Siddharthnagar की Shohratgarh Assembly Seat कभी Congress का गढ़ हुआ करती थी. 2002 और 2007 के चुनाव में भी इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. 2017 में BJP की गठबंधन सहयोगी Apna Dal के Amar Singh यहां से विजयी रहे. इस क्षेत्र में 3 लाख के करीब मतदाता हैं. यहां अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. शोहरतगढ़ सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राहम्ण, राजपूत के साथ कुर्मी वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. दलित वोटरों की भी अच्छी तादाद हैं. सीटिंग विधायक अमर सिंह का दावा है कि उनेक कार्यकाल में यहां चहुंमुखी विकास हुआ है. अब यहां कि जनता को इस क्षेत्र में कितना विकास दिखता है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शोहरतगढ़ विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar के Dumariaganj Assembly seat से 2017 में BJP के Raghavendra Pratap Singh चुनाव जीते थे. 2017 में कांटे की टक्कर थी. BSP उम्मीदवार Sayyida Khatoon से राघवेंद्र प्रताप सिंह मात्र 171 वोट से जीते थे. इस बार भी बीजेपी के टिकट पर राघवेंद्र प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं. सांप्रदायिक टिप्पणी की वजह से राघवेंद्र प्रताप इस वक्त सुर्खियों में आ गये हैं. चुनाव आयोग इसका संज्ञान भी ले चुका है. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार विरोधियों पर साजिश का आरोप लगा रहै हैं. वहीं यहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1967 में यह सीट अस्तित्व में आई थी. इस विधानसभा में कुल करीब चार लाख मतदाता हैं. सामान्य वर्ग के साथ एससी-एसटी वर्ग के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2022 में यहां की जनता फिर से राघेंद्र प्रताप को विधानसभा भेजती है या कोई और उम्मीदवार यहां की जनता के मन में बसा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम डुमरियागंज विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
जहां मतदान का प्रतिशत नहीं बढ़ने के पीछे कोविड-19 महामारी को एक प्रमुख वजह के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मतदाताओं ने चुनाव में अब तक सभी पार्टियों को आजमा लिया है लिहाजा उनमें अब मतदान के प्रति वह जोशोखरोश नहीं रहा।
न जाने कितनी बार भाजपा के लोगों ने ‘छला’ है, इतना ‘छला’ है कि ‘‘यह चुनाव छलिया बनाम बलिया दिखाई दे रहा है।"
आरएसएस के पदाधिकारी इसे मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 'जनजागरण अभियान' का नाम दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर क्षेत्र के 62 विधानसभा क्षेत्रों में 27,647 बूथ हैं जहां आरएसएस के 'ग्राम प्रमुखों' और अन्य कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ी है।
Deoria District की Rudrapur Assembly Seat यूं तो पिछड़े क्षेत्रों में शुमार है. यहां अन्य समस्याओं के साथ-साथ बाढ़ सबसे बड़ी समस्या है. लेकिन यह विधासभा सीट हाई प्रोफाइल सीट क रूप में जानी जाती है. कभी कांग्रेस के लिए यह सीट उसका गढ़ हुआ करती थी, BJP भी यहां से तीन बार चुनाव जीत चुकी है. यहां निषाद मतदाता बहुसंख्यक हैं. 2017 में भाजपा की टिकट पर Jai Prakash Nishad चुनाव जीते थे. 1991 से लगातार चुनाव लड़ रहे जय प्रकाश को लगातार दो बार जीत हासिल नहीं हुई. क्या इस बार यह रिकॉर्ड टूटने वाला है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रुद्रपुर विधानसभा में जनता का मूड समझने पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Gorakhpur District की Chillupar Assembly Seat पर बाहुबली नेता Harishankar Tiwari ने 1985 से 2002 तक लगातार 6 बार जीत दर्ज की थी. वहीं 2017 में उनके बेटे Vinay Shankar Tiwari BSP की टिकट पर यहां से चुनाव जीते. इस चुनाव में विनय शंकर तिवारी SP के टिकट पर मैदान में हैं. जिनका मुकाबला BJP के Rajesh Tripathi से है. अब देखना होगा जनता किसको 2022 में चिल्लूपार का सिकंदर बनाती है? जनता का मन टटोलने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चिल्लूपार विधानसभा पहुंची थी. आप भी सुनिए. जनता ने क्या कहा?
यहां पर करीब 3 लाख मतदाता हैं । जिनमें सबसे अधिक संख्या ब्राह्मण मतदाताओं की है । वहीं चुनाव में क्षत्रिय, वैश्य, यादव मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं । इस बार हाटा विधानसभा क्षेत्र में 3 मार्च को वोटिंग होगी ।
बलरामपुर से चुनाव ड्यूटी पूरी कर रहे पुलिसकर्मियों की बस जब बगंई गांव से गुजर रही थी, वहां रास्ते पर जा रहे कुछ युवकों ने बस को रास्ता नहीं दिया। बस ड्राइवर के बार बार हार्न बजाने पर ये युवक हिंसक हो गए और लोहे की रॉड से बस का शीशा तोड़ दिया।
कुशीनगर और संतकबीरनगर में आयोजित चुनावी जनसभाओं में अमित शाह ने कहा कि प्रदेश के पांच चरणों के चुनाव में भाजपा ने बहुमत के बराबर सीटें प्राप्त कर ली है और छठे और सातवें चरण में मतदाताओं ने 300 पार वाली सरकार बनाने के लिए वोटिंग करनी है।
UK में भी भारत में चल रहे चुनाव की पुरज़ोर चर्चा हो रही है। UK में एक नया नज़ारा दिखा जहां योगी आदित्यनाथ के समर्थन में कार रैली निकाली गई।
कार रैली का आयोजन उत्तर प्रदेश की जनता को एक मैसेज देने के लिए किया गया था कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए मतदान करें। आयोजकों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में बहुत विकास किया है।
Jaunpur के Zafarabad Assembly Seat पर 2017 के चुनाव में 25 साल बाद BJP को सफलता मिली. इसके पहले 1991 में BJP के Umanath ने जीत दर्ज करके विधानसभा में अपनी जगह बनाई थी. 1993 में SP, BSP गठबंधन से उम्मीदवार Shriram Yadav ने परचम लहराया. 1996, 2002, 2007 में लगातार BSP के Jagdish Narayan ने अपना कब्जा बनाए रखा था. 2012 में इस सीट को सपा के Sachindra Nath Tripathi ने BSP से हासिल की थी. 2017 के Assembly Election में यह सीट BJP की झोली में चली गई. इस चुनावी महासमर में यहां कांटे की टक्कर है. आखिरी चरण में 7 मार्च को यहां चुनाव है. इस कांटे की टक्कर में जनता किसका साथ निभाने वाली है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जफराबाद विधानसभा विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए
Kaushambi के Sirathu Tehsil स्थित ‘कड़ा धाम शीतला माता’ का मंदिर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. 51 शक्तिपीठों में से एक मां शीतलाधाम में हर साल आषाढ़, सावन के महीने में सप्तमी-अष्टमी के दिन विशेष मेला लगता है. इस दौरान मां के दर्शन के लिए लोग देश के कोने-कोने से यहां आते हैं. मां शीतला देवी को पुत्र देने वाली देवी भी कहा जाता है. चुनावी माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ‘कड़ा धाम शीतला माता’ मंदिर पहुंची थी. बातचीत के दौरान शीतला धाम में मौजूद भक्तों ने केशव मौर्य के नारे लगाए और कहा कि- ‘ जो राम को लाए हैं सिराथू के लोग उनको लाएंगे.’
Kaushambi District की Sirathu Assembly Seat राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट की चर्चा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यहां से BJP ने UP के उप-मुख्यमंत्री Keshav Prasad Maurya को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, दूसरी तरफ SP-Apna Dal गठबंधन की ओर से Pallavi Patel को टिकट दिया गया है. केशव प्रसाद मौर्य के सामने सपा गठबंधन प्रत्याशी की राह आसान नहीं होगी. BJP संगठन की मोर्चेबंदी को तोड़ पाना उनके लिए बड़ी चुनौती है. पल्लवी पटेल बेरोजगारी के मुद्दे को उठा रही हैं. वह खुद को कौशांबी की बहू कहकर लोगों के दिल में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हैं. अब जनता क्या सोचती है? जनता को बहू चाहिए या बेटा? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सिराथू विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
आपने अंगुलिमाल डाकू का नाम तो सुना ही होगा. जी हां, वही डाकू जो अपने घर-परिवार के पालन-पोषण के लिए जंगलों के बीच गुफ़ा में छुपा रहता था और मौका मिलते ही राह चलते लोगों को लूट लेता था. यही नहीं लूटपाट के बाद ऊंगलियां काटकर माला भी पहन लेता था. इसी क्रम में एक दिन उसकी मुलाकात भगवान बुद्ध से हो गई. और भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल डाकू को नास्तिक से आस्तिक बना दिया. जिस जगह यह चमत्कार हुआ उस जगह को Shrawasti के नाम से जाना जाता है. यह स्थान भगवान बुद्ध को काफी पसंद था. यह वही इलाका है जहां गौतम बुद्ध अपने जीवन काल का सबसे ज्यादा समय बिताए थे. बौद्धस्थली श्रावस्ती में हर वक्त भक्तों की भीड़ लगी रहती है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम श्रावस्ती उस जगह पहुंची थी, जहां 2600 साल पुराना ‘बोधिवृक्ष’ मौजूद है. क्यों खास है श्रावस्ती? जानने के लिए देखिए हमारी रिपोर्ट.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पांचवें चरण में 693 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें से 90 महिला प्रत्याशी हैं। अमेठी में 55.86 प्रतिशत, बहराइच में 54.60, बाराबंकी में 54.65, चित्रकूट में 59.64, गोंडा में 54.98, कौशाम्बी में 57.01, प्रतापगढ़ में 52.65, प्रयागराज में 53.19, रायबरेली में 56.60, श्रावस्ती में 57.24 और सुलतानपुर में 55.38 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
प्रियंका गांधी ने बलरामपुर के उतरौला में कांग्रेस प्रत्याशी धीरेंद्र सिंह के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोग अंतरयामी और सर्वज्ञानी कहते हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा, हमने अखिलेश के बारे में सिर्फ इतना कहा कि अहमदाबाद की आतंकी घटना में लिप्त लोग क्यों साइकिल और हाथ की शरण पाते हैं। उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा कि 'अखिलेश बाबू' का फोटो उस व्यक्ति के परिजनों के साथ है, जिसने अहमदाबाद हमले में कई लोगों की जान ले ली।
चिल्लूपार विधानसभा सीट से हरिशंकर तिवारी 6 बार विधायक रहे हैं । 2017 में उनके बेटे विनय शंकर तिवारी ने बसपा की टिकट पर यहां से चुनाव जीता था । लेकिन इस बार विनय शंकर तिवारी सपा की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं ।
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