स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनके रोड शो का रास्ता रिटर्निग ऑफिसर ने तय किया था। उन्होंने कहा, "एक सुनियोजित साजिश के तहत, भाजपा के लोगों ने लाठी, डंडों, हथियारों और पत्थरों से सामूहिक हमला किया। मेरे ड्राइवर के कान का एक हिस्सा फट गया और गिर गया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, सपा के लोग गोमाता को कसाई के हवाले करते थे। सपा वाले घी कहां से लाएंगे? इनसे पूछिए, घी किसे कहते हैं? सपा वाले तो गरीबों का राशन खा जाते थे। उन्होंने कहा, हम तो गरीबों को महीने में दो बार राशन दे रहे हैं। यूपी के 15 करोड़ लोगों को फ्री में राशन मिला है।
परिवार का दर्द नहीं समझने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा कि संन्यासी का काम लोककल्याण करना होता है। राजनीति में आने का मकसद लोककल्याण करना है। कुछ लोगों के लिए परिवार का मतलब सिर्फ सैफई खानदान है। उन्होंने कहा, गोरखपुर मेरी कर्मभूमि रही है और मेरे तरफ से सभी गोरखपुरवासी चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे नामांकन के बाद से जनता खुद प्रचार कर रही है।''
योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज स्थिति यह है कि बहुत से विपक्षी नेताओं ने अपनी टिकट बुकिंग कर ली है बाहर जाने की, कोई इंग्लैंड, तो कोई ऑस्ट्रेलिया की टिकट बुकिंग करा रहा है, तो कई छुटभैये नेता नेपाल जाने की फिराक़ में हैं। हमने तो नेपाल से सीमा पर ज्वाइंट पेट्रोलिंग करवानी शुरू कर दी है।
हिजाब विवाद पर सीएम योगी ने कहा कि न्यायालयों ने इस बारे में बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि कहीं भी हम अपने फोर्स में ऐसे ड्रेस की अनुमति नहीं दे सकते जिससे वह एक समुदाय विशेष का प्रतिनिधित्व करता हो। सही मायने में एक सेक्यूलर स्टेट की भावना को हमें सम्मान देना ही होगा। अनुशासन को तार-तार करने की, अनुशासनहीनता को फैलाने की जरूरत नहीं है।
इंडिया टीवी स्पेशल शो में आज सुबह रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए योगी ने कहा- ‘उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी फिर से सरकार बनाएगी। 10 मार्च को हम 80 प्रतिशत सीटों पर विजयी होकर प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे... समाजवादी पार्टी हारेगी।’
ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की ताकत नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से और लोकसभा के पिछले चुनाव में बसपा से गठबंधन किया, लेकिन वह भाजपा को सत्ता में आने से रोक नहीं सके।
2017 के विधानसभा चुनाव में अतरौलिया सीट पर सपा के डॉक्टर संग्राम यादव विजयी हुए थे । उन्होंने भाजपा के कन्हैया निषाद को 2 हजार से अधिक वोट के अंतर से हराया था ।
पहली बार चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ खड़े होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ अपने चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे हैं। वह नियमित रूप से अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं और सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।
Gorakhpur के Sahajanwa Assembly की जनता बदलाव में भरोसा करती है. यहां का वोटर हर पार्टी को आजमाता रहा है. जनता ने सियासी दलों से लेकर निर्दल तक हर किसी को मौका दिया है. सहजनवा में रावत परिवार का दबदबा रहा है. सपा से टिकट कटने पर Yashpal Rawat 2007 के चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और जीते थे. 2012 में भी यशपाल रावत निर्दलीय चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए. 2017 के Assembly Election में जनादेश BJP के पक्ष में रहा. बीजेपी के टिकट से चुनाव जीतकर Sheetal Pandey विधानसभा पहुंची थी. इस बार यहां 3 मार्च को वोटिंग है. सभी दलों से कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. अब यहां की जनता किसको विजय पताका थमाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सहजनवा जनता का मन टटोलने पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar की Shohratgarh Assembly Seat कभी Congress का गढ़ हुआ करती थी. 2002 और 2007 के चुनाव में भी इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. 2017 में BJP की गठबंधन सहयोगी Apna Dal के Amar Singh यहां से विजयी रहे. इस क्षेत्र में 3 लाख के करीब मतदाता हैं. यहां अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. शोहरतगढ़ सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राहम्ण, राजपूत के साथ कुर्मी वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. दलित वोटरों की भी अच्छी तादाद हैं. सीटिंग विधायक अमर सिंह का दावा है कि उनेक कार्यकाल में यहां चहुंमुखी विकास हुआ है. अब यहां कि जनता को इस क्षेत्र में कितना विकास दिखता है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शोहरतगढ़ विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar के Dumariaganj Assembly seat से 2017 में BJP के Raghavendra Pratap Singh चुनाव जीते थे. 2017 में कांटे की टक्कर थी. BSP उम्मीदवार Sayyida Khatoon से राघवेंद्र प्रताप सिंह मात्र 171 वोट से जीते थे. इस बार भी बीजेपी के टिकट पर राघवेंद्र प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं. सांप्रदायिक टिप्पणी की वजह से राघवेंद्र प्रताप इस वक्त सुर्खियों में आ गये हैं. चुनाव आयोग इसका संज्ञान भी ले चुका है. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार विरोधियों पर साजिश का आरोप लगा रहै हैं. वहीं यहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1967 में यह सीट अस्तित्व में आई थी. इस विधानसभा में कुल करीब चार लाख मतदाता हैं. सामान्य वर्ग के साथ एससी-एसटी वर्ग के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2022 में यहां की जनता फिर से राघेंद्र प्रताप को विधानसभा भेजती है या कोई और उम्मीदवार यहां की जनता के मन में बसा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम डुमरियागंज विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
जहां मतदान का प्रतिशत नहीं बढ़ने के पीछे कोविड-19 महामारी को एक प्रमुख वजह के तौर पर देखा जा रहा है, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मतदाताओं ने चुनाव में अब तक सभी पार्टियों को आजमा लिया है लिहाजा उनमें अब मतदान के प्रति वह जोशोखरोश नहीं रहा।
न जाने कितनी बार भाजपा के लोगों ने ‘छला’ है, इतना ‘छला’ है कि ‘‘यह चुनाव छलिया बनाम बलिया दिखाई दे रहा है।"
आरएसएस के पदाधिकारी इसे मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए 'जनजागरण अभियान' का नाम दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गोरखपुर क्षेत्र के 62 विधानसभा क्षेत्रों में 27,647 बूथ हैं जहां आरएसएस के 'ग्राम प्रमुखों' और अन्य कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ी है।
Deoria District की Rudrapur Assembly Seat यूं तो पिछड़े क्षेत्रों में शुमार है. यहां अन्य समस्याओं के साथ-साथ बाढ़ सबसे बड़ी समस्या है. लेकिन यह विधासभा सीट हाई प्रोफाइल सीट क रूप में जानी जाती है. कभी कांग्रेस के लिए यह सीट उसका गढ़ हुआ करती थी, BJP भी यहां से तीन बार चुनाव जीत चुकी है. यहां निषाद मतदाता बहुसंख्यक हैं. 2017 में भाजपा की टिकट पर Jai Prakash Nishad चुनाव जीते थे. 1991 से लगातार चुनाव लड़ रहे जय प्रकाश को लगातार दो बार जीत हासिल नहीं हुई. क्या इस बार यह रिकॉर्ड टूटने वाला है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रुद्रपुर विधानसभा में जनता का मूड समझने पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Gorakhpur District की Chillupar Assembly Seat पर बाहुबली नेता Harishankar Tiwari ने 1985 से 2002 तक लगातार 6 बार जीत दर्ज की थी. वहीं 2017 में उनके बेटे Vinay Shankar Tiwari BSP की टिकट पर यहां से चुनाव जीते. इस चुनाव में विनय शंकर तिवारी SP के टिकट पर मैदान में हैं. जिनका मुकाबला BJP के Rajesh Tripathi से है. अब देखना होगा जनता किसको 2022 में चिल्लूपार का सिकंदर बनाती है? जनता का मन टटोलने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चिल्लूपार विधानसभा पहुंची थी. आप भी सुनिए. जनता ने क्या कहा?
यहां पर करीब 3 लाख मतदाता हैं । जिनमें सबसे अधिक संख्या ब्राह्मण मतदाताओं की है । वहीं चुनाव में क्षत्रिय, वैश्य, यादव मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं । इस बार हाटा विधानसभा क्षेत्र में 3 मार्च को वोटिंग होगी ।
बलरामपुर से चुनाव ड्यूटी पूरी कर रहे पुलिसकर्मियों की बस जब बगंई गांव से गुजर रही थी, वहां रास्ते पर जा रहे कुछ युवकों ने बस को रास्ता नहीं दिया। बस ड्राइवर के बार बार हार्न बजाने पर ये युवक हिंसक हो गए और लोहे की रॉड से बस का शीशा तोड़ दिया।
कुशीनगर और संतकबीरनगर में आयोजित चुनावी जनसभाओं में अमित शाह ने कहा कि प्रदेश के पांच चरणों के चुनाव में भाजपा ने बहुमत के बराबर सीटें प्राप्त कर ली है और छठे और सातवें चरण में मतदाताओं ने 300 पार वाली सरकार बनाने के लिए वोटिंग करनी है।
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