Kannauj की खुशबू का दिवाना कौन नहीं? कन्नौज के कण-कण में Perfume बसा है. पूरी तरह नेचुरल है कन्नौज का इत्र. पर इत्र नगरी में ‘इत्र’ बनती कैसे है? यह सवाल आपके मन में अकसर आता होगा. यह जानन के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम इत्र नगरी पहुंची. इस टीम ने वहां जो देखा, सुना और जाना वो आप भी देखिए.
Moradabad के Bilari सीट पर SP का दबदबा रहा है. 2017 में बिलारी ने Mohd Faheem को चुना. Mohammad Irfan के बेटे हैं फहीम. 2012 में मोहम्मद इरफान ने जीत दर्ज की थी. इरफान के निधन के बाद यहां by-election हुआ. 2016 के उपचुनाव में मोहम्मद फहीम जीते. इस बार यहां की जनता फिर से फहीम को चुनने जा रही है, या इनके मन में कुछ और है? समझने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम यहां पहुंचकर लोगों के मन की बात जानी.
UP Election 2022 : Uttar Pradesh Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहर विधानसभा सीट के लिए दो सेट में नामांकन किया। इसके बाद सीएम योगी प्रस्तावक सुरेंद्र अग्रवाल के साथ 12.51 पर अंदर गए और दूसरा सेट में नामांकन दाखिल किया। बता दें कि सीएम योगी के साथ गृहमंत्री अमित शाह , केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान , प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद हैं। यह पहला मौका है कि तीनों बड़े नेता एक साथ किसी के नामांकन में शामिल होने के लिए गोरखपुर पधारे हैं। सीएम योगी गोरखपुर शहर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार बनाए गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि राशन माफिया से लेकर खनन माफिया, नकली समाजवादी फिर पुराने अवतार में आने के लिए तैयार बैठै हैं। दलित, गरीब, पिछड़े वर्ग और मुस्लिम बहनों के हित के लिए डबल इंजन की सरकार ने कार्य किया। उन्होंने अपने संबोधन में पुलिस भर्ती में भी पहले की सरकार और वर्तमान सरकार में फर्क बताया और कहा कि कैसे पहले से अधिक भर्तियां हुई हैं। उन्होंने चेताया कि बंदूक और तमंचे पर खेलने वाले लोग योगी सरकार को सहन नहीं कर सकते। वे पूरी ताकत लगा देंगे इसके लिए कि योगी जी दोबारा न आएं।
UP Election 2022 में सभी UP Exit Polls जिधर BJP को Samajwadi Party से ज्यादा सीटों आगे दिखा रहे हैं वहीँ SP का दावा हैं की अखिलेश यादव और जयंत चौधरी का ये गठबंधन Western Uttar Pradesh में BJP को सत्ता से बहार करेगा। इसी के साथ पहले चरण की लड़ाई पूरी तरह से BJP vs SP की हो गयी हैं। इसी मुद्दे पर हम्हारे साथ जुड़े इंडिया टीवी की खास चुनावी कवरेज "ये पब्लिक हैं सब जानती हैं" के यूपी के धुरंदर Etawah से नीरज यदुवंशी, नैयर बिन विजय , कमेन्द्र सिंह ने।
Jalaun के Kalpi में 2017 से BJP का कब्जा है. इस सीट पर SP को कभी जीत नहीं मिल पाई. ठाकुर बाहुल्य विधानसभा से 2017 में BJP के Narendra Pal Singh जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार कालपी की जनता फिर से BJP को जीताएगी या फिर इस बार समीकरण बदलेगा? कालपी में कई ऐतिहासिक धरोहर हैं. कई बार इसे पर्यटन स्थल बनाने की मांग उठी. यह महाभारत के रचयिता वेदव्यास की नगरी भी है. कालपी की जनता की कितनी मांगे अभी तक पूरी हुई हैं और कितनी बाकी हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम यहां पहुंचकर लोगों से बात की.
इस बार महाराजगंज का राजा कौन होगा? यह सीट SP का गढ़ मानी जाती रही है. लेकिन 2017 में BJP ने इस सीट पर अपना कब्जा जमा लिया था. यहां की जनता ने Jai Mangal Kannojia को विधायक बनाकर विधानसभा भेजा. जयमंगल ने महाराजगंज का कितना मंगल है? यह देखने और जानने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम यहां पहुंचकर लोगों के मन की बात जानी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे।
कन्नौज वैसे तो SP का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन 2017 में मोदी लहर में BJP ने इसे गलत साबित कर दिया. कन्नौज की तीन विधानसभा सीटों में से सपा के हाथ बस एक ही लगी बाकी दो पर BJP ने कब्जा कर लिया. सदर सीट जहां पिछले 20 साल से सपा काबिज है, और अन्य दो सीटें जहां 2017 से BJP राज कर रही है, यहां पर विकास हुआ है यहा कुछ कसर बाकी है? क्या कहता कन्नौज का वोटर? 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम आपको सुना रही है.
Moradabad के जामा मस्जिद से मुसलमानों ने सरकार पर कई आरोप लगाए. इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम चुनाव के मद्देनजर यहां के मुद्दों को जनाने के लिए पहुंची थी, इस दौरान जामा मस्जिद से मुस्लमानों ने कहा कि-‘जौहर यूनिवर्सिटी बंद करवाने के पीछे सरकार की गलत मंशा है’, ‘पलायन का आरोप मुसलमानों पर क्यों लगाया जा रहा है?’, ‘BJP डिवीजन पॉलिसी अपनाती है’
आज असदुद्दीन ओवैसी मेरठ के दौरे पर थे लेकिन वहां से लौटते समय उनके काफिले पर हमला कर दिया गया। उनकी गाड़ी पर चार राउंड फायरिंग की गई। इस हमले में ओवैसी सही सलामत रहे। इस हमले CCTV फुटेज आ चुकी है। पुलिस ने एक हमलावर को पकड़ लिया जबकि एक शूटर फरार है। आखिर इस हमले के पीछे कौन था और इसके पीछे का निमित्त क्या था? देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
पूरे यूपी की नज़र गोरखपुर पर है। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंच चुके हैं। साथ ही अमित शाह भी गोरखपुर जाने वाले हैं। पहले शाह और योगी का रैली करेंगे जिसके बाद योगी वहां अपना नामांकन दाखिल करेंगे। बीजेपी ने 10 मार्च के लिए पूरा चक्रव्यूह तैयार किया है। क्या बीजेपी सफल होगी? देखिए इस रिपोर्ट में।
पश्चिमी Uttar Pradesh का शहर Moradabad कभी पीतल नगरी के तौर पर जाना जाता था. देश के साथ-साथ यहां बने पीतल उत्पादों की विदेशों में भी काफी मांग थी. मुरादाबाद के पीतल कारीगर (Peetal Karobar) बर्तनों से लेकर पूजा पाठ तक के सामान बनाने में महारात रखते थे. लेकिन बीते कुछ सालों में पीतल की मांग में गिरावट और मंद अर्थव्यवस्था के कारण आज यह उद्योग अपनी पुरानी पहचान खोता जा रहा है. इस उद्योग से जुड़े कारोबारियों (Businessman) का कहना है कि बीते कुछ सालों में सरकार ने आयात-निर्यात करों को काफी बढ़ा दिया है. जिसके कारण इस उद्योग से जुड़े लोगों को काम करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हालात ये हो गए हैं कि आज इस उद्योग से जुड़े कारीगर अपनी अगली पीढ़ी को इस काम से दूर रखना चाहते हैं. इस बार चुनाव में पीतल कारोबार (Peetal Karobar) से जुड़े लोगों के मन में क्या चल रहा है. इसी के बारे में जानने के लिए 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मुरादाबाद के पीतल कारोबारियों के बीच पहुंचा. जहां इस उद्योग से जुड़े लोगों ने अपनी राय हमारे साथ साझा की.
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले (District Jalaun) के अंतर्गत आने वाली उरई विधानसभा (orai Assembly Seat) क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ी सीट है. 2012 में परिसीमन के बाद से यह सीट आरक्षित हो गई. 2012 में आरक्षित होने के बाद यहां SP के दयाशंकर वर्मा (Daya Shankar Verma) ने जीत दर्ज की. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव पर भी प्रचंड मोदी लहर का असर देखने को मिला. BJP के गौरी शंकर (Gauri Shankar) ने चुनाव में इस सीट पर कमल खिलाया. उरई में इस बार किस पार्टी का उम्मीदवार जीत हासिल करता है. यह तो चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद पता चल जाएगा. सभी सियासी दल इस सीट से जिताउ उम्मीदवार की तलाश में जुट गए हैं. SP ने इसी चुनावी रणनीति के तहत इस सीट पर 2022 विधानसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवार का टिकट काट दिया. सपा ने पहले इस सीट पर पूर्व विधायक दयाशंकर वर्मा (Daya Shankar Verma) को उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन बाद में पार्टी ने इस सीट से 2017 के रनर महेंद्र कठेरिया (Mahendra Katheriya) के नाम की घोषणा कर दी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की उरई क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
आज यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू सीट से नामांकन भरा। इस पर उन्होंने इंडिया टीवी से बात की। साथ ही आज ओवैसी के काफिले पर हुए हमले की घटना पर भी कार्रवाई करने की बात कही।
मेरठ में Asaduddin Owaisi के काफिले पर हमला हुआ है। उनकी गाड़ी पर चार राउंड फायरिंग की गई है। फायरिंग को लेकर ओवैसी ने इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की और बोले कि एक सांसद पर प्लानिंग के साथ हमला किया गया। मोदी सरकार को मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए।
यूपी चुनाव में अब गोलियां भी चलने लगी हैं। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर हमला हुआ है। असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि 'मैं किठौर, मेरठ (उ.प्र.) में एक चुनावी कार्यक्रम के बाद दिल्ली जा रहा था। छिजारसी टोल प्लाजा के पास 2 लोगों ने मेरी गाड़ी पर 3-4 राउंड गोलियां चलाईं; वे कुल 3-4 लोग थे। मेरी गाड़ी के टायर पंक्चर हो गए, मैं दूसरी गाड़ी में वहां से निकला।'
इस बार यूपी के चुनाव में मुख्य मुद्दा क्या है? अमित शाह ने आज अपनी रैली में कहा कि कानून व्यवस्था ही सबसे बड़ा मुद्दा रहेगा। इसे लेकर उन्होंने योगी सरकार की तारीफ भी की। वहीं योगी आदित्यनाथ ने भी अपना गर्मी वाला बयान दिया तो इस पर हमलावर होते हुए अखिलेश यादव ने हाथरस की घटना की याद दिलाई और पूछा कानून व्यवस्था कहां है? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
Uttar Pradesh की हाई प्रोफाइल और चर्चित सीटों में शुमार जसवंतनगर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है. 2017 में शिवपाल यादव सपा की टिकट पर इस सीट से जीते थे. लेकिन बाद में उन्होंने SP को छोड़कर अपनी स्वयं की पार्टी बना ली. 2022 में Shivpal Yadav की पार्टी SP के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. इस विधानसभा सीट के बारे में कहा जाता है कि पिछड़ा वर्ग का समाज जिस ओर जाता है. चुनाव में उसी की जीत होती है. इस बार जसवंतनगर विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी . 10 मार्च को पता चलेगा की चुनाव में चाचा-भतीजे की जोड़ी BJP को यहां जीत दर्ज करने में कामयाब हो पाती है या नहीं. सभी सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कल ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की जसवंतनगर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Agra की एत्मादपुर विधानसभा सीट पर इस त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले नेताओं के बीच भगदड़ मची हुई है. सभी दल जीत के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गए हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में आगरा की एत्मादपुर सीट पर पहली बार BJP का कमल खिला था. BJP के रामप्रताप सिंह चौहान ने इस सीट पर 47 हजार (47,000) से भी अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इससे पहले इस सीट पर BSP सबसे अधिक 3 बार जीत दर्ज कर चुकी है. वहीं SP और Congress ने भी एक-एक बार इस सीट पर कब्जा किया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. ऐसे में सभी दल एत्मादपुर विधानसभा सीट पर सियासी दलों के नेता लगातार जनता से जनंसपर्क कर अपना वर्चस्व बना रहे हैं. एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में क्षत्रिय और एससी (SC) समाज का वोटर सबसे बड़ी संख्या में हैं. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है ' की टीम की एत्मादपुर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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