राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश के साथ चार अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिल रही है। उन्होंने कहा भाजपा जो कहती है, वो करती है। देश को पीएम नरेन्द्र मोदी और प्रदेश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बखूबी चला रहे हैं।
सीतापुर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने विधायक राकेश राठौर पर एक बार फिर भरोसा जताया है और उन्हें टिकट दिया है। जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है।
लखीमपुर सदर में भाजपा ने विधायक योगेश वर्मा तो सपा ने पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा को मैदान में उतारा है। बसपा ने मोहन वाजपेयी को टिकट दिया है। इससे मुकाबला और दिलचस्प हो चला है।
पीलीभीत सदर विधानसभा सीट से बीजेपी ने यहां से वर्तमान विधायक संजय गंगवार को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने डॉक्टर शैलेंद्र सिंह गंगवार पर दांव लगाया है। सदर पीलीभीत विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर डॉक्टर शाने अली ताल ठोंक रहे हैं।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने आज सबसे धुआंधार प्रचार कहीं किया तो वो जगह है करहल जहां करीब 50% मतदाता यादव और मुसलमान है, वहां पर भी बीजेपी एक नया प्लान लेकर आई है।
फिरजोबाद विधानसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर मनीष असीजा को टिकट दिया है। वे लगातार दो बार, 2012 और 2017 में इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं।
2017 के चुनाव में भी इस सीट से समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। लेकिन इस बार समीकरण कुछ बदला हुआ है।
अखिलेश यादव का मुकाबला बीजेपी के डॉ. एस.पी. सिंह बघेल और बीएसपी के कुलदीप नारायण से है। करहल सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है।
शुक्रवार को अयोध्या में भाजपा और सपा के समर्थक आमने-सामने आ गए थे। पहले नारेबाजी शुरू हुई फिर देखते ही देखते भिड़ंत हो गई।
तीसरे चरण से पहले शुक्रवार को अयोध्या में भाजपा और सपा के समर्थक आमने-सामने आ गए। पहले नारेबाजी शुरू हुई फिर देखते ही देखते भिड़ंत हो गई। दोनों पक्षों के भिड़ते ही अफरातफरी मच गई। हवाई फायरिंग एवं एक-दूसरे की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई है।
श्रीनगर विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के अंतर्गत आती है । ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है । इस बार श्रीनगर विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को मतदान होगा ।
2017 के विधानसभा चुनाव में आलम बदी ने सपा की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा । उन्होंने चुनाव में भाजपा के विनोद कुमार राय को 18 हजार वोटों के अंतर से मात दी । मोदी लहर के बावजूद बीजेपी यहां तीसरे स्थान पर रही थी ।
कोरांव विधानसभा सीट प्रयागराज जिले के अंतर्गत आती है । 2007 में मेजा सीट से अलग होकर ये सीट अस्तित्व में आई थी । कोरांव विधानसभा सीट पर करीब साढ़े तीन लाख से भी अधिक मतदाता हैं ।
कांग्रेस में करीब 22 उम्मीदवार गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और इतनी ही संख्या सपा की सूची में है। बसपा के पास ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 22 है और भाजपा के पास 17 है, जबकि आप (AAP) के 9 उम्मीदवार हैं, जिन पर गंभीर आरोप हैं।
बीजेपी ने इटावा सीट से सरिता भदौरिया को टिकट दिया है। समाजवादी पार्टी की तरफ से सर्वेश शाक्य चुनाव मैदान में हैं। वहीं, बीएसपी की तरफ से कुलदीप यादव को टिकट दिया गया है। ये सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती थी।
असीम अरुण अपनी सेवा के दौरान कानपुर के पुलिस कमिश्नर पद पर भी रह चुके हैं। अरुण ने जनवरी में ही बीजेपी जॉइन की थी। वहीं, समाजवादी पार्टी ने अनिल कुमार के प्रत्याशी बनाया है।
सादाबाद से भारतीय जनता पार्टी ने जहां रामवीर उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के प्रदीप चौधरी गुड्डु मैदान में हैं।
एटा से भारतीय जनता पार्टी ने जहां एक बार फिर विपिन वर्मा डेविड को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के जुगेंद्र सिंह यादव मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीसरे चरण के तहत 23 फरवरी को मतदान होगा और इससे जुड़ी तैयारियां तेज हो गई हैं। डीएम अभिषेक प्रकाश ने शहर के लोगों से रिकॉर्ड मतदान करने की अपील की है। इसके लिए उन्होंने वीडियो संदेश भी जारी किया है।
खलीलाबाद विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के अंतर्गत आती है । खलीलाबाद का चुनावी इतिहास बताता है कि हर बार यहां के मतदाताओं ने अपना विधायक बदल दिया है ।
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