चिल्लूपार विधानसभा सीट पर इस बार यूपी 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला देखा जा रहा है। विनय शंकर तिवारी सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। तो वहीं बीजेपी ने राजेश त्रिपाठी को टिकट दिया है।
बांसी विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी से जय प्रताप सिंह, बीएसपी से राधेश्याम पांडेय, सपा से नवीन उर्फ मोनू दुबे, और कांग्रेस से किरण शुक्ला चुनावी मैदान में हैं।यूपी में छठे चरण में 3 मार्च को जिन सीटों पर वोटिंग होगी उनमें बांसी विधानसभा सीट भी शामिल है।
इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में अकबरपुर विधानसभा सीट पर सपा से राम अचल राजभर का मुकाबला भाजपा के धर्मराज निषाद से है। अकबरपुर विधानसभा सीट पर बसपा ने चंद्रप्रकाश वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अकबरपुर विधानसभा सीट पर छठे चरण में 3 मार्च को वोट डाले जाएंगे।
गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने ख़्वाजा शमसुद्दीन को टिकट दिया है। गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद भी चुनावी मैदान में हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी की रिचा सिंह की सिद्धार्थ नाथ सिंह से टक्कर हुई थी लेकिन सिद्धार्थ नाथ सिंह को भगवा लहर का फायदा मिला और वह चुनाव जीत गए।
Handia Assembly Seat : वर्ष 2017 में बीएसपी उम्मीदवार हाकिम लाल बिंद ने जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार उन्होंने पाला बदल लिया है। बिंद अब समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं ।
डिंपल यादव ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने सबकी उम्मीदें, सबके सपने गड्ढे में डाल दिए लेकिन मुझे खुशी इस बात की है कि हम सब लोग साथ होकर उत्तर प्रदेश को उन्नति की ओर ले जायेंगे, राज्य में नया सूरज उगने वाला है।’’
सीएम योगी ने कहा, सपा ने अपने शासनकाल में सिर्फ अराजकता ही फैलाई है। गुंडागर्दी अपने चरम पर थी। कहा कि जो लोग जनता का राशन खा जाते थे। हमारा बुलडोजर उनका हिसाब करता है।
Bahraich की Balha Assembly Seat पर BJP का दबदबा है. भाजपा लगातार तीन चुनाव से यहां कमल खिलाने में सफल रही है. 2017 में भाजपा के अक्षयवर Lal Gaur इस सीट से विधायक बने. 2019 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाया और वह सांसद बन गए. उपचुनाव में फिर से ये सीट भाजपा की झोली में जा गिरी. इस बार भाजपा की Saroj Sonkar चुनाव जीतकर विधायक बनी. इस बार बलहा सीट पर 27 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बलहा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. और यह जानने की कोशिश कि आखिर क्यों कोई अन्य दल इस सीट पर भाजपा को पराजित नहीं कर पाता. आप भी सुनिए कि इलाके की जनता ने प्रदेश सरकार और विधायक को लेकर क्या कुछ कहा.
Sirathu Assembly Seat : 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी।
बीजेपी ने सिंधुजा मिश्रा सेनानी को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि समाजवादी पार्टी ने गुलशन यादव पर दांव चला है।
अपना दल कमेरावादी की ओर से इस सीट से चुनाव मैदान में कृष्णा पटेल ताल ठोंक रही हैं
राज्य की 403 विधानसभा सीटों में से अब तक 231 सीटों पर मतदान हो चुका है और रविवार को 61 सीटों पर मतदान होने के बाद 292 सीटों का मतदान पूरा हो जाएगा।
हेमा मालिनी ने कहा कि रूस और युक्रेन में युद्ध चल रहा है। उसमें भी हमारे प्रधानमंत्री बीच में जाकर युद्ध को राकने की कोशिश कर रहे हैं। पूरे विश्व के नेता चाहते हैं कि मोदी जी आगे जाकर कहें कि इस युद्ध को रोको और खत्म करो। पूरा विश्व हमारे प्रधानमंत्री को सम्मान दे रहा है।
अमित शाह ने केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश में पिछड़ों का सबसे बड़ा नेता बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछड़ों का कोई सबसे बड़ा नेता है तो वह केशव प्रसाद मौर्य हैं।
जंग-ए-आजादी के सुनहरें पन्नों में दर्ज Madhuban Assembly Constituency. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के क्रांतिकारियों ने मधुबन में तिरंगा लहराकर अपनी आजादी का एलान किया था. तब से लेकर अबतक कई राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. 2017 में ही Dara Singh Chauhan ने BJP की टिकट पर मधुबन सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुए. लेकिन इस बार ठीक चुनाव से पहले वे SP में शामिल हो गए. सपा ने इस बार उन्हें यहां की बजाय Ghosi से टिकट देकर चुनाव में उतारा है. वहीं भाजपा ने इस बार Ram Vilas Chauhan को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार मधुबन विधानसभा क्षेत्र में किस ओर बह रही है चुनावी बयार इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मधुबन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां स्थानीय जनता ने आगमी चुनाव और विधायक को लेकर जो कुछ कहा आप भी सुनिए.
अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरशोर से चालू है. वहीं अयोध्या में सौंर्दयकरण के लिए यहां सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण कराया जा रहा है. जिसके कारण यहां मौजूद करीब 700 दुकानों को नुकसान पहुंचा है. जिससे यहां के स्थानीय दुकानदार काफी नाराज चल रहे हैं. स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक वे सभी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराए जाने से बेहद प्रसन्न हैं. लेकिन साथ में उनका कहना है कि सरकार को उनके बारे में भी सोचने की आवश्यकता है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने अयोध्या पहुंचकर यहां के स्थानीय दुकानदारों से उनकी परेशानियों का सबब जानने की कोशिश की. आप भी सुनिए कि अयोध्या के दुकानदार यहां सड़कों के चौड़ीकरण किए जाने से कितने परेशान हैं.
चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के 51 मामलों के साथ मेरठ जिलों में सबसे ऊपर है, इसके बाद झांसी में 45 मामले हैं। आयुक्तालयों में, लखनऊ 26 मामलों के साथ शीर्ष पर रहा और उसके बाद कानपुर में 20 मामले सामने आए।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सपा के 48 उम्मीदवारों में से 40 (83 फीसदी), बीजेपी के 52 उम्मीदवारों में से 23, कांग्रेस के 56 उम्मीदवारों में से 22, बसपा के 57 उम्मीदवारों में से 22 और आप के 51 उम्मीदवारों में से 7 उम्मीदवारों ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
Uttar Pradesh की आखिरी विधानसभा दुद्धी सीट पर सियासी हलचल जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. यहां के मतदाताओं ने आगामी चुनाव और मौजूदा सरकार के कामकाज को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. बता दें कि 2017 में BJP गठबंधन Apna Dal (S) ने यहां जीत दर्ज की थी. चुनाव में अपना दल के Hariram ने इस सीट पर BSP के कद्दावर नेता Vijay Singh Gaur को पराजित किया था. इस बार चुनाव में यहां किस दल का नेता विजयी होगा इसका फैसला तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा.
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