उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं और वरुण गांधी एवं उनकी माताजी मेनका गांधी, दोनों ही चुनाव प्रचार से पूरी तरह अलग हैं। भाजपा के पक्ष में बयान देना या भाजपा उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील करने की बजाय वरुण ने तो अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, सोनभद्र जैसे देश के अनेक जिले हैं जिनको प्रकृति ने अपने खजाने से समृद्ध किया है लेकिन अनेक वर्षों तक जो लोग सरकार में रहे उन्होंने यहां की खनिज संपदा को अपनी मर्जी भर लूटा और यहां के लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया।
अखिलेश यादव ने कहा, “कहने को तो भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है लेकिन पांच साल का काम और जो उसने सपने दिखाए थे अगर उन चीजों का आकलन करेंगे तो पाएंगे कि दुनिया की सबसे झूठी पार्टी अगर कोई है तो भाजपा ही है।”
छठे चरण में भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा के कई बड़े चेहरों की परीक्षा होनी है। इस चरण में 57 सीटों के लिए मतदान होना है।
Bahraich District की Balha Assembly कृषि प्रधान क्षेत्र है. धान, गेहूं, आलू के साथ-साथ गन्ने की यहां अच्छी पैदवार होती है. यहां का गुड़ काफी स्वादिष्ट होता है. इस वक्त प्रदेश में Assembly Election चल रहे हैं. ऐसे में नेता जहां विकास का दावा कर रहे हैं, तो वहीं जनता दावों की पोल खोल रही है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम हर क्षेत्र में पहुंचकर जनता के मन की बात सबके समाने रख रही है. इसी सिलसिले में टीम बलहा में गन्ना किसानों के पास पहुंची थी. गन्ना किसानों ने क्या अपनी समस्याएं बताई? आप भी सुनिए.
Jaunpur District की Mariahu Assembly Seat ग्रामीण इलाके की सीट है. यहां के अधिकतर आबादी के लिए आजीविका का मुख्य साधन कृषि है. यह सीट Bharatiya Janata Party का गढ़ रही है. पिछले सात में से चार दफे BJP के उम्मीदवार यहां से चुनाव जीते हैं. 2017 में बीजेपी के गठबंधन सहयोगी Apna Dal की Leena Tiwari चुनाव जीती थीं. इस क्षेत्र में कुल साढ़े तीन लाख के करीब वोटर हैं. यहां पटेल वोटरों की बहुलता है. यादव, ब्राह्मण, क्षत्रिय मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. इस Assembly Election में यहां कि जनता किसको जीताना चाहती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मड़ियाहूं विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या है? आप भी सुनिए.
Jaunpur के Shahganj Assembly Seat पर 2002 से SP का कब्जा है. 2012 और 2017 से लगातार Shailendra Yadav Lalai इस सीट से विधायक हैं. इस बार भी SP ने ललई को टिकट दिय है. इस क्षेत्र में ढाई लाख के करीब कुल वोटर हैं. यह क्षेत्र यादव बाहुल्य माना जाता है. राजभर, और राजपूत मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. विधायक शैलेंद्र यावद ललई Akhilesh Yadav के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी रहे हैं. विधायक का दावा है कि उनके क्षेत्र में सभी लोगों का विकास हुआ है. इस दावे की हककीत समझने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शाहगंज विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां कि जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Jaunpur Sadar Seat के लिए 7 मार्च को मतदान होना है. इस विधानसभा सीट के इतिहास के मुताबिक इस क्षेत्र के मतदाता कभी अपने विधायक पर दोबारा भरोसा नहीं करते हैं. ऐसे में 2022 में BJP के सामने दोबारा वापसी की चुनौती होगी. 2017 में बीजेपी के Girish Chandra Yadav चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार जनता किस पार्टी के उम्मीदवार को विधानसभा भेजने की तैयारी में है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जौनपुर सदर पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता बीजेपी उम्मीदवार को जीताने के मूड में दिखी, तो कुछ अन्य पार्टी के समर्थन दिखी.
यूपी में चल रहे चुनाव के बीच योगी आदित्यनाथ ने इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा से तरह-तरह के चुनावी मुद्दों पर ख़ास बातचीत की। देखें एक्सक्लूसिव इंटरव्यू।
योगी ने कहा, मैंने उनसे कहा कि आखिर आप भी तो प्रदेश के हैं, और प्रदेश के एक-एक व्यक्ति की चिंता करना तो हमारा दायित्व है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनके रोड शो का रास्ता रिटर्निग ऑफिसर ने तय किया था। उन्होंने कहा, "एक सुनियोजित साजिश के तहत, भाजपा के लोगों ने लाठी, डंडों, हथियारों और पत्थरों से सामूहिक हमला किया। मेरे ड्राइवर के कान का एक हिस्सा फट गया और गिर गया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, सपा के लोग गोमाता को कसाई के हवाले करते थे। सपा वाले घी कहां से लाएंगे? इनसे पूछिए, घी किसे कहते हैं? सपा वाले तो गरीबों का राशन खा जाते थे। उन्होंने कहा, हम तो गरीबों को महीने में दो बार राशन दे रहे हैं। यूपी के 15 करोड़ लोगों को फ्री में राशन मिला है।
परिवार का दर्द नहीं समझने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा कि संन्यासी का काम लोककल्याण करना होता है। राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान है। उन्होंने कहा, गोरखपुर मेरी कर्मभूमि रही है और मेरे तरफ से सभी गोरखपुरवासी चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे नामांकन के बाद से जनता खुद प्रचार कर रही है।''
योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज स्थिति यह है कि बहुत से विपक्षी नेताओं ने अपनी टिकट बुकिंग कर ली है बाहर जाने की, कोई इंग्लैंड, तो कोई ऑस्ट्रेलिया की टिकट बुकिंग करा रहा है, तो कई छुटभैये नेता नेपाल जाने की फिराक़ में हैं। हमने तो नेपाल से सीमा पर ज्वाइंट पेट्रोलिंग करवानी शुरू कर दी है।
हिजाब विवाद पर सीएम योगी ने कहा कि न्यायालयों ने इस बारे में बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि कहीं भी हम अपने फोर्स में ऐसे ड्रेस की अनुमति नहीं दे सकते जिससे वह एक समुदाय विशेष का प्रतिनिधित्व करता हो। सही मायने में एक सेक्यूलर स्टेट की भावना को हमें सम्मान देना ही होगा। अनुशासन को तार-तार करने की, अनुशासनहीनता को फैलाने की जरूरत नहीं है।
इंडिया टीवी स्पेशल शो में आज सुबह रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए योगी ने कहा- ‘उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी फिर से सरकार बनाएगी। 10 मार्च को हम 80 प्रतिशत सीटों पर विजयी होकर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे... समाजवादी पार्टी हारेगी।’
ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से और लोकसभा के पिछले चुनाव में बसपा से गठबंधन किया, लेकिन वह भाजपा को सत्ता में आने से रोक नहीं सके।
2017 के विधानसभा चुनाव में अतरौलिया सीट पर सपा के डॉक्टर संग्राम यादव विजयी हुए थे । उन्होंने भाजपा के कन्हैया निषाद को 2 हजार से अधिक वोट के अंतर से हराया था ।
पहली बार चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ खड़े होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ अपने चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वह नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं और सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।
Gorakhpur के Sahajanwa Assembly की जनता बदलाव में भरोसा करती है. यहां का वोटर हर पार्टी को आजमाता रहा है. जनता ने सियासी दलों से लेकर निर्दल तक हर किसी को मौका दिया है. सहजनवा में रावत परिवार का दबदबा रहा है. सपा से टिकट कटने पर Yashpal Rawat 2007 के चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और जीते थे. 2012 में भी यशपाल रावत निर्दलीय चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए. 2017 के Assembly Election में जनादेश BJP के पक्ष में रहा. बीजेपी के टिकट से चुनाव जीतकर Sheetal Pandey विधानसभा पहुंची थी. इस बार यहां 3 मार्च को वोटिंग है. सभी दलों से कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. अब यहां की जनता किसको विजय पताका थमाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सहजनवा जनता का मन टटोलने पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
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