UP by election results 2022: 3 महीने के अंदर एक बार फिर यूपी में ब्रांड योगी की जीत की चर्चा, आजमगढ़ और रामपुर में कमल खिला, दोनों सीटों पर बीजेपी की ये जीत 2024 के लिए विपक्ष को बहुत बड़ा झटका है. #Loksabhabypolls #cmyogi #akhileshyadav #azamkhan #dineshlalyadav #bhagwantmann #Azamgarhbypolls #Rampurbypolls #Sangrurbypolls #Loksabhabyelectionresults #bypollsresultupdate #loksabhabyelections #loksabhabyelection #Loksabhabypolls
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि राहुल गांधी ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ा ही नहीं। वह अपने बिखरे घर को तो संभाल नहीं पा रहे हैं। हम पर कटाक्ष कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी शुरू से घिनौने हाथकंडे अपना रही है।
इस बार BJP ने विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में बम्पर जीत हासिल की। यूपी में एक बार फिर से योगी की सरकार बनने जा रही है। लेकिन इस बार की ऐतिहासिक जीत का श्रेय निश्चय ही 'नरेंद्र बाहुबली' (पीएम मोदी) को मिलना चाहिए। देखिए OMG का यह ख़ास अंक।
अखिलेश ने विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि एमएलसी चुनाव पर भी हमें प्रशासन से लड़ना होगा। अखिलेश ने कहा कि मुरादाबाद में 1 लाख 47 हजार वोट पाने वाले की काउंटिंग ढाई घंटे रोक दी गई।
अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने शनिवार दोपहर इकाना स्टेडियम का दौरा किया और स्टेडियम प्रबंधन के साथ शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर विस्तार में चर्चा की।
हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पांचों राज्यों में चुनावी हार हुई है। इसी बीच खबर है कि यूपी चुनाव की कमान संभालने वाली प्रियंका गांधी एक बार फिर पार्टी में जान फूंकने की कोशिश कर रही हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “आगामी विधान परिषद चुनाव में अगर बेईमानी नहीं की गई तो हम विधान परिषद का चुनाव जीतेंगे।”
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में होने की संभावना है, जिसमें हजारों की संख्या में आमंत्रित लोगों की सूची होगी।
आज पूरे भारत में होली का त्योहार मनाया जा रहा है। वहीं इस बार की होली यूपी के लिए बेहद ख़ास क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने 2022 के चुनाव में बम्पर जीत हासिल की है। इसी मौके पर इंडिया टीवी के मंच को अपने गीतों से नवाज़ा सिंगर कन्हैया मित्तल ने।
यूपी में मिली हार पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि सपा की नैतिक जीत हुई है. जनता और लोगों के सहयोग से सपा आगे बढ़ी है जबकि बीजेपी घटी
अखिलेश ने ट्वीट में कहा "पोस्टल बैलेट डालने वाले हर उस सच्चे सरकारी कर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता।"
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वस्तुतः विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा की भय-भ्रम की राजनीति की शिकार हो गई है। उन्होंने कहा कि सपा अपने तमाम सहयोगियों और समर्थकों के साथ नई ऊर्जा प्रगतिशील सोच के साथ भविष्य की रणनीति बनाकर संघर्ष करती रहेगी।
उत्तर प्रदेश चुनाव खत्म हो चुके हैं और बीजेपी को लगातार दूसरी बार बहुमत मिला है। यूपी की 18वीं विधानसभा में चुनकर आए विधायकों की 'कुंडली' सामने आ गई है। इसमें कुछ विधायकों पर कई संगीन मामलों तक में केस दर्ज हो चुके हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, "बैलेट पेपर के मतदान में समाजवादी पार्टी 304 सीट पर जीती है, जबकि भाजपा मात्र 99 पर। लेकिन ईवीएम से मतों की गिनती में भाजपा चुनाव जीती, इसका मतलब है कि कोई न कोई बड़ा खेल हुआ है।"
चुनाव के नतीजे आने के बाद योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली का रुख किया था और कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी की थी। अभी यूपी को लेकर बैठकों का दौर जारी है। योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। अब सियासी गलियारों में चर्चा है कि योगी होली के बाद फिर दिल्ली आ सकते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली के दो दिन के दौरे पर है इस दौरान सीएम ने आलाकमान से लेकर सभी बड़े मंत्रियो से भेंट की योगी आदित्यनाथ के दिल्ली के दो दिन के दौरे में उनकी सरकार के शपथ की तारीख तय करने के साथ ही उसके मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों पर भी चर्चा हो रही है। इस बार मंत्रिमंडल में तीन डिप्टी सीएम हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपनी पहली बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विश्वास व्यक्त किया कि वह आने वाले वर्षों में राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
सीएसडीएस-लोकनीति अपने सर्वेक्षण के साथ सामने आई है कि 20 प्रतिशत मुस्लिम वोटों में से समाजवादी पार्टी को लगभग 79 प्रतिशत वोट मिले और कम से कम आठ प्रतिशत वोट भाजपा को मिले, जो 2017 की तुलना में एक प्रतिशत की वृद्धि है।
एसोसिएशन फॉर डेमोकेट्रिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा जारी एक विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार, 158 (39 प्रतिशत) जीतने वाले उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एआईएमआईएम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक निश्चित लक्ष्य के साथ कदम रखा था ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गैर-भाजपा वोट एक स्थान पर एकजुट न हों।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़