बीजेपी ने सिंधुजा मिश्रा सेनानी को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि समाजवादी पार्टी ने गुलशन यादव पर दांव चला है।
अपना दल कमेरावादी की ओर से इस सीट से चुनाव मैदान में कृष्णा पटेल ताल ठोंक रही हैं
राज्य की 403 विधानसभा सीटों में से अब तक 231 सीटों पर मतदान हो चुका है और रविवार को 61 सीटों पर मतदान होने के बाद 292 सीटों का मतदान पूरा हो जाएगा।
हेमा मालिनी ने कहा कि रूस और युक्रेन में युद्ध चल रहा है। उसमें भी हमारे प्रधानमंत्री बीच में जाकर युद्ध को राकने की कोशिश कर रहे हैं। पूरे विश्व के नेता चाहते हैं कि मोदी जी आगे जाकर कहें कि इस युद्ध को रोको और खत्म करो। पूरा विश्व हमारे प्रधानमंत्री को सम्मान दे रहा है।
अमित शाह ने केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश में पिछड़ों का सबसे बड़ा नेता बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछड़ों का कोई सबसे बड़ा नेता है तो वह केशव प्रसाद मौर्य हैं।
जंग-ए-आजादी के सुनहरें पन्नों में दर्ज Madhuban Assembly Constituency. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के क्रांतिकारियों ने मधुबन में तिरंगा लहराकर अपनी आजादी का एलान किया था. तब से लेकर अबतक कई राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. 2017 में ही Dara Singh Chauhan ने BJP की टिकट पर मधुबन सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुए. लेकिन इस बार ठीक चुनाव से पहले वे SP में शामिल हो गए. सपा ने इस बार उन्हें यहां की बजाय Ghosi से टिकट देकर चुनाव में उतारा है. वहीं भाजपा ने इस बार Ram Vilas Chauhan को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार मधुबन विधानसभा क्षेत्र में किस ओर बह रही है चुनावी बयार इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मधुबन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां स्थानीय जनता ने आगमी चुनाव और विधायक को लेकर जो कुछ कहा आप भी सुनिए.
अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरशोर से चालू है. वहीं अयोध्या में सौंर्दयकरण के लिए यहां सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण कराया जा रहा है. जिसके कारण यहां मौजूद करीब 700 दुकानों को नुकसान पहुंचा है. जिससे यहां के स्थानीय दुकानदार काफी नाराज चल रहे हैं. स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक वे सभी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराए जाने से बेहद प्रसन्न हैं. लेकिन साथ में उनका कहना है कि सरकार को उनके बारे में भी सोचने की आवश्यकता है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने अयोध्या पहुंचकर यहां के स्थानीय दुकानदारों से उनकी परेशानियों का सबब जानने की कोशिश की. आप भी सुनिए कि अयोध्या के दुकानदार यहां सड़कों के चौड़ीकरण किए जाने से कितने परेशान हैं.
चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के 51 मामलों के साथ मेरठ जिलों में सबसे ऊपर है, इसके बाद झांसी में 45 मामले हैं। आयुक्तालयों में, लखनऊ 26 मामलों के साथ शीर्ष पर रहा और उसके बाद कानपुर में 20 मामले सामने आए।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के 48 उम्मीदवारों में से 40 (83 फीसदी), बीजेपी के 52 उम्मीदवारों में से 23, कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 22, बसपा के 57 उम्मीदवारों में से 22 और आप के 51 उम्मीदवारों में से 7 उम्मीदवारों ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
Uttar Pradesh की आखिरी विधानसभा दुद्धी सीट पर सियासी हलचल जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. यहां के मतदाताओं ने आगामी चुनाव और मौजूदा सरकार के कामकाज को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. बता दें कि 2017 में BJP गठबंधन Apna Dal (S) ने यहां जीत दर्ज की थी. चुनाव में अपना दल के Hariram ने इस सीट पर BSP के कद्दावर नेता Vijay Singh Gaur को पराजित किया था. इस बार चुनाव में यहां किस दल का नेता विजयी होगा इसका फैसला तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा.
Obra Assembly Seat Sonbhadra District के अंतर्गत आती है. 2017 में इस सीट पर BJP के Sanjeev Kumar ने SP के Ravi Gaur को 44 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था. ओबरा एक आदिवासी बाहुल्य सीट है. जहां करीब 75 हजार अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं. इस बार ओबरा विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते पांच सालों में ओबरा विधानसभा क्षेत्र में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ओबरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने क्षेत्र में हुए सड़क,पानी जैसे बुनियादी सुविधाओं को लेकर कैमरे पर जो कुछ कहा आप भी सुनें.
Ghazipur District का Mohammadabad Assembly Constituency Uttar Pradesh की एक अहम सीट है. 2017 में BJP ने इस सीट पर कब्जा किया था. बीजेपी की Alka Rai ने BSP के Sibgatullah Ansari को 32 हजार से अधिक वोटों के अंतर से मात देकर जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार भी इस सीट से अलका राय को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. भाजपा 2022 में भी इस सीट को अपने कब्जे में रखने की कोशिश करेगी. वहीं अन्य सियासी दल भाजपा को इस सीट से हराने की पूरी कोशिश करेंगे. ऐसे में मोहम्मदाबाद का वोटर क्या सोचता है. ये जानना बेहद आवश्यक हो जाता है. इसलिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने आगामी चुनाव को मौजूदा सरकार को लेकर क्या कुछ कहा आप भी सुने.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर प्रदेश में चुनावी पारा अपने चरम पर है. इस बार यूपी में सात चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं. प्रदेश में चार चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं. प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग चुनाव में किसे वोट कर रहे हैं. वोटिंग के समय उनके जहन में कौन से मुद्दें रहें. इन तमाम सवालों के जवाब खोजने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम Firozabad के मुस्लिम मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां के अल्पसंख्क समुदाय ने हमारे साथ चुनाव और मौजूदा सरकार को लेकर अपने विचार साझा किए.
मतदान करने आए एक युवक ने EVM में ही फेवीक्विक डाल दी थी, जिससे ईवीएम ने नाम करना बंद कर दिया था और पोलिंग बूथ पर तैनात अधिकारियों की परेशानी भी बढ़ा दी थी।
Uttar Pradesh के Ghazipur Assembly Seat पर इस बार 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते 3 दशक से कोई भी दल यहां लगातार दोबार नहीं जीत पाया है. केवल Pabbar Ram मात्र ऐसे विधायक हैं जो दोबार लगातार यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे. हांलाकि 2017 के Assembly Election में BJP इस सीट पर कब्जा करने में कामयाब रही थी. भाजपा की संगीता बलवंत यहां से मौजूदा विधायक है. भाजपा ने 2022 के लिए एक बार फिर से उनपर भरोसा जताया है. गाजीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव से पहले किस दल को लेकर हवा बह रही है. इसी का पता लगाने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम गाजीपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. आप भी देखिए क्षेत्र की जनता ने चुनाव को लेकर जो कुछ कहा.
Uttar Pradesh का Agra अपने खूबसूरत Taj Mahal के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक ताज का दीदार करने के लिए यहां आते हैं. आगरा अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के लिए भी काफी प्रसिद्ध है. यहां हर जाति वर्ग के लोग रहते हैं. आबादी का एक बड़ा हिस्सा मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखता है. ऐसे में इस चुनावी माहौल में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि आगरा का मुसलमान वोटर प्रदेश सरकार के कार्यों को लेकर क्या सोचता है. चुनाव के इसी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आगरा के मुसलमान मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यों समेत अन्य विषयों पर अपनी राय हमारे साथ साझा की.
भगवान राम की जन्मभूमि Ayodhya का सांस्कृतिक महत्व किसी से छिपा हुआ नहीं है. अब यहां एक विशाल Ram मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन पूरा Uttar Pradesh इस समय चुनावी समर में गोते लगा रहा है. ऐसे में अयोध्या का संत समाज चुनाव को लेकर क्या सोचता है? चुनाव में संत समाज की भूमिका कितनी अहम हो चुकी है. Modi और Yogi की जोड़ी से कितना खुश है अयोध्या का संत समाज. ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम अयोध्या के संत समाज के बीच पहुंचा. जहां अयोध्या के संतों ने राजनीति को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh का Mau बाहुबली Mukhtar Ansari के नाम से जाना जाता है. वह यहां से पांच बार विधायक भी निर्वाचित हुए हैं. उनपर कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. जिसके कारण इन दिनों मुख्तार जेल में बंद हैं. ऐसे में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की मुख्तार अंसारी के गढ़ में मऊ में पहुंचा और यह जानने की कोशिश की क्षेत्र में मुख्तार की कितनी पकड़ है. हांलाकि इस बार मुख्तार ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. उनकी जगह उनका बेटा Abbas चुनावी मैदान में अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश में है. चुनाव से पहले मुख्तार के गढ़ में वहां की जनता ने उन्हें लेकर जो कुछ भी कहा आप भी देखें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज करते हुए कहा कि 'घोर परिवारवादियो' ने वोट बैंक के लिए मुस्लिम बेटियों की पीड़ा को नजरअंदाज किया मगर उनकी सरकार ने तीन तलाक रोधी कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि ‘‘वह परिवार वाले भले न हों लेकिन हर परिवार के दर्द को समझते हैं।’’ मोदी ने बाराबंकी में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम लिए बगैर कहा "जो दावा करते हैं कि वह तो परिवार वाले हैं मगर उन्हें तीन तलाक पीड़िताओं का दर्द क्यों नहीं दिखा।’’ उन्होंने कहा कि मेरी मुस्लिम बहनों, बेटियों को छोटे-छोटे बच्चे लेकर पिता के घर लौटना पड़ता था, तब तुम्हें परिवार का दर्द क्यों समझ नहीं आया। हम परिवार वाले नहीं हैं लेकिन हर परिवार के दर्द को पहचानते हैं।
मोदी ने बाराबंकी में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम लिए बगैर कहा, जो दावा करते हैं कि वह तो परिवार वाले हैं मगर उन्हें तीन तलाक पीड़िताओं का दर्द क्यों नहीं दिखा।
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