लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय में बीते दिनों कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय की मौत हो गई थी। इस मामले पर आज कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने प्रभात पांडेय के पिता दीपक पांडेय से फोन पर बात की और शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत कई बड़े नेता मकर संक्रांति के मौके पर अयोध्या में दर्शन के लिए पहुंचे थे। नेताओं के अयोध्या दौरे के दौरान कुछ लोगों को अयोध्या राम मंदिर के बाहर कांग्रेस का झंडा तोड़ते देखा गया। अब पुलिस ने इस मामले पर बयान दिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे के विवाद के बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश पर झूठ बोलने का इल्जाम लगाया था। इस पर अखिलेश ने कहा था कि कांग्रेस अपने 'चिरकुट नेताओं' से हमारी पार्टी के बारे में न बुलवाएं।
अजय राय को पूर्वांचल का जाना-माना नेता माना जाता है। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उनके प्रभाव से वोट मिलने की उम्मीद है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सिपाही पारिवारिक विवाद का मामला सुलझाने गया था। यहां उसने युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी। इस घटना पर कांग्रेस ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं।
अराधना मिश्रा साल 2017 में भी कांग्रेस विधायक दल की नेता चुनी गई थीं। उन्हें प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है। गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने केवल 2 सीटों पर जीत हासिल की है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस महासचिव कल यूपी कांग्रेस नेताओं के स्ट्रेटजी ग्रुप के साथ बैठक करेंगी। यह बैठक सुबह 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को 'गैरकानूनी' ढंग से जेल भेजने के खिलाफ महाअभियान चलाने का एलान किया है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से गतिरोध के बाद गिरफ्तार किये गये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत अर्जी पर सुनवाई 28 मई को होगी।
मंगलवार रात अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव तथा अन्य के खिलाफ हजरतगंज थाने में 1000 बसों की लिस्ट भेजने में धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज पेश करने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भले ही सत्ता के ख्वाब बुन रही है, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश में पार्टी को नए नेतृत्व के हवाले तो कर दिया है, लेकिन पार्टी की अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है।
नए नेतृत्व के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस बुनियादी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिये स्थानीय स्तर के तमाम चुनावों में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगी।
देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में कलह और बढ़ गई है। राजनीति की दृष्टि से देश के सबसे अहम राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस में बगावत सामने आई है।
लोकसभा चुनावों में करारी हार के बावजूद कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को अब पूरे उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया है।
लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रूपाणी को दिखाए काले झंडे
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