चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव के लिए तारीख का ऐलान कर दिया है।
योगी आदित्यनाथ मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे हैं। यहां से सीएम योगी ने गरजते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि सपा मुखिया को तो बाबरी मस्जिद प्यारी थी। इनका सारा चिट्ठा सामने आ जाएगा तो ये कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत चरम पर है। मायावती ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जिसके बाद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने भी अपने तीन उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में बसपा ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बसपा ने इस सीट से रामगोपाल कोरी को अपना प्रत्याशी बनाया है।
यूपी की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में दो सीटों पर बीजेपी और दो पर सपा ने जीत दर्ज की। ददरौल और लखनऊ पूर्वी सीट से बीजेपी ने जीत दर्ज की।
मैनपुरी में आज यानी 2 मई 2024 को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोड शो किया। CM योगी आदित्यनाथ ने भाजपा प्रत्याशी जयवीर सिंह के समर्थन में यह रोड शो किया।
वाराणसी में सियासी उठापटक मची हुई है। अतहर जमाल लारी ने वाराणसी में समाजवादी पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है, वह अब बसपा के सिंबल से चुनाव लड़ेंगे।
अक्सर वोट मिलने के बाद नेता पांच साल बाद ही दिखते हैं। जब वोट मांगने जाते हैं तो लोगों के विरोध का सामने करना पड़ता है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला अमरोहा में। आक्रोशित लोगों ने सांसद को खूब खरी-खोटी सुनाई।
यूपी विधान परिषद की 13 सीटों पर हुए चुनाव में सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इसमें 7 सदस्य बीजेपी, तीन सपा और अन्य तीन, आरएलडी, सुभासपा और अपना दल (एस) के शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव पर INDIA TV-CNX का ओपिनियन पोल सामने आया है। इस पोल को एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों के बीच कराया गया है। इस स्टोरी में हम पूर्वांचल की 29 सीटों के बारे में जानेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में शोहदों का आतंक नहीं बल्कि सेफ सिटी बन गयी है। योगी ने माफियाओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि गरीब - शरीफ को छेड़ना नहीं माफिया को छोड़ना नहीं।
बीजेपी नेतृत्व का स्पष्ट कहना था कि किसी भी सांसद, विधायक और मंत्री को अपने परिजनों की पैरवी नहीं करनी चाहिए। ऐसे में बीजेपी नेतृत्व का यह फैसला पार्टी के कई बड़े नेताओं के लिए झटका माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव का रास्ता अब साफ हो गया है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव को हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही दो दिनों में चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्य में राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने और स्थानीय निकाय चुनावों सहित आगामी चुनावों को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक बैठक की।
इन 27 सीटों के लिए कुल 95 प्रत्याशी मैदान में हैं और इस वोटिंग के नतीजे 12 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। बता दें कि इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच ही है।
अमित शाह ने कहा, पिछले 5 साल में उत्तर प्रदेश के विकास की नींव डालने का जो काम हुआ है, अब हमें उस पर समृद्ध इमारत बनानी है।
लल्लू ने ट्वीट किया, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मैं यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
उत्तर प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में वर्तमान में भाजपा के 35 सदस्य, सपा के 17 और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चार सदस्य हैं। उप्र विधान परिषद में कांग्रेस, अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं। फिलहाल 37 सीटें खाली हैं।
राकेश टिकैत ने लोगों से एक दिन पहले बिस्तर के साथ पहुंचने के लिए कहा क्योंकि उन्हें 10 मार्च को वहां जाने की अनुमति नहीं होगी।
जहूराबाद सीट पर SBSP के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी के उम्मीदवार कालीचरण राजभर और बीएसपी की सैयदा शादाब फातिमा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है।
संपादक की पसंद