योगेश शुक्ला ने 2009 में भाजपा के टिकट पर इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था और समाजवादी पार्टी के नेता रेवती रमण सिंह से हार गए थे। शुक्ला 2002 से 2004 तक राष्ट्रीय युवा आयोग के सदस्य रहे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि सपा द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र के वक्त न तो मुलायम सिंह साथ रहे और ना ही उनकी भाभी। जिसके साथ न पिता हैं और न भाभी, उसके साथ प्रदेश की जनता कहां होगी।
समाजवादी पार्टी ने अपने वचन पत्र में 2022 के लिए 22 संकल्प लिए हैं। अखिलेश यादव ने अपने घोषणापत्र के जरिए कई बड़े वादे किए हैं। सपा सरकार बनी तो फिर से समाजवादी पेंशन योजना शुरू की जाएगी, किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक मदद का ऐलान भी किया है।
जयंत चौधरी ने दावा किया कि प्रदेश में सपा-रालोद गठबंधन की सरकार बनने पर भेदभाव के सबके लिए काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि इस बार चुनाव में चूक गए तो किसान हार जाएगा और फिर इस देश में कभी आंदोलन नहीं होगा।
इंडिया टीवी-ग्राउंड जीरो फाइनल ओपिनियन पोल के मुताबिक, यूपी 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 241 से 245 सीटें, सपा गठबंधन को 144 से 148 सीटें, बीएसपी को 5 से 9 सीटें, कांग्रेस को 3 से 7 सीटें और अन्य को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान है।
यूपी की 403 विधानसभा सीटों को लेकर किए गए इंडिया टीवी-ग्राउंड जीरो रिसर्च ओपिनियन पोल में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं। ओपिनियन पोल के लिए यूपी को 5 हिस्सों (पश्चिमी यूपी, रोहिलखंड, अवध, पूर्वांचल और बुंदेलखंड) में बांटा गया। 29 जनवरी से 5 फरवरी के बीच 100 से ज़्यादा विधानसभा सीटों पर 15000 से ज़्यादा लोगों की राय ली गई।
जयंत चौधरी ने खराब मौसम के कारण प्रधानमंत्री की रैली रद्द होने संबंधी समाचार के साथ ही 'गूगल मौसम रिपोर्ट' का स्क्रीनशॉट भी साझा किया, जिसमें बिजनौर में धूप खिली दिखाई गई है।
मोदी-योगी की उपलब्धियां गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि सपा और बसपा की 15 सालों की सरकार में उप्र देश की सातवें नंबर की अर्थव्यवस्था थी लेकिन आज यह दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था है। उन्होंने अपील की कि एक मौका भाजपा को और दे दीजिए, पांच साल में उप्र देश में पहले स्थान पर होगा।
बागपत से भारतीय जनता पार्टी ने जहां योगेश धामा को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से रालोद के अहमद हमीद मैदान में हैं।
मुरादनगर विधानसभा सीट को लेकर 2022 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी यहां भाजपा ने अजीत पाल त्यागी को, सपा-RLD गठबंधन ने सूरेंद्र कुमार मुन्नी और बसपा ने हाजी अयूब ईदरीसी को उम्मीदवार बनाया है।
बड़ौत से भारतीय जनता पार्टी ने जहां कृष्णपाल सिंह मलिक (के.पी. मलिक) को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से रालोद के जयवीर सिंह तोमर मैदान में हैं।
मेरठ से भारतीय जनता पार्टी ने जहां कमल दत्त शर्मा को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के रफीक़ अंसारी मैदान में हैं।
मेरठ कैंट से भारतीय जनता पार्टी ने जहां अमित अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से RLD की मनीषा अहलावत मैदान में हैं।
अपने चुनाव लड़ने के सवाल पर डा. शर्मा ने कहा कि मैं संगठन से आया हुआ व्यक्ति हूं। मैं वार्ड से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक काम कर चुका हूं। भाजपा में सब कुछ संगठन ही तय करता है। पार्टी जो कहेगी वह करेंगे।
अखिलेश यादव ने हाल में कहा था कि भगवान कृष्ण रोजाना उनके सपने में आकर कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनने जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, ''जो पहले सरकार में थे, उन्हें ना तो आप लोगों की आस्था से मतलब था और ना ही आपकी जरूरतों से। उनका सिर्फ एक ही एजेंडा रहा है, उत्तर प्रदेश को लूटो।
अपने 26 साल के लंबे विरोध के दौरान, विजय सिंह ने अपने पारिवारिक जीवन का बलिदान दिया, कई धमकियों का सामना किया और पूरी तरह से सरकारी उदासीनता का सामना किया। उन्होंने शामली जिले को मुजफ्फरनगर से अलग होते हुए देखा, लेकिन मुजफ्फरनगर कलेक्ट्रेट में अपने विरोध स्थल से नहीं हटे।
देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानासभा चुनाव में मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है,चुनावी प्रचार भी जोर पकड़ रहा है। विभिन्न दलों के प्रत्याशी डोर-टू-डोर जाकर चुनाव प्रचार के दौरान अपनी पार्टी के कार्यों के बारे में आम मतदाताओं को बता रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले यूपी के दो शहरों-नोएडा और गाजियाबाद में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में दस फरवरी को मतदान होना है। वोटों की गिनती दस मार्च को की जाएगी।
यूपी चुनाव के पहले चरण में 58 विधानसभा क्षेत्रों में आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में मतदान होने वाला है। चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
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