अध्यक्षता के प्रमुख परिणामों और भारत-मध्य के निर्माण सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। पूर्वी-यूरोप आर्थिक गलियारा की पारदर्शी, टिकाऊ और उच्च-मानक बुनियादी ढांचा निवेश उत्पन्न करने की क्षमता पर भी बात हुई।
जीने के हैं 4 दिन, बाकी हैं बेकार दिन। जाये...जाये...जाये..एक बार जो जवानी फिर न आए। यह गाना तो आपने कई बार सुना होगा। इसका अर्थ यही है कि जवानी एक बार चली जाने के बाद जिंदगी में दोबारा नहीं आती। मगर अमेरिका के 46 वर्षीय ब्रॉयन फिर से 18 वर्ष की जवानी पाने की जिद ठान बैठे हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर न्यूयॉर्क के जज ने बेहद सख्त फैसला सुनाया है। जज ने कहा कि ट्रंप ने रियल स्टेट क्षेत्र अपने कारोबार को खड़ा करते हुए वर्षों तक लोगों के साथ बड़ी धोखाधड़ी की है। जज के इस फैसले को ट्रंप ने घोर अन्याय बताया है।
अमेरिका का मित्र देश होने के नाते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो लगातार उस पर भारत के खिलाफ बोलने का दबाव बनाते आ रहे हैं। मगर अब तक अमेरिका ने इस बेहद संवेदनशील मामले में फूंक-फूंक कर कदम रखा है। भारत भी अमेरिका का स्ट्रैटेजिक पार्टनर है। ऐसे में वह दोनों ही देशों से रिश्ते बचाकर चल रहा है।
अमेरिका में गोलीबारी की घटनाओं ने आतंक का माहौल कायम कर दिया है। पुलिस गोलीबारी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। ताजा मामले में अटलांटा शहर में एक मॉल के पास हुई गोलीबारी में हमलावर समेत 3 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी है।
भारत में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण लागू किए जाने के फैसले पर पहली बार अमेरिकी की प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर महिला आरक्षण विधेयक लागू करवाया। इसके तहत महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा। अमेरिका ने इसे क्रांतिकारी बताया है।
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक विवाद पर पश्चिमी देश फूंक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। वह कनाडा और भारत दोनों के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ना नहीं चाहते। जबकि कनाडा के पीएम कई बार पश्चिमी देशों पर भारत के खिलाफ बोलने का दबाव बना चुके हैं। मगर पश्चिमी देशों ने भारत से सिर्फ जांच में सहयोग करने की बात कही है।
अमेरिका के पेंसिलवेनिया में भीषण बस दुर्घटना हुई है। पुलिस के अनुसार बस का टायर खराब हो जाने से चालक उस पर से नियंत्रण खो बैठा और अचानक वह दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस सड़क दुर्घटना में 2 लोगों की मौत हो गई है।
नासा के स्पेसक्रॉफ्ट को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अंतरिक्ष में लाखों किलोमीटर दूर से स्टेरॉइड का नमूना लेकर अमेरिकी स्पेसक्रॉफ्ट धरती पर लौट रहा है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने इसकी दुर्लभ तस्वीर ली है। 24 सितंब को इसके पृथ्वी पर पहुंचने की संभावना है। इससे जीवन के बड़े राज खुल सकते हैं।
भारत ने कनाडा के मनगढ़ंत आरोपों पर बेहद सख्त रुख अपनाया है। कनाडा को उसके मित्र देशों के ही सामने बेनकाब करने के लिए भारत ने अपने पश्चिमी सहयोगियों से बात की है। भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया जैसे मित्र देशों को कनाडा की धरती पर भारत विरोधी साजिश से अवगत कराया है।
देश में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे व कर चुके छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब मेडिकल छात्र अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया जैसे बड़े-बड़े देशों में जाकर प्रैक्टिस कर सकेंगे। एनएमसी ने बड़ी जानकारी दी है।
गार्सेटी ने कहा कि वह अन्य देशों के नेताओं को यह नहीं बताने जा रहे हैं कि क्या करना है। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों, संप्रभुता के सिद्धांतों और अहस्तक्षेप को याद रखना हम सभी के लिए अनिवार्य है।’’ गार्सेटी ने अमेरिका और कनाडा के बीच घनिष्ठ संबंधों पर भी प्रकाश डाला।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करने का मुद्दा गूंजा। जापान ने कहा कि वह पूरे विश्व को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए अगुवाई करना चाहता है। वहीं ईरान ने अमेरिका पर पूर्व के परमाणु समझौते पर लौटने के लिए इच्छाशक्ति दिखाने की बात कही।
भारत के खिलाफ वर्षों से कनाडा में रहकर आतंकी साजिश रचते आ रहे खालिस्तानियों के समर्थक पीएम जस्टिन ट्रुडो के अंदर कितना जहर भरा है, इसका खुलासा वॉशिंगटन पोस्ट के एक खुलासे ने कर दिया है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत पर आरोप लगाने वाले ट्रुडो ब्रिटेन और अमेरिका से निंदा कराना चाहते थे।
' सदस्यों ने चौराहे पर 'जाह्नवी' लिखकर मोमबत्तियां जलाईं और गुलदस्ते रखे। कंडुला को ‘नॉर्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी’ के सिएटल परिसर से सूचना प्रणाली में इस साल दिसंबर में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त होनी थी। ‘नॉर्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी’ के चांसलर केनेथ डब्ल्यू हेंडरसन ने कंडुला की मौत की मौत पर दुख जताया है।
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