Online Payment: भारत यूपीआई के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के मामले में दुनिया के टॉप देशों में गिना जाता है। इस बार तो वर्ल्ड बैंक ने भी भारत का लोहा मान लिया है।
UPI Payment: पैसों का लेनदेन करने के लिए यूपीआई ट्रांजैक्शन करते हैं। सरकार भी लगातार यूपीआई (UPI) को बढ़ावा दे रही है। ऑनलाइन बैंकिंग करने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है। ठीक इसी तरह ज्यादातर लोग इंटरनेट के जरिए ही यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) करते हैं।
UPI: वित्त मंत्रालय ने रविवार को कहा कि ‘यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस’ (UPI) लोगों के लिए एक उपयोगी डिजिटल सेवा है और इस पर शुल्क लगाने का सरकार कोई विचार नहीं कर रही है।
UPI payment system: अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं और UPI Payment करना प्रीफर करते हैं। एक दिन जब अचानक से आपको फोन खो जाता है तो आप ऐसी स्थिति में अपने यूपीआई पेमेंट सिस्टम को कैसे डी- एक्टिवेट कर सकते हैं आज की खबर हमें हम स्टेप बाय स्टेप जानने की कोशिश करेंगे।
UPI Transaction आज के समय में शहरी क्षेत्रों में लगभग लोग कर रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में भी इसकी संख्या में बढ़ोतरी होनी शुरु हो गई है। भारत सबसे अधिक डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) करने वाले देश की लिस्ट में शामिल हो गया है।
WhatsApp Pay: आज के समय में लगभग लोग ऑनलाइन यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) करना पसंद कर रहे हैं। इन दिनों WhatsApp Pay का भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या यह सुरक्षित है?
UPI Transaction Limit: भारत के विभिन्न बैंक ट्रांजैक्शन की लिमिट अलग-अलग देते हैं। ग्राहकों को बैंक के दिए गए लिमिट से अधिक ट्रांसफर करने की अनुमति नहीं होती है।
इन्फिबीम अव्हेन्यूज लिमिटेड (Infibeam Earnings Limited) ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में अपनी फिनटेक पेशकशों में साल-दर-साल 72% की वृद्धि दर्ज की है।
Positive Payment System: देश के सभी बड़े बैंक अपने यहां एक अगस्त से ही Positive Payment System को लागू कर दिए हैं। जानिए कैसे करता है काम।
UPI Payments: भारत अब तेजी से डिजिटल इंडिया (Digital India) बनने के तरफ बढ़ रहा है। कैश के अलावा लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) भी करना पसंद कर रहे हैं। यूपीआई (UPI) ट्रांजैक्शन में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। इसका अंदाजा जुलाई महीने हुए 6 अरब यूपीआई ट्रांजैक्शन (UPI Transaction) को देख कर लगाया जा सकता
Google Pay का उपयोग करके क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिये भुगतान करने के लिए सबसे पहले आपको कार्ड को UPI ऐप में जोड़ना होगा।
वही पिछले वर्ष यूपीआई मंचों से करीब 22 अरब लेनदेन हुए थे तथा इस साल यह संख्या 40-45 अरब हो सकती है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूपीआई को अपग्रेड करने की योजना बना रही है।
देश में सभी खुदरा लेनदेनों का हिसाब-किताब रखने वाले संगठन नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया(एनपीसीआई) के डिजिटल इंटीग्रेटेड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) पर दिसंबर 2017 में 14.55 करोड़ लेनदेन पंजीकृत हुए हैं।
देश के दूसरे सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक ने 10 जुलाई से यूपीआई के माध्यम से भुगतान करने पर शुल्क लगाने का फैसला किया है।
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