Positive Payment System: देश के सभी बड़े बैंक अपने यहां एक अगस्त से ही Positive Payment System को लागू कर दिए हैं। जानिए कैसे करता है काम।
UPI Payments: भारत अब तेजी से डिजिटल इंडिया (Digital India) बनने के तरफ बढ़ रहा है। कैश के अलावा लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) भी करना पसंद कर रहे हैं। यूपीआई (UPI) ट्रांजैक्शन में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। इसका अंदाजा जुलाई महीने हुए 6 अरब यूपीआई ट्रांजैक्शन (UPI Transaction) को देख कर लगाया जा सकता
Delhi Crime News: 2021 में इसी तरह के धोखाधड़ी के मामलों में शामिल होने के चलते आरोपी को दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि नई व्यवस्था से ग्राहकों को यूपीआई प्लेटफॉर्म के माध्यम से भुगतान करने में अधिक अवसर और सुविधा मिलने की उम्मीद है।
Google Pay का उपयोग करके क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिये भुगतान करने के लिए सबसे पहले आपको कार्ड को UPI ऐप में जोड़ना होगा।
वित्त वर्ष 2021-22 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से लेन-देन की कीमत 83 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ है। पिछले दो साल में UPI पेमेंट सिस्टम की ग्रोथ बहुत ज्यादा रही है।
लेख में कहा गया है कि कई देशों ने कोविन ऐप की भी प्रशंसा की है। इस ऐप को कोविड की शुरुआती अवधि के दौरान टीकाकरण के लिए विकसित किया गया था।
अभी तक यूपीआई का इस्तेमाल के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट जरूरी है।
एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा।
उपभोक्ताओं के वित्तीय व्यवहार में बदलाव आया और वे नकद की जगह ई-वॉलेट तथा यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं
यूपीआई पेमेंट को एक सुरक्षित जरिए भले ही माना जाता है, लेकिन हाल ही में कई ऐसी भी घटनाएं सामने आई हैं जहां फ्रॉड का जरिया आपका यूपीआई पेमेंट ही रहा है।
यहां हम कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
Now with the help of UPI, money will be available from abroad, IndusInd Bank has tied up with NPCI
आरबीआई ने कहा कि दूरसंचार नियामक ट्राई के अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार, भारत में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों की संख्या करीब 118 करोड़ है। इसमें 74 करोड़ स्मार्टफोन हैं जबकि शेष फीचर फोन हैं।
अक्टूबर 2021 में, मूल्य के मामले में यूपीआई के जरिये 7.71 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया। अक्टूबर में यूपीआई के माध्यम से 421 करोड़ लेनदेन किए गए।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने यूपीआई के लिए बाजार हिस्सेदारी पर एक सीमा तय की है। यहां ऐसी कोई कंपनी नहीं हो सकती, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 30 प्रतिशत से अधिक हो।
भारत का मौजूदा फिनटेक बाजार 31 अरब डॉलर का है जो कि साल 2025 तक 84 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। पिछले महीने यूपीआई के जरिये रिकॉर्ड 3.6 अरब लेन देन किये गये
वही पिछले वर्ष यूपीआई मंचों से करीब 22 अरब लेनदेन हुए थे तथा इस साल यह संख्या 40-45 अरब हो सकती है।
व्हाट्सएप भारत में पहले से ऑनलाइन भुगतान खंड में अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, जिसमें पेटीएम, गूगल पे, फोनपे, अमेजन पे सहित मजबूत खिलाड़ी पहले से ही अपनी स्थिति मजबूत कर चुके हैं।
क्रेडिट को निर्धारित समय अवधि के भीतर सम्पन्न किया जाना चाहिए और ऐसा न कर पाने की स्थिति में लाभार्थी को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।
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