एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के 48 उम्मीदवारों में से 40 (83 फीसदी), बीजेपी के 52 उम्मीदवारों में से 23, कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 22, बसपा के 57 उम्मीदवारों में से 22 और आप के 51 उम्मीदवारों में से 7 उम्मीदवारों ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
मतदान करने आए एक युवक ने EVM में ही फेवीक्विक डाल दी थी, जिससे ईवीएम ने नाम करना बंद कर दिया था और पोलिंग बूथ पर तैनात अधिकारियों की परेशानी भी बढ़ा दी थी।
बाराबंकी सीट से समाजवादी पार्टी ने धरमराज सिंह यादव को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी की तरफ से रामकुमारी मौर्य चुनाव मैदान में हैं। बहुजन समाज पार्टी ने विवेक सिंह वर्मा को टिकट दिया है।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पास अब जमीनी लीडर बहुत हैं और कांग्रेस ने उन्हें आगे बढ़ने का बहुत मौका दिया है।
प्रियंका गांधी ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि पिछले 30 साल में पहली बार हम 400 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले हम गठबंधन में चुनाव लड़ते थे।
रीना द्विवेदी का नया लुक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। साल 2019 के आम चुनाव के दौरान पीली साड़ी वाले लुक को लेकर चर्चा में आईं रीना अब वेस्टर्न लुक को लेकर चर्चा में हैं।
रामपुर खास से भारतीय जनता पार्टी ने नागेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस की तरफ से आराधना मिश्रा मैदान में हैं।
चित्रकूट से भारतीय जनता पार्टी ने चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के अनिल प्रधान पटेल मैदान में हैं।
सुल्तानपुर सदर से भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन पार्टी निषाद पार्टी ने राजबाबू उपाध्याय को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के अरुण वर्मा मैदान में हैं।
23 फरवरी को लखनऊ, रायबरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फतेहपुर, बांदा और उन्नाव की 59 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। इस चरण में मोदी सरकार के मंत्री अजय मिश्रा टेनी और कौशल किशोर के साथ-साथ योगी सरकार के कई मंत्रियों और भाजपा के दिग्गज नेताओं की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
आजमगढ़ में कभी कांग्रेस का दबदबा हुआ करता था । लेकिन बदलते समय के साथ यह समाजवादी पार्टी के गढ़ के रूप में तबदील हो गया । सपा नेता और यूपी सरकार में पूर्व मंत्री रहे दुर्गा प्रसाद यादव आठ दफे इस सीट से विधानसभा पहुंच चुके हैं ।
रायबरेली विधानसभा सीट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। यह परिवार है पांच बार के विधायक, दिवंगत अखिलेश सिंह और उनकी बेटी अदिति सिंह। इन दोनों का कांग्रेस और गांधी परिवार से बेहतर रिश्ता रहा है।
बीजेपी विधायक ने स्वीकार किया कि उन्होंने पांच दिन पहले यह टिप्पणी की थी, लेकिन उन्होंने कहा कि यह एक अन्य संदर्भ में, एक उदाहरण के रूप में कहा गया था और उनका 'किसी को भी धमकी देने का कोई इरादा नहीं था।'
वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में इन 59 में से 51 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा सपा को चार, बसपा को तीन और भाजपा के सहयोगी अपना दल-सोनेलाल को एक सीट मिली थी।
समाजवादी पार्टी ने इस बार रईस चंद्र शुक्ला को टिकट दिया है। उनकी गिनती इस इलाके के दिग्गजों में होती है। यही वजह है कि सपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी चुना है। कांग्रेस के लिए अल्पना निषाद चुनाव मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में हर पार्टी जनता को लुभाने में जुटी हुई है। बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चुनाव प्रचार कर रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कतार में नज़र आ रहे हैं।
सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी ने जहां विनोद सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के अनूप संदा मैदान में हैं।
अमेठी से भारतीय जनता पार्टी ने जहां संजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के महाराजी प्रजापति मैदान में हैं।
गौरीगंज से भारतीय जनता पार्टी ने जहां चंद्रप्रकाश मिश्रा मटियारी को उम्मीदवार बनाया है, वहीं गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के राकेश प्रताप सिंह मैदान में हैं।
अब 2022 के विधानसभा चुनावों में कौशांबी जिले की इकाई को एक बार फिर अपने बड़े नेता स्टार प्रचारक केशव प्रसाद मौर्य से काफी उम्मीदे हैं। बीजेपी की सिराथू इकाई को इस बार भी पटेल मतदाताओं के साथ की उम्मीद है।
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