इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, अनुप्रिया पटेल ने कई मुद्दों पर बात की। अनुप्रिया पटेल ने इस दौरान प्रियंका गाँधी और अखिलेश यादव पर निशाना साधा।
अपना दल की नेता Anupriya Patel ने कहा है कि ओमप्रकाश राजभर के अखिलेश यादव के साथ जाने से NDA गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के एनडीए से बाहर होने से यूपी चुनावों में गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोग ऐसे लोगों की राजनीति को समझते हैं जो चुनाव से पहले पार्टी बदल लेते हैं। सुनिए चुनाव मंच से उनका पूरा बयान।
'चुनाव मंच' में नेता Anupriya Patel ने दावा किया है कि चुनाव परिणाम के दिन ऊंट NDA की करवट की बैठेगा। उन्होंने कहा है कि 10 मार्च को NDA के पक्ष में जनादेश आएगा। सुनिए चुनाव मंच से उनका पूरा बयान।
इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, AIMIM नेता Asaduddin Owaisi ने कई मुद्दों पर बात की। अपने बयान में वह BJP पर भड़क गए एयर पूछा कि मस्जिद किसने तोड़ा, आसमान निगल गया ?
इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, AIMIM नेता Asaduddin Owaisi ने कई मुद्दों पर बात की। अपने बयान में उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव में उनके साथ कितने मुसलमान हैं। देखिए उनके साथ इंडिया टीवी की ख़ास बातचीत।
इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, AIMIM नेता Asaduddin Owaisi ने कई मुद्दों पर बात की। अपने बयान में उन्होंने कहा, कहा है, "जिन्ना का नाम हमसे ज्यादा सीएम योगी लेते हैं।" साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव को सबसे कमज़ोर नेता भी बताया।
यूपी चुनाव में बस थोड़ा ही समय रह गया है। इसके लिए सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी तैयारी कर ली है। कौन से पार्टी चुनाव जीतेगी, ये तो वक़्त ही बताएगा। देखिए इंडिया टीवी कि ख़ास पेशकश 'OMG' का यह एपिसोड।
इंडिया टीवी के ख़ास कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में बोलते हुए, AIMIM नेता Asaduddin Owaisi ने कई मुद्दों पर बात की। अपने बयान में उन्होंने चुनावी मुद्दों को लेकर BJP पर तीखा हमला किया और बोले कि BJP के खिलाफ बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। सुनिए उनका पूरा बयान।
योगी आदित्यनाथ हर रैली में कहते हैं अबकी बार 300 पार केशव प्रसाद मौर्य अपने इंटरव्यू में सभाओं में सोशल मीडिया पर हर जगह दावा करते हैं। अमित शाह कहते हैं अबकी बार फिर 300 पार।जे पी नड्डा भी 300 सीटों की बात करते हैं ।बीजेपी 300 से कम सीटों पर बात ही नहीं कर रही है तो क्या ये सिर्फ एक जुमला भर है। या ये एक नारा है या इसके पीछे बीजेपी ने कोई होमवर्क किया है?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) की तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक दलों ने अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है. सभी सियासी दल सीटों के सियासी समीकरणों के अध्ययन और उन्हें साधने की जुगत में जुटे हैं. एटा सदर विधानसभा सीट पर अबतक 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. Etah Assembly Constituency में सबसे अधिक संख्या यादव मतदाताओं की है. बावजूद इसके 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के Vipin Kumar David ने SP के Jugendra Singh Yadav को 21,1129 वोटों के अंतर से शिकस्त दी. इस सीट पर कभी सपा तो कभी भाजपा के प्रत्याशी को जीत मिलती रही है. BSP इस सीट पर आजतक जीत नहीं सकी है. इस बार एटा में 20 फरवरी को वोटिंग होगी. 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता इस क्षेत्र से किसे विजयी बनाती है, यह चुनाव रिजल्ट के बाद ही पता चल पाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की एटा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Deoria District में 7 विधानसभा सीटें है. 2017 के Assembly Elections में BJP ने देवरिया की 7 विधानसभा सीटों में से 6 पर जीत हासिल की थी. वहीं एक सीट SP के खाते में गई थी. साल दर साल देवरिया में सरकार बदली नेता बदले. लेकिन यहां के किसानों की हालत आज भी जस की तस बनी हुई है. देवरिया किसी जमाने में गन्ना उत्पादन के लिए प्रदेशभर में मशहूर था. अपने अत्याधिक गन्ना उत्पादन के चलते इसे चीनी का कटोरा कहा जाता था. देवरिया में कभी 14 चीनी की मिले हुआ करती थी. लेकिन kushinagar जिला बनने के बाद यहां केवल छह चीनी मिल ही रह गई. बाकी सभी चीनी मिले कुशीनगर में चली गई. इन छह मिलों में से अधिकांश या तो बंद हो गई या फिर बिक गई. जिसका सीथा असर यहां के गन्ना किसानों पर पड़ा. गन्ने का खरीददार ना होने के चलते किसानों ने गन्ने की खेती से मुंह मोड़ लिया. हालत यह हो गई है कि आज यहां केवल pratappur में ही बजाज मिल चालू स्थिति में है. देवरिया का किसान आज भी इस आस में बैठा है कि कभी तो सरकार को उनकी याद आएगी और एक बार फिर से इलाके में गन्ना मिलों को लेकर कोई सकारात्मक कदम उठाया जाएगा. चुनाव के इस माहौल के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की देवरिया के गन्ना किसानों के बीच पहुंचा. किसानों ने गन्ने की खेती और सरकार से उनकी अपेक्षाओं के बारे में अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Kanpur नगर की 10 विधानसभा सीटों में से सबसे अधिक हाई प्रोफाइल सीटों में Sisamau Assembly Seat को गिना जाता है. इस सीट पर कभी Congress तो कभी BJP समेत SP के प्रत्याशी जीतते आए हैं. लेकिन पिछले दो विधानसभा चुनावों से इस सीट पर सपा का कब्जा है. सपा के Irfan Solanki 2012 और 2017 में लगातार दो बार से यहां विधायक हैं. भाजपा 1996 के बाद से इस सीट पर जीत नहीं पाई है. भाजपा को पिछले 20 सालों से इस सीट पर जीत का इंतजार है. सपा ने इस बार भी इरफान सोलंकी को टिकट देकर उनपर भरोसा जताया है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने एमएलसी Salil Vishnoi और BSP ने Rajneesh Tiwari को मैदान में उतारा है. चुनाव में किस पार्टी का उम्मीदवार विजयी होता यह 10 मार्च को रिजल्ट जारी होने पर पता चलेगा. इस बार सीसामऊ विधानसभा सीट पर मतदान 20 फरवरी को कराया जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की सीसामऊ क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh में Assembly Elections की रणभेरी बज चुकी है. चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. सभी दलों में राजनीतिक रस्साकशी शुरू हो चुकी है. ऐसे में सभी दल Sambhal Assembly Seat पर सियासी समीकरण फिट करने में जुट गए हैं. संभल सीट पर SP का दबदबा रहा है. सपा इस सीट पर लगातार 5 बार से चुनाव जीतती आ रही है. 2017 में सपा के Iqbal Mehmood ने यहां जीत दर्ज की थी. वहीं AIMIM उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे. संभल विधानसभा सीट सपा का अभेद्य किला है. सपा 1996 से इस सीट पर काबिज है. वहीं प्रदेश की सत्तारूढ़ BJP ने 1993 के चुनाव में यहां जीत दर्ज की थी. लेकिन इस बार चुनावी समीकरण पहले के मुकाबले काफी बदल चुके हैं. जनता इस बार किसे जीताकर विधानसभा पहुंचाती है, यह 10 मार्च को चुनाव रिजल्ट में पता चल जाएगा. इस बार संभल में विधानसभा चुनाव 14 फरवरी को कराया जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की संभल क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) का बिगुल बज चुका है. सभी दल वोटरों के रिझाने में जुट चुके हैं. यूपी के इटावा की सदर विधानसभा सीट पर सपा का लंबे समय से कब्जा रहा है. SP यहां 1993 से लेकर 2017 तक जीतती आई है. लेकिन 2017 के Assembly Elections में BJP ने SP के वर्चस्व को तोड़ दिया. भाजपा की Sarita Bhadauria ने सपा की Kuldeep Gupta Santu को चुनाव में मात दी. विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है. इस बार Etawah Sadar Assembly seat पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. चुनाव में किस पार्टी के उम्मीदवार को जनता का साथ मिलता है, यह जल्द ही पता चल जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की इटावा सदर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Kushinagar Assembly Seat 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. पहले कुशीनगर विधानसभा सीट को Kasaya विधानसभा सीट के नाम से जाना जाता था. इस क्षेत्र में ब्राह्मण वोटर सबसे अधिक हैं. इनके अलावा क्षत्रिय, वैश्य, यादव, कुशवाहा आदि जाति वर्ग के मतदाता भी यहां अच्छी तादाद में हैं. 2017 के Assembly Elections में BJP के Rajinikanth Mani Tripathi BSP के Rajesh Pratap Rao को हराकर विधायक बने. इस बार कुशीनगर विधानसभा सीट पर वोटिंग 3 मार्च को होगी. चुनाव में किस पार्टी का उम्मीदवार जीतेगा यह तो रिजल्ट के बाद ही पता चलेगा. सभी दलों के नेताओं ने क्षेत्र की जनता को अपने पक्ष में करने के लिए माहौल बनाना शुरु कर दिया है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की कुशीनगर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
इस बार पश्चिमी यूपी में किसकी हवा है। क्या योगी 2017 का परफॉर्मेंस दोहरा पाएगे या अखिलेश जयंत की जोड़ी गेम चेंजर साबित होगी। आज योगी और अखिलेश दोनों ने पश्चिमी यूपी में अपना प्रचार किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जहां मेरठ के हस्तिनापुर से अखिलेश सरकार पर हमला किया, वहीं अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने मुज़फ़्फ़रनगर से लाल टोपी और लाल पोटली दिखा कर योगी सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाया। पहले आपको सुनाते हैं किस तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार पर कांवड़ यात्रा रोकने, दंगाइयों को गले लगाने और मुकदमें वापस लेने का आरोप लगाया।
पश्चिमी यूपी में इस समय जबरदस्त सियासी हलचल है। सीएम योगी आदित्यनाथ आज मेरठ में थे। मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे हैं। दूसरी ओर अखिलेश और जयंत चौधरी मुजफ्फरनगर में साथ-साथ चुनाव प्रचार में उतरे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। ऐतिहासिक जीत के दावे किये। कहा बीजेपी जब घिरने लगती है। हारने लगती है तो धर्म की पिच पर खेलने लगती है। अखिलेश ने लाल टोपी और लाल पोटली का जिक्र किया। खुद को और जयंत चौधरी को किसान का बेटा बताया। आरोप लगाया कि बीजेपी पुराने मुद्दे जानबूझकर उठाती है और फिर माहौल खराब करने की कोशिश करती है। लेकिन इस सियासी जुबानी जंग के दिन की शुरुआत सीएम योगी ने की योगी ने कहा वो यानी अखिलेश यादव जिन्ना के उपासक हैं। और हम यानी बीजेपी के लोग सरदार पटेल के पुजारी हैं। उन्हें पाकिस्तान प्यारा है और हम मां भारती पर जान न्योछावर करते हैं।
UP Election 2022 में चुनावी माहौल गरम है, ऐसे में सत्ता पक्ष अपने पिछले 5 साल के कामकाज गिना रहा है, वहीं विपक्ष लोगों को बताने की कोशिश में है कि बदलाव जरूरी है. लेकिन इस बीच कलाकारों के गानों (Up Election Songs) ने भी माहौल बनाने का काम किया है. बीजेपी सांसद रवि किशन (Ravi Kishan) ने जहां 'यूपी में सब बा' (Up Me Sab Ba) से सरकार की जमकर तारीफ की, वहीं भोजपुरी कलाकार (Bhojpuri Singer) नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) ने 'यूपी में का बा' (Up Me Ka Ba) से इसका जवाब दिया. अब नेहा ने इसका दूसरा पार्टी (Part-2) रिलीज किया है.
UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शु्क्रवार सुबह बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा वे ‘जिन्ना’ के उपासक है, हम ‘सरदार पटेल’ के पुजारी हैं. उनको पाकिस्तान प्यारा है, हम मां भारती पर जान न्योछावर करते हैं. बता दें कि एक चुनाव प्रचार के दौरान सपा अध्यक्ष ने जिन्ना को लेकर बयान दिया था. इसके बाद से विधानसभा चुनावों में जिन्ना की एंट्री हुई थी. वहीं चीन और पाकिस्तान को लेकर भी अखिलेश यादव बयान दे चुके हैं. अब इसे सीएम योगी के अखिलेश यादव पर हमले के तौर पर देखा जा रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के अभियान को आगे बढ़ाते हुए बृहस्पतिवार को सपा और बसपा पर प्रदेश में अपने-अपने शासनकाल के दौरान जातिवाद और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मथुरा में बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करके घर-घर चुनाव प्रचार करने के बाद शाह ने 'प्रभावी मतदाताओं' को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की मौजूदा कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अपने मुख्यमंत्रित्व काल में गुंडाराज चलाने का आरोप भी लगाया।
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