गाजा में संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के मुख्यालय के नीचे हमास आतंकियों की सुरंग मिलने से खलबली मच गई है। इजरायली सेना ने यह सुरंग खोजने का दावा किया है। इजरायली सेना का कहना है कि हमास के आतंकी इन्हीं सुरंगों के जरिये बिजली आपूर्ति करते थे। हालांकि यूएन एजेंसी ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी।
इजरायली सेना के सूत्रों ने बताया कि UNRWA के 12 कर्मचारियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए उन आतंकवादी हमलों में भाग लिया था जिसमें 1200 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई थी।
बीते लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार और संशोधनों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि, अब तक इसमें कोई भी बदलाव नहीं आया है। अब दिग्गज कारोबारी एलन मस्क नमे भी इस मामले में बड़ा बयान दिया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ डेनिस फ्रांसिस की यात्रा के दौरान बातचीत में विशेष रूप से सुरक्षा परिषद में सुधारों के लिए भारत का आह्वान दोहराया जाएगा, ताकि इस वैश्विक संस्था में विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाकर इसे अधिक न्यायसंगत बनाया जा सके।’’
संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी किए गए अपडेट के मुताबिक, हाफिज सईद को आतंकवाद के वित्तपोषण के सात मामलों में दोषी करार दिया गया है। हाफिज सईद भारत में कई मामलों में वांछित है।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को बेनापोल एक्सप्रेस ट्रेन में हुई आगजनी की घटना पर शोक व्यक्त किया है और मांग की है कि इसकी जांच संयुक्त राष्ट्र से कराई जाए।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के कारण गाजा में हालात इतने खराब हो गए हैं कि यह इलाका अब किसी के रहने लायक नहीं रह गया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने न सिर्फ इस साल बल्कि पिछले कुछ सालों में अपने समकक्षों से बेहतर प्रदर्शन किया है। भारत की आर्थिक वृद्धि लगातार छह प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। उम्मीद है कि बढ़ोतरी 2024 और 2025 में भी जारी रहेगी।
सूडान में पिछले कुछ महीनों से अर्धसैनिक बल 'रैपिड सपोर्ट फोर्सेज' सूडानी सेना के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है, जिसके चलते देश के लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक में भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने कनाडा को कई मुद्दों पर घेरा है। उन्होंने कनाडा से पूजा स्थलों पर हमलों, हिंसा भड़काने व चरमपंथ को बढ़ावा देने वालों से निपटने को कहा है।
सूडान में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ समय से जारी हिंसा में 800 आम नागरिकों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। इन सभी नागरिकों की मौत मिलिशियाई लड़ाकों के हमले में हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने इस हिंसा में हो रही आम नागरिकों की मौत पर गहरी चिंता जाहिर की है।
इजरायल और हमास के बीच गाजा में जंग जारी है। फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीनी समर्थक इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच यूएन के प्रमुख ने एक दुख भरी जानकारी दी है।
अरिंदम बागची 1995 बैच के IFS ऑफिसर हैं। वह वर्तमान में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने मार्च 2021 से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का महत्वपूर्ण पद संभाला था।
हमास के खात्मे के लिए इजरायली सेना ने गाजा को पूरी तरह से घेर रखा है। इजराइली सेना किसी भी वक्त गाजा के गलियों में दाखिल हो सकती है। इजरायल-हमास युद्ध में दोनों ओर से अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की। इस मौके पर जयशंकर ने यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में सुधार को लेकर उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने कश्मीर राग अलापने के लिए पाकिस्तान के पीएम की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल का अधिकार नहीं है।
गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर के घर शांतिनिकेतन को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। पश्चिम बंगाल के लिए व पूरे देश के लिए गौरव का पल है। बता दें कि रबीन्द्रनाथ टैगोर ने इसी घर में अपने जीवन का अधिकांश समय बिताया। इस लिस्ट में शांतिनिकेतन को शामिल किए जाने के बाद विश्व भारती यूनिवर्सिटी में जश्न मनाया गया गया।
9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन से कई सकारात्मक परिणाम निकलकर सामने आए हैं। अफ्रीकी संघ के जी20 में शामिल होने के बाद अब संयुक्त राष्ट्र में भी सुधार की मांग हो रही है।
आर्मेनिया और अजरबैजान में लंबे अर्से से युद्ध चला आ रहा है। विवाद की मुख्य वजह नागोर्नो काराबाख है। दोनों ही देश इस पर अपना दावा करते हैं। इसी को लेकर संघर्ष चल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर एक बार फिर पाकिस्तान ने जब कश्मीर राग अलापा तो भारत ने उसकी धुलाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने कहा कि वह बार-बार इस अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करने के लिए यह मुद्दा उठाता है और बेतुके आरोप लगाता है। मगर उसे अपने आंतरिक मामलों पर ध्यान देने से भला होगा।
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