पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के सरकार के लक्ष्य में एक तिहाई हिस्सेदारी निर्यात की होनी चाहिए। मुखर्जी ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध से भारतीय निर्यातकों के पास निर्यात बढ़ाने के अवसर हैं।
अमेरिका के साथ जारी व्यापार युद्ध के कारण चीन की अर्थव्यवस्था सुस्त हो रही है। यदि अमेरिका ने आगे शुल्क में और वृद्धि की तो चीन की आर्थिक वृद्धि दर में इसकी वजह से तेज गिरावट आ सकती है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने शुक्रवार को यह चेतावनी दी।
अमेरिका के साथ जारी व्यापार युद्ध के बाद भी जुलाई महीने में चीन के निर्यात में 3.30 प्रतिशत की तेजी देखी गयी। हालांकि इस दौरान चीन का आयात 5.60 प्रतिशत गिर गया। चीन ने गुरुवार को व्यापार के आधिकारिक आंकड़े जारी किये।
अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार के चलते पिछले एक साल में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रूई (कॉटन) का भाव 32 फीसदी से ज्यादा टूटा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं के ऊपर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 1 सितंबर से प्रभावी होगा।
ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका और ग्लोबल बाजारों में भारी गिरावट के बीच घरेलू शेयर बाजार में भी आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में ही बड़ी गिरवाट देखी जा रही है।
चीन ने कहा है कि वह द्विपक्षीय व्यापार असंतुलन से जुड़ी भारत की चिंताओं का सम्मान करता है और इस मुद्दे के समाधान के लिए नये दृष्टिकोण के साथ बातचीत करना चाहता है।
चीन की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार इस साल की दूसरी तिमाही में करीब तीन दशक के सबसे निम्न स्तर 6.2 प्रतिशत पर रही।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जी20 शिखर सम्मेलन के बाद बातचीत में कहा, 'चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के साथ हमारी के अच्छी बैठक हुई है। उन्होंने कहा कि मैं कहूंगा कि यह बैठक 'अति उत्तम' रही।
अमेरिका व्यापार विवाद में चीन के साथ आगे और बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी तरह के संभावित करार के लिए दोनों देशों के शीर्ष नेताओं को इस माह के अंत में होने वाली बैठक तक इंतजार करना होगा।
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में 2019 के दौरान दुनिया की 70 प्रतिशत अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती आने का अनुमान जताया है।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 71.23 पर अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और दिन के कारोबार के दौरान 71.11 रुपए की ऊंचाई को छू गया।
चीन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका के साथ हुई हालिया व्यापार वार्ता बेहद गंभीर रही और इससे दोनों पक्षों की आपत्तियों को दूर करने का ठोस आधार तैयार हुआ।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार के कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों तेजी और अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से रुपया को समर्थन मिला है।
अमेरिका के साथ इस सप्ताह होने वाली व्यापार वार्ता को लेकर चीन ने सकारात्मक संकेत दिये हैं, हालांकि दोनों पक्षों के बीच प्रौद्योगिकी तथा आर्थिक संबंधों के भविष्य पर लंबी जिरह हो सकती हैं।
दुनिया की दो बड़ी आर्थिक ताकत अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की आग बुझती दिख रही है।
चीन ने अमेरिका की इस तरह की व्यापार कार्रवाई की तुलना ‘‘ दूसरे के गले पर छुरी रखने’’ से की है
अमेरिकी मीडिया में आई खबरों के अनुसार ट्रंप प्रशासन चीन से आने वाले सामानों पर 200 बिलियन डॉलर से अधिक का टैरिफ लादने की तैयारी में है।
अमेरिका और चीन के वार्ताकारों के बीच व्यापार मुद्दों को लेकर दो दिन चली बातचीत बिना किसी ठोस परिणाम के समाप्त हो गई।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 28 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 68.88 प्रति डॉलर पर आ गया।
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