यूपी एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। दरअसल नेपाल के रास्ते भारत में घुस रहे 3 आतंकियों को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आतंकियों में 2 पाकिस्तानी और एक कश्मीरी नागरिक शामिल है। बता दें कि इन आतंकियों को संबंध हिज्बुल मुजाहिद्दीन और आईएसआई से है।
यूपी के बाराबंकी में दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक तेज रफ्तार बस पलट गई। इस हादसे में तीन बच्चों समेत एक युवक की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने अपने बयान में कहा है कि प्रयागराज में गिरफ्तार हुए पति-पत्नी ने साल 2017-2018 में बड़े इनामी नक्सली क्वांथन श्रीनिवासन को शरण दी थी।
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भीषण सड़क हादसे की खबर है जिसमें छह लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हैं। कहा जा रहा है कि जीप और पिकअप गाड़ी के बीच जोरदार टक्कर हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में रोडवेज बस और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से पांच लोगों की मौत हो गई है। जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
यूपी के कासगंज में भीषण हादसा हो गया है जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई है, इसमें कई बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। गंगा स्नान के लिए जाते वक्त ट्रैक्टर ट्रॉली के पलटने से हादसा हुआ है।
हरियाणा और पंजाब सहित देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने एनडीए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने यूपीए सरकार की याद दिलाते हुए कहा कि हमने स्वामीनाथन आयोग की 175 सिफारिशों को लागू किया।
लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा श्वेत पत्र पेश किया गया है। श्वेत पत्र को तीन हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें एक पार्ट में यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों को जिक्र है। दूसरे पार्ट में यूपीए सरकार दौरान के घोटालों का जिक्र है और तीसरे पार्ट में मोदी सरकार द्वारा किए गए रिफॉर्म के बारे में बताया गया है।
लोकसभा में गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए शासन के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेत पत्र पेश कर दिया है। इस श्वेत पत्र में इस बात का जिक्र है कि वर्ष 2014 तक हम कहां थे और अब कहां हैं। इस श्वेत पत्र का मकसद उन वर्षों के कुप्रबंधन से सबक सीखना है।
आज संसद में केंद्र सरकार श्वेतपत्र पेश कर सकती है। ये श्वेतपत्र UPA शासनकाल में आर्थिक कुप्रबंधन पर होगा। श्वेतपत्र में मोदी और मनमोहन सरकार की तुलना की जाएगी। निर्मला सीतारमण संसद में ये श्वेतपत्र पेश करेंगी।
विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित होती थीं, कर्फ्यू लगता था। लेकिन हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया।
यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनने से हर सनातनी खुश है लेकिन विपक्ष ने सदी की सबसे बड़ी घटना पर कुछ नहीं बोला, सिर्फ इधर-उधर भटकाते रहे।
मोदी सरकार संसद के वर्तमान सत्र में शनिवार को यूपीए सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन श्वेत पत्र लाएगी। संसद का सत्र भी इसी वजह से एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है।
यूपी ATS ने एक शख्स को मेरठ से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सतेंद्र सिवाल नाम का शख्स पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा था। सत्येंद्र रूस में भारतीय दूतावास में काम कर रहा है। यूपी ATS ने एक शख्स को मेरठ से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सतेंद्र सिवाल नाम का शख्स पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी I
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बीच खूफिया एजेंसी को हाल ही में संभावित लोन-वुल्फ हमले के खतरों का खुफिया इनपुट प्राप्त हुआ है। इस बीच अयोध्या में भी चेकिंग के दौरान ती संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
यूपी सरकार ने साल 2007 में एंटी-टेरर स्क्वाड की स्थापना की थी। इस बल का स्थापना का मकसद राज्य में आतंकी गतिविधियों से निपटने का था। इन जवानों को अब अयोध्या के सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।
ग्रेटर नोएडा दादरी बाईपास पर घने कोहरे की वजह से मंगलवार को बड़ा हादसा देखने को मिला। 8-10 गाड़ियां आपस में ही टकरा गईं। इससे पहले बीते दिन यमुना एक्सप्रेस-वे पर भी दो बसों के टकराने का मामला सामने आया था।
यूपी पुलिस की एटीएस टीम ने आईएसआईएस से जुड़े एक इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 25 हजार का इमान घोषित था। वहीं एक अन्य आरोपी ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कथित तौर पर कुछ लोग मुस्लिम युवाओं को भड़का रहे थे जिसके बाद यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में छापेमारी की थी।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 2 छात्रों की यूपी एटीएस तलाश कर रही है। दोनों ही छात्रों के ऊपर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा गया है। एटीएस का दावा है कि दोनों आईसआईएस की विचारधारा से प्रभावित हैं। दोनों का नाम उनका नाम फैजान अख्तर और अब्दुल समद है।
संपादक की पसंद