यूपी चुनाव से पहले जहां BJP के कई चेहरे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए वहीं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव कल BJP में शामिल हो गईं। इसी मुद्दे पर बड़ी बहस देखिए कुरुक्षेत्र में सौरव शर्मा के साथ।
यूपी चुनाव जल्द होने वाले हैं। अखिलेश यादव ने इसे लेकर वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनी तो समाजवादी पेंशन बढ़ा दिया जाएगा। इस पर योगी आदित्यनाथ ने उन्हें 'वायदे आज़म' कह दिया। कौन है उत्तर प्रदेश का वायदे आज़म? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
विशाल मंदिरों और सुंदर धार्मिक संरचनाओं से लेस Mathura देश के लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है. पौराणिक कथाओं के अनुसार मथुरा में ही Lord Krishna का जन्म हुआ था. हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु बृज भूमि में भगवान कृष्ण के दर्शन करने के लिए यहां आते हैं. जन्माष्टमी, बसंत पंचमी, होली और दीपावली जैसे त्योहारों में बृज की एक अनोखी छठा ही देखने को मिलती है. सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के अलावा मथुरा का राजनीतिक महत्व किसी से छिपा हुआ नहीं है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गहमागहमी बढ़ चुकी है. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में Chata, Mant, Goverdhan, Mathura, Baldeo 5 विधानसभा सीटें आती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में मथुरा की पांच में से 4 विधानसभा सीटों पर BJP ने कब्जा किया था. केवल मांट विधानसभा सीट को BSP अपने कब्जे में करने में कामयाब रही थी. इस बार मथुरा जिले की सभी पांचों सीटों पर वोटिंग 10 फरवरी को कराई जाएगी. इस बार जिले के लोगों की नजर मथुरा विधानसभा सीट पर है. इसका मुख्य कारण यहां से SP-RLD Alliance ने सादाबाद के पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला प्रदेश के ऊर्जा मंत्री Shrikant Mishraसे होगा. मथुरा की सभी पांचों सीट पर किस दल का उम्मीदवार चुनाव जीतेगा यह तो चुनाव के बाद परिणाम में पता चलेगा. सभी दलों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मथुरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh में गन्ना Farmers और चीनी मिल हमेशा से ही सभी दलों के लिए एक अहम चुनावी मुद्दा रहा है. कुछ चीनी मिलों को छोड़ दें तो आजादी के बाद से लेकर अब तक देश में कई चीनी मिले बंद हो चुकी हैं. कई बंद होने की कगार पर हैं. जो चल भी रही उनकी हालत बहुत अच्छी नहीं है. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) की तारीखों का एलान कर दिया गया है. इस बार प्रदेश में 7 चरणों में मतदान होगा. सभी दल जीत के लिए सियासी रणनीति बनाने में लग चुके हैं. ऐसे में गन्ना किसान और चीनी मिलों से जुड़े मुद्दों को भुलाया नहीं जा सकता. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने Najibabad Sugar Mill, Bijnor पहुंची. जहां चीनी बनाने की प्रक्रिया को जानने की कोशिश की. साथ ही वहां काम करने वाले मजदूरों और गन्ना किसानों और इस कारोबार से जुड़े लोगों ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बात रखी.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 के लिए सभी दलों ने तैयारियां शुरु कर दी है. लेकिन इस सियासी उठापटक के बीच Aligarh का ताला व्यापार की अपनी मुश्किलें हैं. जिस तरफ किसी दल का ध्यान नहीं जाता. बीते दो सालों से Covid Pendemic के कारण वैश्वविक मंदी की मार झेल रहा अलीगढ़ का ताला कारोबार आज अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है. बीते कुछ सालों में ताला बनाने में इस्तेमाल होने वाली धातुओं के दाम 15-35 फीसदी तक बढ़ गए हैं. कोरोना संक्रमण के चलते लागत लगातार बढ़ रही है लेकिन कारोबार निरंतर घट रहा है. कारोबारियों को अब ऑर्डर कम मिलने लगे हैं. इस कारोबार से जुड़े लोगों की माने तो अलीगढ़ में 5 हजार से भी अधिक ताला बनाने वाली यूनिट हैं. जिनमें लाखों लोगों को रोजगार मिलता है. अलीगढ़ ताला उद्योग (Aligarh Lock Industry) से जुड़े लोग इस बार विधानसभा चुनाव में किन मुद्दों को लेकर वोटिंग करेंगे. इन सब सवालों का जवाब खोजने के लिए 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की अलीगढ़ के ताला कारोबार से जुड़े लोगों के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने कारोबार और आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की सभी 403 Assembly Seats के लिए चुनाव तारीखों का एलान कर दिया गया है. इस बार प्रदेश में 7 phases में चुनाव होगा. ऐसे में उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी Sahibabad Assembly Seat पर मुकाबला भी रोचक होने वाला है. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल साढ़े आठ लाख वोटर हैं. 2008 में परिसीमन के बाद इसे विधानसभा सीट बनाया गया और 2012 में पहली बार साहिबाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव हुआ. 2012 में BSP के अमरपाल यहां से विधायक चुने गए. लेकिन 2017 में BJP ने बसपा से यह सीट छीन ली. 2017 में भाजपा के सुनील कुमार शर्मा जीतकर विधानसभा पहुंचे. इस बार भाजपा पर साहिबाबाद विधानसभा सीट पर जीत दोहराने का दबाव होगा. वहीं दूसरी तरफ बसपा, SP और Congress समेत तमाम दल भाजपा को साहिबाबाद सीट से उखाड़ फेकने की कोशिश करेंगे. इस बार साहिबाबाद विधानसभा सीट पर वोटिंग 10 फरवरी को होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Ghaziabad जिले की साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 की तारीखों का एलान हो चुका है. इसी के साथ सियासी पारी भी चढ़ने लगा है. उत्तर प्रदेश विधानसभा में Noida विधानसभा सीट की अपनी खासियत है. यह प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार है. फिलहाल इस सीट पर BJP का कब्जा है. रक्षा मंत्री Rajnath Singh के बेटे Pankaj Singh नोएडा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं. 2012 में भी इस सीट पर भाजपा के Dr. Mahesh Sharma चुनाव जीतकर विधायक बने थे. लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद उन्हें नोएडा विधानसभा सीट को छोड़ना पड़ा. भाजपा ने इस बार भी विधानसभा चुनाव के लिए पंकज सिंह को टिकट दिया है. नोएडा विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव 10 फरवरी को कराया जाएगा. चुनाव में किस पार्टी का उम्मीदवार जीतता इसका फैसला चुनाव परिणाम घोषित होने पर चल जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की गौतम बुद्ध नगर जिले की नोएडा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की Mainpuri Assembly Seat को Samajwadi Party (SP) का गढ़ माना जाता है. मैनपुरी समाजवादी पार्टी के संस्थापक Mulayam Singh Yadav का गृह जिला भी है. मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी का दबदबा है. यही कारण है कि 2014 और 2019 में प्रचंड मोदी लहर का इस सीट पर कोई असर नहीं पड़ा. 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के Raj Kumar Yadav उर्फ राजू यादव विजयी हुए. मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र में 21 फीसदी यादव मतदाता हैं. उनके बाद 15 फीसदी शाक्य, 11 फीसदी ठाकुर, 8 फीसदी ब्राह्मण, 15 फीसदी एससी और छह फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं. 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. इस बार प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव होगा. मैनपुरी विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मैनपुरी जिले की मैनपुरी सदर विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनाव से पहले बाटला हाउस केस जिंदा कैसे हुआ ? इस पर देखिए सबसे बड़ी बहस Muqabla सिर्फ इंडिया टीवी पर
2008 में Husainganj को नया विधानसभा सीट बनाया गया. यह क्षेत्र धार्मिक कारणों से भी प्रसिद्ध है. ऐसा माना जाता है कि महर्षि भृगुजी ने भिठौरा गंगा घाट के किनारे तपस्या की थी. जिसके कारण इसे छोटा काशी (Chota Kashi)भी कहा जाता है. हुसैनगंज विधानसभा सीट पर अल्पसंख्यक वर्ग के मतदाता सबसे अधिक हैं. उनके बाद Maurya और Lodhi वर्ग के लोग आते हैं. इसलिए इस सीट पर किसी भी दल के उम्मीदवार की हार या जीत का फैसला अल्पसंख्यक और ओबीसी मतदाता मिलकर करते हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के रणवेंद्र प्रताप सिंह विजयी हुए. रणवेंद्र प्रताप सिंह वर्तमान योगी सरकार में खाद्य एवं रशद राज्य मंत्री हैं. Uttar Pradesh Election 2022 की तारीखों का एलान कर दिया गया है. हुसैनगंज विधानसभा सीट पर वोटिंग 23 फरवरी को होगी. जिसे देखते हुए सभी दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की फतेहपुर जिले की हुसैनगंज विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
यूपी चुनाव से पहले प्रदेश का सियासी रण दिलचस्प होता जा रहा है। इस रण में अब भोजपुरी गानों की एंट्री हुई है। भोजपुरी गानों के जरिए प्रदेश की सियासत को एक अलग ही मोड़ दिया जा रहा है। दरअसल, कुछ दिन पहले BJP सांसद व भोजपुरी फिल्म स्टार रवि किशन के 'यूपी में सब बा' गाने को CM योगी आदित्यनाथ ने रिलीज किया था। इसके जवाब में भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने 'यूपी में का बा' गाना रिलीज करके प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।
उत्तर प्रदेश चुनाव की अगर बात की जाए तो यादव वोटर्स का भी फैक्टर उतना ही ज़रूरी नज़र आता है। कौन सी पार्टी है यूपी के ब्राह्मणों की पहली पसंद? देखिए इंडिया टीवी पर देखिए यादव वोटर्स पर सबसे सटीक विशलेषण।
उत्तर प्रदेश चुनाव की अगर बात की जाए तो ब्राह्मण वोटर्स का भी फैक्टर उतना ही ज़रूरी नज़र आता है। कौन सी पार्टी है यूपी के ब्राह्मणों की पहली पसंद? देखिए इंडिया टीवी पर देखिए मुस्लिम वोटर्स पर सबसे सटीक विशलेषण।
उत्तर प्रदेश चुनाव की अगर बात की जाए तो मुस्लिम वोटर्स का भी फैक्टर उतना ही ज़रूरी नज़र आता है। कौन है यूपी के मुसलमानों की पहली पसंद? देखिए इंडिया टीवी पर देखिए मुस्लिम वोटर्स पर सबसे सटीक विशलेषण।
दादरी विधानसभा उत्तर प्रदेश के Gautam Budha Nagar का हिस्सा है. दादरी विधानसभा gurjar बाहुल्य सीट होने के कारण हर दल इस सीट पर गुर्जर प्रत्याशी पर ही दांव लगाता है. 2017 में भाजपा के Tejpal Nagar ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. दादरी विधानसभा सीट पर अब तक 16 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. जिनमें Congress-4, BJP-3, SP-2, LKD-1 और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार ने भी यहां बाजी मारी. चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का एलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश में इस बार 7 चरणों में वोटिंग होगी. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी. भाजपा ने इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तेजपाल नागर को टिकट देकर फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. तेजपाल नागर 2017 में BSP छोड़कर BJP में आए थे और उन्होंने यहां जीत हासिल की थी. पार्टी ने इस बार भी उनपर विश्वास जताया है. इस बार तेजपाल नागर दादरी में फिर से कमल खिलाने में कामयाब हो पाते हैं अथवा नहीं यह तो चुनाव परिणामों के बाद ही पता चलेगा. इस बार दादरी विधानसभा सीट पर 10 फरवरी को वोटिंग होगी. चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की गौतम बुद्ध जिले की दादरी विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
बांसडीह विधानसभा सीट (Bansdih Assembly Seat) उत्तर प्रदेश के Ballia जिले के अंतर्गत आती है. यहां अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है. बांसडीह विधानसभा सीट Congress का गढ़ रही है. कांग्रेस नेता बच्चा पाठक 7 बार इस सीट से विधायक रहे हैं. बांसडीह विधानसभा सीट पर हर जाति वर्ग के लोग रहते हैं. लेकिन पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. इस सीट पर राजभर मतदाता भी काफी अच्छी तादाद में है. 2017 कि विधानसभा चुनाव में SP के रामगोविंद चौधरी में बांसडीह विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने इस सीट पर BJP और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी गठबंधन से Om Prakash Rajbhar के पुत्र अरविंद राजभर को हराया था. इसी सीट पर भाजपा की बागी केतकी सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. लेकिन इस बार चुनावी समीकरण बिल्कुल बदल चुका है. ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए SP के साथ गठबंधन किया है. इस सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार जीतेगा यह तो समय ही बताएगा. फिलहाल सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का एलान कर दिया गया है. बांसडीह विधानसभा सीट पर वोटिंग 3 मार्च को होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश के Muzaffarnagar के अंतर्गत आती है बुढ़ाना विधानसभा सीट (Budhana Assembly Seat). बुढ़ाना विधानसभा सीट में सिसौली गांव पड़ता है. सिसौली को किसानों की राजधानी भी कहा जाता है. सिसौली वही गांव है जहां किसान नेता Mahendra Singh Tikait का जन्म हुआ था. महेंद्र टिकैत के बेटे Rakesh Tikait सिसौली गांव से ही है जिन्होंने नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल तक किसान आंदोलन (Farmer Protest) का नेतृत्व किया. इसके अलावा बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र यहां होने वाली गन्ने की पैदावार के लिए भी पहचाना जाता है. बुढ़ाना विधानसभा सीट 2012 में असित्व में आई. इस विधानसभा सीट पर मुस्लिम, दलित, जाट, कश्यप, त्यागी और पाल मतदाताओं की बहुलता है. 2012 में इस सीट पर पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें SP के नवाजिश आलम को जीत मिली थी. उन्होंने RLD के राजपाल बालियान को हराया था. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के उमेश मलिक ने इस सीट पर जीत दर्ज की. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का एलान कर दिया गया है. बुढ़ाना विधानसभा सीट पर वोटिंग 10 फरवरी को होगी. जिसे देखते हुए सभी दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मुजफ्फरनगर जिले की बुढ़ाना विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में टूण्डला सीट (Tundla Seat, Firozabad) से BJP के सत्पाल सिंह बघेल चुनाव जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने BSP के राकेश बाबू को चुनाव हराया था. राकेश बाबू लगातार 10 साल तक टूण्डला सीट पर बसपा के विधायक रहे थे. लेकिन 2019 में इस सीट से विधायक चुने गए सत्यपाल सिंह बघेल Agra से लोकसभा का चुनाव लड़कर सांसद बन गए. जिसके बाद यह सीट खाली हो गयी थी. 2020 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ. भाजपा ने प्रेमपाल सिंह धनगर को चुनावी मैदान में उतारा. प्रेमपाल सिंह धनगर ने उपचुनाव में जीत हासिल कर इस सीट को दोबारा भाजपा की झोली में डाला. टूण्डला सुरक्षित विधानसभा सीट है. यहां एक बड़ा भाग नौकरी-पेशा लोगों का है. इस विधानसभा सीट में पर कभी भी किसी एक दल का कब्जा नहीं रहा है. हर पांच साल में टूण्डला विधानसभा के वोटर अपना विधायक बदल देते हैं. उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 की तारीखों का एलान हो चुका है. टूण्डला विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को चुनाव होगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Firozabad की टूण्डला विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर राजनीतिक गहमागहमी बढ़ चुकी है. उत्तर प्रदेश के Mathura जिले में छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव 5 विधानसभा सीटें आती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में मथुरा की पांच में से 4 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने कब्जा किया था. केवल मांट विधानसभा सीट को BSP अपने कब्जे में करने में कामयाब रही थी. मथुरा में हर जाति-वर्ग के लोग रहते हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों का एलान हो चुका है. प्रदेश में इस बार चार चरणों में वोटिंग होगी. वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी. इस बार मथुरा जिले की सभी पांचों सीटों पर वोटिंग 10 फरवरी को कराई जाएगी. मथुरा की सभी पांचों सीट पर किस दल का उम्मीदवार चुनाव जीतेगा यह तो चुनाव के बाद परिणाम में पता चलेगा. सभी दलों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मथुरा जिले की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Ghaziabad जिले की लोनी विधानसभा सीट की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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