उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में संघ की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रहेगी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और उसके सहयोगी संगठन के कार्यकर्ता गांव-गांव जाएंगे। वे घर घर जाकर मतदाताओं से बात करेंगे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत चरम पर है। मायावती ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जिसके बाद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने भी अपने तीन उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों का क्या गणित रहेगा, इस पर कोई ठोस फैसला नहीं लिया जा सका है। उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे का दावा है कि इंडिया गठबंधन को जीत मिलेगी।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा की 10 सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव के मद्देनजर इनमें से छह सीट के लिए सोमवार को अपने प्रभारियों की घोषणा कर दी है। आइए देखते हैं प्रभारियों की लिस्ट।
जिन 10 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं उनमें से एक भी सीट कांग्रेस के पास नहीं रही है। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव रिजल्ट से उत्साहित कांग्रेस ने 10 में से 4 सीट लेने का प्लान बना रखा है।
UP assembly by elections: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में रणनीति और चुनौतियों पर चर्चा शुरू हो गई है। पार्टी के लिए यह उपचुनाव किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं है।
UP by election: उत्तर प्रदेश में विधानसभा का उपचुनाव कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम साबित नहीं होगा। सभी सियासी दल अभी से वोटों का गुणा भाग करने में जुट गए हैं।
इस विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को एक बार फिर कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। प्रदेश की जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से तीन भाजपा के पास थीं।
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर 5 सितंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन का एलान किया है।
2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में दारा सिंह चौहान ने सपा की टिकट पर घोसी से चुनाव जीता था। हालांकि, 1 साल बाद ही वह पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए।
दोनों सीट पर बीजेपी के सहयोगी अपना दल (एस) और समाजवादी पार्टी में सीधा मुकाबला है। बीएसपी ने इस चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है जबकि कांग्रेस सिर्फ छानबे सीट पर चुनाव लड़ रही है।
स्वार सीट पर 2022 में सपा से आज खान के बेटे अब्दुल्ला आजम ने जीत हासिल की थी, लेकिन एक मामले में अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई।
स्वार विधानसभा सीट सपा विधायक अब्दुल्ला आजम की सदस्यता जाने पर खाली हुई है, जबकि अपना दल (एस) के विधायक राहुल कोल का निधन हो जाने से छानबे सीट रिक्त हो गई थी।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। आजम खान और विक्रम सिंह सैनी को अयोग्य घोषित किये जाने के कारण रामपुर सदर और खतौली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है।
आकाश सक्सेना ने कहा कि कि रामपुर के मुसलमान अब हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा छोड़कर उज्ज्वल भविष्य की तरफ देख रहे हैं और इस बार वे नया इतिहास रचने का मन बना चुके हैं।
यूपी में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में लखीमपुर की गोला सीट के मुस्लिम बाहुल्य कुछ बूथों पर जहां बीजेपी को महज कुछ वोट मिले थे, वहीं उपचुनाव में उसने अच्छा प्रदर्शन किया है।
बीजेपी 2024 के हिसाब से यादव लैंड कहे जाने वाले इन क्षेत्रों पर काफी दिन से काम कर रही है। इसी वजह से उसने पहले एटा से हरनाथ यादव को राज्यसभा भेजने के बाद सुभाष यदुवंश को युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। फिर एमएलसी बनाकर इस वोट बैंक को अपनी ओर खींचने कोशिश में लगी है।
6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे रविवार को आ गए। बीजेपी ने 7 में 4 सीटों पर जीत दर्ज की, और जहां उसकी हार हुई, वहां भी वह अपना आधार मजबूत करती नजर आई। महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
भारतीय जनता पार्टी ने गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी और बड़ी जीत दर्ज की। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं गए थे।
UP Bypoll Election Result: यूपी उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद सपा प्रमुख ने BJP पर साजिश से जीत हासिल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा यूपी में सत्तारूढ़ सरकार ने छलबल से जनमत को प्रभावित करने की साजिश रची है।
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