Prayagraj की Phoolpur assembly seat के लिए पांचवे चरण में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर 2017 में BJP से प्रवीण कुमार सिंह जीते थे. इससे पहले 2007 और 2012 में SP का इस सीट पर कब्जा था. यह सीट VIP सीट के तौर पर मानी जाती है. यहां 1952-1962 तक देश के पहले प्रधानमंत्री Pandit jawaharlal nehru का कब्जा रहा. 1967 में जवाहरलाल की बहन Vijay Lakshmi Pandit यहां से जीतीं थी. Ram Manohar Lohia भी इस सीट से 1962 में चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि राममनोहर लोहिया को यहां हार का सामना करना पड़ा था. यहां तीन लाख से अधिक मतदाता हैं. सबसे अधिक यहां OBC मतदाता हैं. ब्राह्मण-राजपूत वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. पिछली बार यहां की जनता ने BJP कैंडिडेट को विधानसभा पहुंचाया था. इस बार किस पार्टी के उम्मीदवार को यहां की जनता जीताना चाहती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम फूलपुर विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों का मन टटोली.
आज प्रधानमंत्री चुनाव मैदान में नहीं निकले। लेकिन अगले पांच चरण का प्लान बना दिया। अगले पांच चरण जीतने के लिए बीजेपी ने पांच तरह के नए चक्रव्यूह रचे हैं। पांच फेज़ का चुनाव बाकी है इसलिए फाइव स्टेज वाली रणनीति बनाई गई है। क्या है ये प्लान? जानने के लिए देखिए ये ख़ास रिपोर्ट।
Kasganj Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में यहां से BJP के Devendra Singh Rajput जीते थे. इस बार भी BJP ने देवेंद्र सिंह राजपूत पर भरोसा जताते हुए चुनाव मैदान में उतारा है. यह क्षेत्र जनसंघ और BJP का गढ़ माना जाता है. यहां 4 लाख के करीब वोटरों की संख्या है. यह सीट लोधी बाहुल्य मानी जाती है. यहां दूसरे नंबर पर यादव मतदाता हैं. वैश्य मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. कासगंज को मंदिरों का शहर कहा जाता है. मंदिरों का शहर कासगंज इस बार किस पार्टी के ललाट पर लगाएगा जीत का तिलक? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम कासगंज पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. आप भी सुनिए, क्या कहती है कासंगज की जनता?
Purvanchal का Azamgarh अपनी राजनीतिक पहचान के लिए देशभर में विख्यात है. इस जनपद को Nawab Azamshah द्वारा बसाया गया था. इसलिए इसका नाम आजमगढ़ पड़ा. SP प्रमुख Akhilesh Yadav यहां से सांसद हैं. Azamgarh Assembly Constituency में सपा नेता और पूर्व मंत्री Durga Prasad Yadav का दबदबा है. वह इस सीट से लगातार 8 बार विधायक चुने जा चुके हैं. कांग्रेस को इस सीट पर अभी तक मात्र दो बार जीत हासिल हो पाई है. वहीं BJP का अभी तक खाता खुलना बाकी है.आजमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 3.75 लाख मतदाता हैं. जिनमें सबसे अधिक संख्या यादव वोटरों की है. उसके बाद अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाता अच्छी तादाद में हैं. इस बार आजमगढ़ विधानसभा सीट पर मतदान 7 मार्च को होगा. क्या 2022 में सपा के गढ़ में सेंधमारी कर पाएगी भाजपा? इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आजमगढ़ सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Ramnagar Assembly Seat Uttar Pradesh के Barabanki District के अंतर्गत आती है. इस सीट को सूबे की हॉट सीटों में शामिल किया जाता है. रामनगर विधानसभा सीट के बारे में प्रचलित है कि जिसको इस सीट से एक बार जीत मिली वह दोबारा यहां जीत हासिल नहीं कर पाया. 2017 के Assembly Election में BJP ने कब्जा किया था. भाजपा प्रत्याशी Sharad Awasthi ने चुनाव में SP के Arvind Singh Gop को 22 हजार से भी अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की थी. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब तीन लाख मतदाता हैं. जिनमें मुस्लिम और दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. इस बार रामनगर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. चुनाव को लेकर सियासी दलों के बारे में जनता की राय जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रामनगर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Kasganj के Amanpur Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में BJP से Devendra Pratap Rajput जीते थे. इससे पहले 2012 में BSP से Mamtesh Shakya चुनाव जीते थे. 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई. यहां अब तक सिर्फ दो बार ही चुनाव हो पाए हैं. अमांपुर आरक्षित सीट के अंतर्गत आती है. यहां लोधी राजपूत वोटरों की संख्या अधिक है. मुस्लिम-शाक्य वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. BJP ने इस बार Hariom Verma को टिकट दिया है. इस बार BJP फिर से अपना कब्जा बरकरार रखने में सफल होगी? या BSP वापसी करेगी? या जनता किसी और पार्टी के उम्मीदवार को जीताएगी? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम अमांपुर विधानसभा पहुंची. बातचीत के दौरान यहां कि कुछ जनता BJP को समर्थन करती दिखी तो कुछ सपा, BSP और Congress को समर्थन करते दिखी. आप भी सुनिए यहां कि जनता के मन में क्या है?
Zaidpur Assembly Seat Uttar Pradesh के Barabanki District के अंतर्गत आती है. 2011 में परिसीमन के बाद से यह सुरक्षित विधानसभा सीट बन गयी. कभी यहां पर Congress का दबदबा हुआ करता था. लेकिन 2017 के Assembly Election में BJP के Upendra Rawat ने कांग्रेस के Tanuj Punia को 28 हजार से भी अधिक वोटों से हराया. लेकिन 2019 में उपेंद्र रावत सांसद चुने गए. जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें SP के Gaurav Rawat ने भाजपा उम्मीदवार को हराकर ये सीट अपने कब्जे में कर ली. जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की आबादी 4 लाख के करीब है. जिसमें सबसे अधिक 25 फीसदी आदाबी मुस्लिम समुदाय की है. इस बार जैदपुर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. सियासी दलों ने यहां जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. 2022 में जैदपुर सीट पर किस दल का उम्मीदवार जीतेगा? क्षेत्र की जनता का मूड इस बार किस तरफ है? इन सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
योगी सरकार में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन को पूर्वी लखनऊ से टिकट दिया गया है। इंडिया टीवी की रिपोर्टर बाइक वाली, ज्योति मिश्रा, ने उनसे ख़ास बात की। देखिए पूरा एपिसोड।
उत्तर प्रदेश की करहल सीट अब यूपी चुनावों का दंगल बन गया है। करहल सीट, जहां से अखिलेश यादव चुनावी मैदान में उतरे हैं, वहां योगी आदित्यनाथ ने रैली करते हुए उनपर ज़ोरदार हमला किया है। देखिए इस पर बड़ी बहस।
UP Election 2022 में इस बार चुनावी गीतों (Election Songs) का काफी बोल-बाला है। जहाँ कन्हैया मित्तल (Kanhiya Mittal) के जो राम को लाये है (Jo Ram Ko Laye Hai) और गली गली में कमल खिलाना है (Gali Gali Me Kamal Khilana Hai) बीजेपी गीतों (BJP Song) ने मतदाताओं को लुभाया है वही दूसरी और धर्मेंद्र सोलंकी (Dharmendra Solanki Sanjwadi) के सुल्तान बदलने वाला है (Sultan Badalne wala hai) और तुझको वापस करेंगे तेरे साँड़ बाबा जी (Tere Sadh Baba Ji) समाजवादी गीत (Samajwadi Party Song) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए एक माहौल बना दिया है। देखना है इन चुनावों में ये लोक चुनावी गीत किसको विजयी बनाते है
Banda District की Tindwari Assembly में चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां निषाद, ठाकुर, दलित वोटरों की संख्या अधिक है. यहां के लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है. रोजगार के लिए लोगों को यहां से शहर पलायन करना पड़ता है. 2017 में यहां से BJP के Brijesh Prajapati चुनाव जीते थे. बृजेश प्रजापति 2017 से पहले चार बार रहे तिंदवारी विधायक BSP नेता Bisambar Prasad को मात दी थी. इस बार BJP ने बृजेश प्रजापति का टिकट काटते हुए Ramkesh Nishad को चुनावी मैदान में उतारा है. तिंदवारी की जनता इस बार किसको विधानसभा भेजने के मूड में है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम तिंदवारी विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. इस दौरान जहां किसानों ने अपनी परेशानी बताई. वहीं कुछ लोगों का कहना था कि कुछ समस्याएं तो हैं, लेकिन इस सरकार में देश सुरक्षित है. हम सुरक्षित हैं.
UP Election 2022 में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भाजपा (Bhartiya Janta Party) और सपा (Samajwadi Party) के बीच ही होता दिखाई पड़ रहा है. कांग्रेस (Congress) और बसपा (BSP) लड़ाई में नजर नहीं आ रही हैं। भाजपा के साथ ही सपा ने भी यूपी चुनाव (UP Chunav) में “अबकी बार 300 पार”का नारा दिया है। देखिए ये रिपोर्ट।
Hathras Gang Rape Case का जब भी ज़िक्र होता है, एक डर जैसा माहौल हो जाता है. यह मामला भले ही कोर्ट में हो, पीड़ित परिवार को भले ही सुरक्षा मिली हो, बावजूद इसके यह परिवार अब भी डरा-डरा सा रहता है. इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम हाथरस में पीड़िता के घर पहुंची थी. पीड़िता के परिजनों से जब INDIA TV की रिपोर्टर ने पूछा कि क्या अब भी डर लगता है? तो पीड़िता के भाई और घर वालों ने कहा कि- ‘अभी तो हम पुलिस की सुरक्षा में हैं, लेकिन डर अभी भी लगता है. वो काली रात हम कभी नहीं भूल सकते.’
karhal Seat से सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav ताल ठोक रहे हैं. वहीं अखिलेश यादव के खिलाफ करहल में BJP ने Union Minister Professor SP Singh Baghel को मैदान में उतारा है. वैसे करहल सीट को SP का गढ़ माना जाता है. 2007 से ही सपा उम्मीदवार लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे है. इस बार सपा के मुखिया स्वयं यहां से उम्मीदवार हैं. पिछले तीन बार से सपा को जीताती आ रही करहल की जनता इस बार सपा को और बड़ी जीत दिलाने के मूड में है या BJP के एसपी सिंह बघेल सपा सुप्रीमो को मात देने में कामयाब होगें? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम Karhal Assembly के Dilipur Village पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता सपा को समर्थन करते दिखी, तो कुछ BJP का समर्थन करते दिखी. साथ ही जनता ने क्षेत्र की कुछ समस्याएं भी गिनाई.
Kanpur के Maharajpur Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां पिछले एक दशक से BJP का राज कायम है. यूपी सरकार में मंत्री Satish Mahana इस सीट से विधायक हैं. इस बार भी BJP ने सतीश महाना को टिकट दिया है. 2017 में मोदी लहर ऐसी चली कि महाराजपुर में सपा की जमानत जब्त हो गई थी. इस विधानसभा क्षेत्र में OBC और जनरल वोटरों की संख्या अधिक है. इस बार यहां कि जनता क्या करने वाली है? सतीश महाना को तीसरी जीत दिलाने के मूड में है या इस बार हवा बदला हुआ है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम महाराजपुर विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. इस दौरान यहां की ज्यादातर जनता सतीश महाना का समर्थन करती दिखी. वहीं कुछ SP, BSP और Congress को भी समर्थन देते दिखे.
आज रिपोर्टर बाइक वाली का कारवां पहुंचा समाजवादी पार्टी के गढ़ इटावा जहां ज्योति मिश्रा ने अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव से एक्सक्लूसिव बातचीत। सुनिए उन्होंने यूपी चुनाव पर क्या कहा।
आज अखिलेश यादव ने एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए पुलिस पर तीखा तंज कसा। इसे लेकर अब उन पर बीजेपी हावी हो गई और विवाद बढ़ गया है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि चुनावी मौसम में अखिलेश यादव को वर्दीवालों पर गुस्सा क्यों आया? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
Uttar Pradesh की Prayagraj North Assembly Seat पर कभी Congress का वर्चस्व हुआ करता था. कांग्रेस ने 1957 से लेकर 80 तक लगातार यहां जीत हासिल की थी. प्रयागराज उत्तर विधानसभा सीट पर ब्राह्मण वोटरों की बाहुलता है. 2017 के Assembly Election में प्रयागराज उत्तर सीट से BJP की टिकट पर Harsh Vardhan Vajpayee विधायक चुने गए थे. वहीं कांग्रेस के Anugrah Narayan Singh दूसरे स्थान पर रहे थे. प्रदेश में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है. सियासी दलों ने प्रदेश में जीत के लिए चुनावी दांव लगाना शुरू कर दिया है. प्रयागराज उत्तर सीट पर इस बार वोटिंग 27 फरवरी को होगी. कांग्रेस ने चुनावी माहौल को भांपते हुए अनुग्रह नारायण को इस सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं भाजपा ने इस सीट पर अपनी जीत को बरकरार रखने के उद्देश्य से हर्षवर्धन बाजपेई को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. 2022 में किस दल का उम्मीदवार यहां जीत हासिल करेगा इसका फैसला 10 मार्च को होगा. इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम प्रयागराज विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
पीएम मोदी आज यूपी के फतेहपुर के दौरे पर रहे। अपने बयान में जहां उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला किया वहीं इस बार के चुनाव में BJP के जीत की बात कही।
karhal seat को SP का गढ़ माना जाता है. 2007 से ही सपा उम्मीदवार लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे है. इस बार सपा के मुखिया स्वयं यहां से उम्मीदवार हैं. पिछले तीन बार से सपा को जीताती आ रही करहल की जनता इस बार सपा को और बड़ी जीत दिलाने के मूड में है या BJP के SP Singh Baghel सपा सुप्रीमो को मात देने में कामयाब होगें? जानने के लिए 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम Karhal Assembly के Dilipur Village पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता सपा को समर्थन करते दिखी, तो कुछ BJP का समर्थन करते दिखी. साथ ही जनता ने क्षेत्र की कुछ समस्याएं भी गिनाई.
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