जनसंख्या के मामले में भारत ने चीन को पहले ही पीछे छोड़ दिया है। अब जनसंख्या को लेकर संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में सदी के अंत तक भारत की जनसंख्या को लेकर दिलचस्प आंकड़े दिए गए हैं।
भारत के रूस के संबंध कितने गहरे हैं, दुनिया को समय-समय पर इसका आभास होता रहा है। एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में भारत ने रूस के खिलाफ लाए गए उस प्रस्ताव पर वोटिंग से दूरी बना ली, जिसमें यूक्रेन पर तत्काल हमले रोकने समेत कई अन्य मांगें की गई थी।
मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमलों के वॉन्टेड तहव्वुर राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। माना जाता है कि वह इन आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड हेडली का करीबी साथी है।
संयुक्त राष्ट्र और अफगानिस्तान के तालिबान प्रशासन के प्रतिनिधियों के बीच कतर में मीटिंग हुई। इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र की तरफ से साफ कह दिया गया है कि मीटिंग का मतलब तालिबान सरकार को मान्यता देना नहीं है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल से रिहा कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र का एक समूह आगे आया है। संयुक्त राष्ट्र के समूह ने कहा है कि इमरान खान को मनमाने तरीके से जेल में कैद किया गया है।
यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियाई मिसाइलों के इस्तेमाल के सनसनीखेज दावे से खलबली मच गई है। यह दावा युद्ध में इस्तेमाल किए गए हथियारों पर शोध करने वाले एक संगठन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सामने किया है। इससे यह आशंका और मजबूत हो गई है कि रूस यूक्रेन पर उत्तर कोरियाई मिसाइलों से हमला कर रहा है।
दुनिया के 7 अरब लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लक्ष्य को 2030 तक भी पूरा नहीं किया जा सकेगा। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र ने जितने लक्ष्य रखे थे, उनमें से केवल 17 फीसद तक कार्य हो पाने की संभावना है। इसे लेकर यूएन ने गहरी चिंता जाहिर की है।
सर्वे में शामिल लोगों में से अधिकांश ने माना कि बहस के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुकाबले बेहतर नजर आए। बता दें कि 2020 की डिबेट में बाइडेन भारी पड़े थे।
अमेरिका को लताड़ लगाते हुए भारत ने कहा कि अतीत की तरह, यह रिपोर्ट भी अत्यधिक पक्षपातपूर्ण है, इसमें भारत के सामाजिक ताने-बाने की समझ का अभाव है तथा यह स्पष्ट रूप से वोट बैंक की सोच और निर्देशात्मक दृष्टिकोण से प्रेरित है।
संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों पर चलाए जा रहे तालिबानी हंटर पर बेहद खफा हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने अब तालिबान को सबक सिखाने के लिए ठान लिया है। यूएन ने कह दिया है कि ऐसी स्थिति में तालिबान को सरकार के तौर पर मान्यता नहीं दी जा सकती।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका और उसके प्रमुख यूरोपीय सहयोगियों ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। अमेरिका ने कहा है कि वह ईरान को परमाणु-सशस्त्र बनाने से रोकने के लिए सभी साधनों का उपयोग करने के लिए तैयार है।
पाकिस्तान को तालिबान के हथियारों से डर लग रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि इतने खतरनाक हथियार तालिबान कैसे और कहां से हासिल कर रहा है। टीटीपी से घबराए पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से इसके खिलाफ विशेष अभियान चलाने की अपील की है।
भारत ने यूएई के साथ अपने रिश्तों में और अधिक मिठास घोलने का प्रयास शुरू कर दिया है। भारत ने यूएई के साथ रिश्तों और व्यापार को बढ़ाने के लिए 8 टन से अधिक मीठे अनानास की पहली खेप भेजी है। इसे भारतीय कृषि के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को सेवा के दौरान कर्तव्य निर्वहन करते हुए अपनी जान गंवाने वाले भारत के शांतिरक्षक धनंजय कुमार सिंह को प्रतिष्ठित संयुक्त राष्ट्र पदक से सम्मानित किया।
राधिका सेन ने कांगो में सराहनीय काम किया। इस वजह से उन्हें अमेरिका में सम्मानित किया गया है। हिमाचल की राधिका ने IIT के बाद भारतीय सेना में सेवा देने का फैसला किया है।
मेजर राधिका सेन 2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड पाने वाली दूसरी भारतीय शांति रक्षक हैं। इससे पहले यह पुरस्कार मेजर गवानी को 2019 में मिला था।
यूएन चीफ के प्रतिनिधि बनाए गए कमल किशोर ने थाईलैंड के बैंकॉक स्थित ‘एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी’ से शहरी नियोजन, भू एवं आवास विकास में स्नातोकोत्तर (विज्ञान) किया है । उन्होंने रूड़की के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से वास्तुकला इंजीनियरिंग में स्नातक किया था।
इजराइल दक्षिणी शहर रफह में हमास के खिलाफ एक्शन मोड में है। इजराइल की ओर से जारी सैन्य अभियान के चलते संयुक्त राष्ट्र ने रफह में खाद्य सामग्री के वितरण पर रोक लगा दी है।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव पेश किया जो अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती संबंधित था। फिलहाल, इस मामले में अमेरिका के विरोध की वजह से रूस को झटका लगा है।
अफगानिस्तान में भारी बारिश के चलते एक बार फिर बाढ़ का कहर देखने को मिला है। इस बार बाढ़ से सबसे अधिक गोर प्रांत प्रभावित हुआ है। बाढ़ की वजह से लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
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