राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जो पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र कॉन्फ्रेंस में मानवाधिकारों के वायलेशन की बात उठा रहा है वह स्वयं अपने देश के अंदर झांक कर देखे।
भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व से संपर्क करने वाले संयुक्त राष्ट्र (UN) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) के बीच किसी भी संभावित वृद्धि को लेकर गुटेरेस बहुत चिंतित हैं और दोनों पक्षों से बातचीत के माध्यम के जरिए इस मुद्दे से निपटने की अपील करते हैं।
दुनिया के ज्यादातर देशों ने कहा है कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इसका समाधान भारत और पाकिस्तान को ही आपस में मिलकर करना चाहिए।
सोमवार को जिनेवा में यूएन ऑफिस के सामने पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघन को दर्शाने वाले पोस्टर्स दिखाई दिए। इन पोस्टर्स में बलूचिस्तान और खैबर पखतुनवा की तस्वीरें थी।
संयुक्त राष्ट्र के 74वें सत्र में वैश्विक नेताओं के संबोधन कार्यक्रम की प्रारंभिक सूची में यह जानकारी दी गई है।
इस बीच पाकिस्तान ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर एक और ब्रिगेड की तैनाती कर दी है। इन्हें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में एलओसी के बाग और कोटली सेक्टरों के नजदीक तैनात किया गया है। इन्हें पाक सेना ने फिलहाल आक्रामक पोजिशंस पर तैनात नहीं किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि उस पत्र की कीमत पत्र लिखने के लिए इस्तेमाल हुए कागज की कीमत के बराबर भी नही है। उन्होंने कहा कि इसपर प्रतिक्रिया देकर मैं इसे भाव नहीं देना चाहता।
2019 जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के विशेष दूत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कदम उठाने के लिए भारत की सहभागिता बहुत महत्वपूर्ण है।
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें राहुल गांधी के नाम का भी जिक्र करते हुए कहा गया है कि उन्होंने भी घाटी के हालात पर चिंता जताई है।
अफगानिस्तान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान की फौज ने 19 और 20 अगस्त के बीच कुनार प्रांत के शहरों पर 200 से ज्यादा रॉकेट्स दागे। अफगानिस्तान का कहना है, बार-बार अपील के बावजूद पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की जा रही है...
फ्रांस के शहर बिआरित्ज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के बीच विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के भारत सरकार के फैसले की पृष्ठभूमि में हुई है।
पाकिस्तान में हिंदू, ईसाई और अहमदिया समुदाय के लोगों की धर्मिक आज़ादी की हालत को लेकर खुद पाकिस्तान के ही नवीद वॉल्टर ने इमरान सरकार को जमकर कोसा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे पर आज सदस्य देशों की अनौपचारिक बैठक होने वाली है। हालांकि अब तक इस मुद्दे पर दुनिया भर के देशों की जो राय रही है उससे यही लगता है कि दुनिया भर में फजीहत कराने के बाद पाकिस्तान अब संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी फजीहत कराने वाला है।
चीन ने यह कदम तब उठाया है जब उसके परम मित्र पाकिस्तान ने बैठक बुलाने की मांग को लेकर सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखा था।
राजनयिकों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाली चर्चा को सुरक्षा परिषद की पूर्ण बैठक नहीं माना जा रहा है। इसे बंद कमरे में होने वाली बैठक कहा जा रहा है जो अब बहुत सामान्य होता जा रहा है।
कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान ने मानी हार, शाह महमूद कुरैशी ने माना संयुक्त राष्ट्र में समर्थन मिलना मुश्किल
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर बौखलाए पाकिस्तान को जहां पूरी दुनिया में कहीं से साथ नहीं मिल रहा है, वहीं अब वो अपने ही घर में अपनों के बीच घिर गया है।
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह 14 अगस्त को कश्मीर एकजुटता दिवस और 15 अगस्त को काला दिवस के तौर पर मनाएगा।
वहीं सुरक्षा परिषद ने भी पाकिस्तान की चिट्ठी पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है। सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष जोआन्ना वेरोनिका ने प्रेस कॉंफ्रेस के दौरान पाकिस्तान की चिट्ठी पर जवाब देने से इन्कार कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि इमरान फोन पर विश्व नेताओं के संपर्क में हैं और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की यात्रा करने वाले हैं जहां वह भारत के साथ संबंधों और कश्मीर की स्थिति को लेकर चर्चा करेंगे।
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