UP के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू से नामांकन कर लिया है। इस दौरान बीजेपी के कई नेता उनके साथ थे। केशव प्रसाद मोर्य ने कहा कि इस बार भाजपा पहले से भी ज्यादा सीट लाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपने कार्यकाल के पहले तीन साल में उनकी सरकार ने प्रदेश की छवि बदलने का काम किया और बाकी के 2 वर्ष में कोरोना जैसी महामारी का मुकाबला किया जो कि देश-प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए चुनौती रही। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हमने पूरी मजबूती से यह लड़ाई लड़ी।पीएम मोदी के मार्गदर्शन में कोविड प्रबंधन नजीर बना और भारत के कोरोना प्रबंध के उपायों को दुनिया ने सराहा, प्रधानमंत्री मोदी ने खुद लगातार राज्यों के साथ संवाद बनाए रखा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है. इस बार प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा. वहीं 10 मार्च को परिणाम घोषित किए जाएंगे. सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए रणनीति बनाने में लग चुके हैं. ऐसे में प्रदेश की रामपुर विधानसभा में इस बार कैसा है चुनावी माहौल? इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम रामपुर के बुद्धिजीवी वर्ग के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र के पढ़े-लिखे मुस्लिम मतदाताओं ने उनके विधायक और क्षेत्र में उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों के बारे में हमारे साथ अपने विचार साझा किए.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी कमर कल ली है. सियासी दल अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट चुके हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर इस चुनाव में सबसे हॉट सीट बन गई है. ऐसे में इस इलाके में बीते पांच सालों में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम गोरखपुर पहुंची. जहां क्षेत्र की जनता से हर मुद्दे पर बातचीत की गई. स्थानीय जनता ने बताया कि बीते पांच सालों योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से इलाके में कितना बदलाव हुआ है.
उत्तर प्रदेश चुनाव में हिंदू मुसलमान तो बहुत पहले ही शुरू हो चुका था लेकिन अब लड़ाई हिंदूगर्दी, बदलापुर और एक दूसरे की चर्बी उतारने तक पर आ चुकी है। कौन है ये नेता जो भाषा की मर्यादा को तार तार करते जा रहे है और असल में इसके लिए कौन जिम्मेदार है देखिए आज Kurukshetra में
Rampur की Suar Assembly Seat पर SP का दबदबा है. 2017 में Abdullah Azam यहां से जीते थे, लेकिन फर्जी जन्म प्रमाण पत्र विवाद में Allahabad HC ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी. इस बार फिर से सपा ने इस सीट से अब्दुल्ला को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं NDA गठबंधन की तरफ से ‘अपना दल’ के प्रत्याशी हैदर अली उनको टक्कर देने के लिए तैयार हैं. अब ऐसे में किसका पलड़ा भारी है? 10 मार्च को किसका परचम लहरने वाला है? जनता का मन टटोलने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम स्वार विधानसभा पहुंची और वहां के लोगों से बात की.
उत्तर प्रदेश चुनाव में हिंदू मुसलमान तो बहुत पहले ही शुरू हो चुका था लेकिन अब लड़ाई हिंदूगर्दी और बदलापुर पर आ चुकी हैं। कौन है इसके लिए जिम्मेदार देखिए आज मुकाबला में।
Maharajganj के Pharenda में पिछले तीन बार से बजरंगी की बयार बह रही है. यहां 2017 में BJP ने तीसरी बार कब्जा जमाया. यहां से Bajrang Bahadur Singh उर्फ बजरंगी विधायक बने.1993 से पहले फरेंदा वामपंथी राजनीति का केंद्र रहा. लेकिन राम मंदिर आंदोलन में यह सीट भगवा हो गई. इस बार फरेंदा का वोटर क्या चाहता है? फरेंदा वासियों का बजरंगी कितना रखते हैं खयाल? जानने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम फरेंदा विधानसभा पहुंची और वहां के लोगों से बात की.
जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे भजन आजकल देशभर में खूब छाया हुआ है, खासकर Uttar Pradesh में। इसने UP Chunav की राजनीति में गर्माहट ला दी है। इस भजन को गायक कन्हैया मित्तल ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एकाएक लिखा था। और इसी बीच कन्हैया मित्तल ने बीजेपी के लिए एक New Election Song भारत की गली गली में कमल खिलाना है, जय भाजपा..तय भाजपा रिलीज़ किया (Gali Gali Me Kamal Khilana Hai)। आज हम बात करेंगे Singer कन्हैया मित्तल से।
UP Election 2022 में लगतार सभी राजनीतिक पार्टियां एक दुसरे पर जोरदार हमला बोल रही है। जयंत चौधरी ने कहा “अमित शाह जी मीठी-मीठी बातें करके मुझे खुश करना चाहते हैं, वो आपका कोई प्यार-लगाव नहीं - 'मुझे नहीं बनना हेमा मालिनी”. वहीँ मेरठ शहर विधायक रफ़ीक अंसारी और सपा प्रत्याशी के बिगड़े बोल। रफीक ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले पाँच साल “हिंदूगर्दी” मचायी है।
Kannauj में पिछले 20 साल से SP का राज है. मोदी लहर में भी सपा ने यहां जीत दर्ज की थी. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2017 में सपा के Anil दोहरे जीते थे. इस बार कन्नौज सदर में क्या हैं चुनावी मुद्दे? क्या सपा ने विकास की गंगा बहा दी है इसीलिए हर बार यहां से चुनाव जीत जाती है, या कोई और मामला है? यही जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम कन्नौज सदर पहुंची और कन्नौज वासियों के विचार जाने.
Charkhari में 2017 में BJP के Brij Bhushan Rajput जीतकर विधानसभा पहुंचे. विधायक का दावा है कि पिछले पांच सालों में क्षेत्र में विकास की गंगा बही है. इस दावे में कितनी सच्चाई है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम चरखारी विधानसभा पहुंचकर वहां के लोगों से बात की.
Rampur में Azam Khan बादशाह हैं. योगी राज में भी आजम खां की बादशाहत कायम रही. हालांकि 2019 में सांसद बनने के लिए उन्होंने यह सीट छोड़ दी. इस सीट से उप-चुनाव में SP ने आजम की पत्नी को Tanzeem Fatima को उतारा और वह जीत कर विधानसभा पहुंची. इस बार सपा ने आजम खां को फिर से यहां से प्रत्याशी बनाया है. जब से यूपी में BJP की सरकार बनी है, तब से आजम खां पर बहुत गंभीर आरोप लगे हैं. यहां तक की जेल की हवा भी खानी पड़ी है. ऐसे में क्या अब भी आजम प्रेमी हैं रामपुर के लोग? यह जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम रामपुर पहुंचकर लोगों से बात की.
Gorakhpur Sadar Assembly seat इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में है. क्योंकि यहां से BJP ने Chief Minister Yogi Adityanath को चुनावी मैदान में उतारा है. बीते 33 सालों से यहां भगवा लहरा रहा है. अब इस बार यहां की जनता सीएम योगी को कितनी बड़ी जीत देती? या किसी और पार्टी को मौक देना चाहती है? ये जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम गोरखपुर सदर पहुंची और लोगों से चर्चा की.
Uttar Pradesh के Badaun District की Gunnaur Assembly Constituency पर कभी SP का ही सिक्का चलता था. आलम यह था कि प्रदेश और देश में किसी भी पार्टी की हवा क्यों ना हो गुन्नौर में केवल सपा का उम्मीदवार ही विजयी होता था. सपा के संस्थापक Mulayam Singh Yadav भी चुनाव लड़कर विधायक बन चुके हैं. लेकिन 2017 के Assembly Elections में प्रचंड मोदी लहर के दौरान BJP सपा के इस अभेद्य किले में सेंध लगाने में कामयाब रही. 2017 के विधानसभा चुनाव में अजीत कुमार ने सपा के Ram Khiladi Singh को 11386 मतों से हराकर यहां भाजपा का कमल खिलाया. इस बार गुन्नौर में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 14 फरवरी को होगी. चुनाव में जनता तय करेगी कि उसे किस पार्टी के उम्मीदवार को विजयी बनाना है. सभी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की गुन्नौर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Gorakhpur District के अंतर्गत नौ विधानसभा सीटें आती हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने गोरखपुर की सभी नौ सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की थी. गोरखपुर की Campierganj Assembly Seat से BJP के Fateh Bahadur Singh ने Congress प्रत्याशी को करारी मात दी थी. इस क्षेत्र में निषाद जाति के मतदाताओं की हिस्सेदारी 40 फीसदी है. इसके अलावा यहां कुर्मी मतदाताओं का भी अच्छा-खासा दबदबा है. CM Yogi Adityanath की कर्मभूमि गोरखपुर जिले का हिस्सा होने के कारण यह इस बार के विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बनी हुई है. SP ने इस बार कैम्पियरगंज सीट से Kajal Nishad को चुनावी मैदान में उतारा है. सियासी दल इस बार आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम योगी को उनके गृहनगर में घेरने की तैयारी में है. कैम्पियरगंज विधानसभा सीट पर इस बार 3 मार्च को वोटिंग होगी. 10 मार्च को पता चलेगा की इस बार कैम्पियरगंज की जनता ने किस पार्टी पर अपना भरोसा जताया है. सियासी दलों ने इस सीट पर अपनी जीत पक्की करने के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की कैम्पियरगंज क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की Moradabad Dehat Assembly Seat मुस्लि बाहुल्य क्षेत्र है. अब तक इस विधानसभा क्षेत्र में 16 बार चुनाव हो चुके हैं. जिनमें से 12 बार मुस्लिम उम्मीदवार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. 2017 के Assembly elections में इस सीट पर SP के Haji Ikram Qureshi ने जीत हासिल की थी. वहीं इस सीट पर BJP को केवल एक बार ही जीत नसीब हो पाई है. भाजपा ने 1993 में यहां से पहली और आखिरी बार जीत हासिल की थी. इस बार मुरादाबाद देहात विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को वोटिंग होगी. सपा जहां एक तरफ अपने जीत के सिलसिले को जारी रखना चाहेगी. वहीं भाजपा यहां लंबे समय से जीत के अपने सूखे को खत्म करने की कोशिश करेगी. सभी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मुरादाबाद देहात क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Hamirpur जिले को Bundelkhand का प्रवेश द्वार कहा जाता है. हमीरपुर में दो विधानसभा सीटें आती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दोनों ही विधानसभा सीटों पर कब्जा किया था. 2017 के चुनाव में Hamirpur Assembly Seat पर BJP के Ashok Chandel ने जीत हासिल की थी. उन्होंने SP के Manoj Kumar Prajapati को 48 हजार से भी अधिक मतों से हराया था. लेकिन एक मामले में हाई कोर्ट ने अशोक चंदेल को उम्र कैद की सजा सुनाई. जिसके बाद चंदेल की विधायकी खत्म हो गई. 2019 में इस सीट पर उप-चुनाव हुआ. जिसमें भाजपा के Yuvraj Singh ने बाजी मारी. हमीरपुर विधानसभा सीट पर इस बार 20 फरवरी को वोटिंग होगी. सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की हमीरपुर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Jhansi जिले के अंतर्गत Mauranipur Assembly Constituency आती है. इस विधानसभा सीट पर चुनाव में बदलती रही है राजनीतिक दशा. Congress का गढ़ रही इस सीट पर फिलहाल BJP का कब्जा है. कांग्रेस ने इस सीट पर छह दफे विजय हासिल की है. वहीं भाजपा ने दो दफे इस सीट पर अपना कब्जा किया है. फिलहाल भाजपा के Bihari Lal Arya यहां से वर्तमान विधायक हैं. कांग्रेस ने इस बार मऊरानीपुर सीट से पार्टी के जिला अध्यक्ष Bhagwandas Kori को चुनाव मैदान में उतारा है. Uttar Pradesh Assembly Elections 2022 की तारीखें जैसे-जैसे करीब आ रही हैं, चुनाव प्रचार भी जोर पकड़ता जा रहा है. सभी प्रमुख सियासी दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. इस बार मऊरानीपुर सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की मऊरानीपुर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Sahjanwa Assembly Constituency में हर जाति वर्ग के मतदाता है. सहजनवा विधानसभा क्षेत्र के वोटर मतदान के समय जातिगत समीकरण कम, परिवर्तन पर अधिक ध्यान देते हैं. 2017 के Assembly Elections में BJP के Sheetal Pandey BSP के Dev Narayan Singh को हराकर विधानसभा पहुंचे थे. भाजपा उम्मीदवार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 15 हजार से भी अधिक वोट के अंतर से हराया था. इस बार सहजनवा विधानसभा सीट पर 3 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव में सहजनवा क्षेत्र की जनता किसे अपना नेता चुनेगी आने वाले वक्त बताएगा. सभी सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की सहजनवा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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