राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने 43 दिनों के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं। ट्रंप का विरोध करते हुए विपक्षी सांसदों ने कई मुद्दों पर जोरदार हंगामा मचा दिया। फिर सांसद को सदन के बाहर निकालाना पड़ा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत समेत अन्य देशों के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। ट्रंप ने 2 अप्रैल के रूप में इस कदम के लिए तारीख का भी ऐलान कर दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने US कांग्रेस को संबोधित किया है। उन्होंने कहा है कि 'अमेरिका इज बैक।' ट्रंप ने आगे ये भी कहा कि अमेरिका का गर्व और आत्मविश्वास वापस आ गया है।
भारतीय-अमेरिकी एक सांसद ने उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ बाइडेन प्रशासन के जांच के फैसले को चुनौती दे डाली है। साथ ही इसे भारत के साथ रिश्तों को खराब करने वाला कदम बताया है।
रिकॉर्ड तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने पर अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने नई दिल्ली में पीएम मोदी से मिलकर उन्हें बधाई दी है। साथ ही इस दल ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत में संपन्न हुए निष्पक्ष चुनावों की सराहना भी की। प्रतिनिधिमंडल ने भारत-अमेरिका के संबंधों को मजबूती देने पर चर्चा की।
अमेरिका भारत के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करना चाहता है। बता दें कि अमेरिका पहले से ही भारत का रणनीतिक साझीदार है। मोदी के रिकॉर्ड तीसरी बार पीएम बनने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्तों में और अधिक मजबूती आने की उम्मीद की जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के साथ 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी है। इससे भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। इस सौदे के बाद पाकिस्तान और चीन जैसे दुश्मन और अधिक खौफ खाएंगे।
भारतीय अमेरिकी संसद ने दो भारतीय आध्यात्मिक गुरुओं श्रीश्री रविशंकर और आचार्य लोकेश मुनि को मान्यता दी है। साथ ही वैश्विक शांति में दिए गए अप्रतिम योगदान के लिए सराहना की है। इस बारे में राजा कृष्णमूर्ति ने दोनों आध्यात्मिक गुरुओं के वैश्विक शांति और अध्यात्म के लिए किए गए उत्कृष्ट कार्योंं को रेखांकित किया।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका राजनयिकों की रक्षा और सुरक्षा को बहुत गंभीरता से लेता है। सांसद माइक लॉलर ने कहा कि भारतीय वाणिज्य दूतावास में आगजनी का प्रयास परेशान करने वाला है। भारतीय-अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने घटना की निंदा करते हुए कहा, ‘‘हिंसा और आतंक अस्वीकार्य है।
पीएम मोदी अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जाने वाले तीसरे भारतीय नेता हैं। पीएम मोदी के पहले मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन अमेरिका की राजकीय यात्रा पर गए थे। हालांकि, अभी तक किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री ने दो बार अमेरिकी संसद को संबोधित नहीं किया था।
अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया को भारत की ताकत का एहसास कराया। उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत हर क्षेत्र में नई बुलंदियों को छू रहा है। साथ ही उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध पर खुलकर बोला और कहा कि ये खूनखराबा रोकना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी संसद को दूसरी बार संबोधित करने वाले देश के पहले और दुनिया के तीसरे नेता बन गए हैं। प्रधानमंत्री ने अमेरिकी सदन को करीब 1 घंटे तक संबोधित किया। उनके पूरे भाषण के दौरान अमेरिकी सांसद तालियां बजाते रहे। पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को नए भारत की ताकत बताई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। गुरुवार को व्हाइट हाउस में उनका जोरदार स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने आज अमेरिकी संसद में भी एक जोरदार भाषण दिया।
अमेरिकी संसद भवन परिसर में सीधे प्रसारण वाले अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका को रूसी सांसदों पर अवश्य ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए और रूस से आयात रोक देना चाहिए। साथ ही, उन्होंने अपने देश में युद्ध से हुई तबाही और विनाश का एक मार्मिक वीडियो सांसदों से खचाखच भरे एक सभागार में दिखाया।
हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी और सीनेट के बहुमत के नेता चक शूमर ने एक बयान में कहा, "कांग्रेस, हमारा देश और दुनिया यूक्रेन के लोगों का सम्मान करती है।’’
अमेरिकी संसद के रविवार को शुरू हो रहे नए सत्र में सांसद ऐसे समय में शपथ ग्रहण करेंगे
ट्रंप ने अपने इस वीडियो संदेश में कहा है कि 900 अरब डॉलर का राहत पैकेज एक फजूल का खर्च है और इसमें कठोर मेहनत कर टैक्स देने वाले अमेरिकन नागरिकों को राहत के रूप में केवल 600 डॉलर दिए जा रहे हैं।
सीनेट ने पैकेज को 92-6 के भारी बहुमत से मंजूरी दी, जबकि दूसरे सदन में इसके पक्ष में 359 वोट और विपक्ष में 53 वोट पड़े।
निर्वासित तिब्बती सरकार के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तौर पर अमेरिकी सीनेट ने मंगलवार को सर्वसम्मति से तिब्बती नीति और सहायता अधिनियम (टीपीएसए) 2020 को पारित कर दिया, जो मई से सीनेट की विदेश संबंध समिति में अटका हुआ था।
प्रस्ताव में तिब्बत और तिब्बत के लोगों की वास्तविक स्वायत्तता और 14वें दलाई लामा द्वारा वैश्विक शांति, सद्भाव और तालमेल को बढ़ावा देने के लिए किए गए कार्यों के महत्व को मान्यता दी गई है।
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