कैम्पियरगंज विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी । 2012 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर कब्जा किया । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( एनसीपी) के फतेह बहादुर सिंह जीतकर विधानसभा पहुंचे थे ।
पीएम मोदी ने कहा कि, मुझे लगा कि मेरे घोर विरोधी भी ये देख रहे हैं कि काशी के लोगों का मुझ पर कितना स्नेह है। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब ये कि मेरी मृत्यु तक ना काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और ना ही काशी मुझे छोड़ेगी।
गाजीपुर ज़िले के जंगीपुर विधानसभा में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी। यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी, तब से लेकर 2017 तक यहां सपा का कब्जा रहा है। 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा?
2022 यूपी विधानसभा चुनाव में देवरिया जिले की रुद्रपुर विधानसभा सीट पर भाजपा ने जहां एक बार फिर से जय प्रकाश निषाद को प्रत्याशी बनाया है। निषाद बाहुल्य इस सीट पर सपा ने राम भुवाल निषाद को चुनाव में उतारा है।
गोरखपुर के पांच बार सांसद रहे आदित्यनाथ प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के महंत भी हैं। अखिलेश यादव ने चिल्लूपार और देवरिया की जनसभाओं में मुख्यमंत्री पर जमकर प्रहार करते हुए कहा, ''बाबा मुख्यमंत्री ने आपको लैपटॉप नहीं दिए, क्योंकि वह खुद इन्हें चलाना नहीं जानते हैं।
कुशीनगर की पडरौना विधानसभा सीट में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने मनीष कुमार जायसवाल उर्फ मंटू को अपना उम्मीदवार बनाया है। विशुनपुरा ब्लॉक के जंगल शाहपुर गांव निवासी पूर्व ब्लॉक प्रमुख विक्रमा यादव को समाजवादी पार्टी (सपा) ने पडरौना सदर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
प्रतापगढ़ जिले के थाना कोतवाली कुंडा के पहाड़पुर बनोही में रविवार को पूर्वाह्न लगभग 11 बजे समाजवादी पार्टी (सपा) के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी गुलशन यादव के काफिले पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिससे उनके वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और उन्हें मामली चोट आयी हैं।
Jakhanian Assembly Seat Ghazipur District के अंतर्गत आती है. यहां 1967 से 2017 तक BJP का खाता नहीं खुला. 2017 में SBSP पार्टी के Triveni Ram विधायक बने थे. 2017 में BJP और सुभासपा के बीच गठबंधन था. यहां SP-BSP की जीत हार होती रही है. इस क्षेत्र में दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. दूसरे नंबर पर यावद वोटर हैं. राजभर और चौहान वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. जखनियाँ विधानसभा की गिनती पिछड़े इलाके में होती है. 2022 में विधायक चुनने के लिए लिए यहां 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. इस बार यहां की जनता किसके सिर जीत का ताज सजाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जखनियाँ विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
भारतीय जनता पार्टी ने वेद प्रकाश को टिकट दिया है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने तेज नारायण को चुनाव मैदान में उतारा है। बहुजन समाज पार्टी की तरफ से रवि प्रकाश चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस की तरफ से रीटा चुनाव लड़ रही हैं।
Mirzapur की Marihan Assembly में 2017 में BJP का परचम लहराया था. 2017 में जीत अपने नाम कर चुके Ramashankar Patel को BJP ने इस बार भी चुनाव मैदान में उतारा है. 2012 में इस सीट पर Congress का कब्जा था. यहां करीब साढ़े तीन लाख है वोटरों की संख्या. पटेल वोटरों की संख्या यहां सबसे अधिक है. आदिवासी करीब 40 हज़ार. 30 हज़ार के करीब दलित मतदाता है. बाकी अन्य वोटर हैं. 10 मार्च को यहां की जनता किस पार्टी की झोली में जीत डालने का मूड बना रही है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मिर्जापुर की मड़िहान विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या चल रहा है? आप भी सुनिए
Ghazipur District के Jangipur Assembly में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी. यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी. तब से लेकर 2017 तक यहां SP का कब्जा रहा है. कृषि प्रधान इस विधानसभा में करीब सवा तीन लाख वोटरों की संख्या है. 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा? जंगीपुर की जनता के मुद्दे क्या हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जंगीपुर पहुंची थी. यहां की जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
चिल्लूपार विधानसभा सीट पर इस बार यूपी 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। तो वहीं बीजेपी ने राजेश त्रिपाठी को टिकट दिया है।
बांसी विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी से जय प्रताप सिंह, बीएसपी से राधेश्याम पांडेय, सपा से नवीन उर्फ मोनू दुबे, और कांग्रेस से किरण शुक्ला चुनावी मैदान में हैं।यूपी में छठे चरण में 3 मार्च को जिन सीटों पर वोटिंग होगी उनमें बांसी विधानसभा सीट भी शामिल है।
नड्डा ने कहा कि गुंडा शब्द सपा वालों के लिए बहुत हल्का है, सपा वाले तो आतंकवादियों के साथ मिले हुए हैं।
इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में अकबरपुर विधानसभा सीट पर सपा से राम अचल राजभर का मुकाबला भाजपा के धर्मराज निषाद से है। अकबरपुर विधानसभा सीट पर बसपा ने चंद्रप्रकाश वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अकबरपुर विधानसभा सीट पर छठे चरण में 3 मार्च को वोट डाले जाएंगे।
गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने ख़्वाजा शमसुद्दीन को टिकट दिया है। गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद भी चुनावी मैदान में हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की रिचा सिंह की सिद्धार्थ नाथ सिंह से टक्कर हुई थी लेकिन सिद्धार्थ नाथ सिंह को भगवा लहर का फायदा मिला और वह चुनाव जीत गए।
Handia Assembly Seat : वर्ष 2017 में बीएसपी उम्मीदवार हाकिम लाल बिंद ने जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार उन्होंने पाला बदल लिया है। बिंद अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं ।
डिंपल यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने सबकी उम्मीदें, सबके सपने गड्ढे में डाल दिए लेकिन मुझे खुशी इस बात की है कि हम सब लोग साथ होकर उत्तर प्रदेश को उन्नति की ओर ले जायेंगे, राज्य में नया सूरज उगने वाला है।’’
सीएम योगी ने कहा, सपा ने अपने शासनकाल में सिर्फ अराजकता ही फैलाई है। गुंडागर्दी अपने चरम पर थी। कहा कि जो लोग जनता का राशन खा जाते थे। हमारा बुलडोजर उनका हिसाब करता है।
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