उत्तर कोरिया की सैन्य हरकतों और इलाके में चीन की ताकतवर गतिविधियों के बीच दक्षिण कोरिया को अब ये मौका मिल सकेगा कि वह अपनी आवाज सुरक्षा परिषद में ताकत के साथ उठा सके।
चालबाज और मौकापरस्त चीन का चाल-चरित्र एक बार फिर से दुनिया के सामने आ गया है। जब-जब आतंक के खिलाफ लड़ने की बात आती है, तब-तब चीन आतंकियों के साथ ही खड़ा दिखाई देता है। इस बार फिर जब आतंकियों के खिलाफ भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ( UNSC) में प्रस्ताव लेकर आया तो भी चीन आतंकियों के पक्ष में उतर आया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सिर्फ 5 देशों को वीटो पॉवर दिए जाने और उसके राजनीतिक दुुरुपयोग को लेकर भारत आग बबूला हो गया है। भारत ने कहा है कि यूएनएसी में वीटो का इस्तेमाल नैतिक दायित्वों के आधार पर नहीं, बल्कि राजनीतिक विचारों के आधार पर किया जाता है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक बैठक में कहा है कि वह सीमा पार से ड्रोन का इस्तेमाल कर अवैध हथियारों की आपूर्ति की ‘गंभीर चुनौती’ का सामना कर रहा है जो पड़ोसी देश के अधिकारियों की मदद के बिना मुमकिन नहीं है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा कश्मीर मुद्दे पर की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए भारत की संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने मंगलवार को उनके बयान को ‘‘आधारहीन और राजनीति से प्रेरित’’ करार दिया।
करीब 11 महीनों के भीषण संघर्ष के बाद नए वर्ष में रूस-यूक्रेन युद्ध अति घातक मोड़ पर पहुंच चुका है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सैनिकों ने यूक्रेन में हाहाकार मचा दिया है। यूक्रेन के प्रमुख शहर सोलेडार पर कब्जे के बाद पुतिन के सैनिकों ने यूक्रेन के दूसरे इलाकों की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है।
भारत ने कहा कि सभी देशों को आतंकवाद जैसे खतरों के खिलाफ एक साथ खड़े होना चाहिए और इसमें राजनीतिक लाभ के लिए दोहरे मानक शामिल न हों। रुचिरा ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहाकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कानून का शासन लागू करने के लिए राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद से मुक्त करें।
Pakistan on Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का प्रावधान खत्म करने के बाद से ही पाकिस्तान को तेज मिर्ची लगी है। वह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और धारा 35-ए हटाए जाने के दर्द को भूल नहीं पा रहा है। यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान अक्सर अपना रोना रोता रहता है।
सुरक्षा परिषद ने तालिबान से इन प्रतिबंधों को वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। सुरक्षा परिषद ने कहा कि इसके सदस्य इन रिपोर्टों से "बेहद चिंतित" हैं कि तालिबान ने महिलाओं और लड़कियों के लिए यूनिवर्सिटीज तक पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है।
20 दिसंबर को, तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने पूरे देश में छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय शिक्षा के अनिश्चितकालीन निलंबन की घोषणा की थी।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत ने पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है। पाक विदेश मंत्री के बयान को भारत ने असभ्य बताया।
लंच से पहले जयशंकर ने कहा था कि उन्हें बाजरा के सभी गुणों के साथ सुरक्षा परिषद के सदस्यों को परिचित होने की उम्मीद है। भोजन पियरे होटल में तैयार किया गया था, जो टाटा समूह ताज का एक हिस्सा है।
भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने पाकिस्तानी पत्रकार के एक सवाल पर उसे करारा जवाब दिया। जवाब ऐसा था जिसकी कल्पना खुद पाक पत्रकार ने भी नहीं की होगी। पाकिस्तान के पत्रकार ने चतुराई दिखाते हुए आतंकवाद पर घुमा फिराकर सवाल पूछा। तब जयशंकर ने कहा कि इसका जवाब मैं नहीं पाक के विदेश मंत्री ज्यादा अच्छे से दे सकेंगे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर आतंकवाद और आतंकवाद से जुड़े संगठनों पर जमकर बरसे। उन्होंने आतंक को पनाह देने वाले देशों को भी चेतावनी दी और साथ में विश्व के सभी देशों को आतंकवाद से मिलकर लड़ने का संदेश दिया।
UNSC Seat India China: भारत और चीन के बीच इस वक्त भारी तनाव बना हुआ है। चीन ने एक बार फिर भारत के क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं की झड़प हो गई।
India in UNSC: भारत का चीन के साथ इस वक्त सीमा पर विवाद जारी है। इस बीच दो देशों ने दोबारा भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सदस्यता का समर्थन किया है।
बिलावल भुट्टो ने अपने भाषण के दौरान कश्मीर का राग अलापा तो विदेश मंत्री ने ओसामा बिन लादेन का नाम लेकर कहा कि आतंकियों को पनाह देने वाले भारत को उपदेश ना दें।
India's Separate Stand in UNSC: भारत ने अक्सर विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर दुनिया के ताकतवर देशों के सामने भी अपनी स्वतंत्र विदेश नीति का पालन करने से नहीं चूकता। भारत वही करता है जो उसे भाता है। दुनिया के अन्य देशों की तरह वह किसी भी देश का पिछ लग्गू नहीं है। यही बात भारत को दुनिया से अलग करती है।
India Take Presidency of UNSC Along With G-20: भारत एक दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता करने के साथ ही साथ अब UNSC की भी अध्यक्षता संभालने जा रहा है। इस दौरान भारत का फोकस वैश्विक आतंवाद के खिलाफ दुनिया के देशों को सख्त कदम उठाने के लिए तैयार करना है। भारत चाहेगा कि पूरी दुनिया वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत रुचिरा कंबोज ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समान प्रतिनिधित्व पर G4 वक्तव्य दिया।
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