UN Resolution on Ukraine-Russia: भारत ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव से दूरी बनाई है। इसमें रूस को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने के लिए जवाबदेह ठहराने का आह्वान किया गया था।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ कई प्रस्तावों पर वोट देने से किनारा किया है। भारत ने रूस-यूक्रेन पर तटस्थ रुख अपनाया हुआ है और बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने की वकालत करता है।
इस प्रस्ताव को अफ्रीकी देश सिएरा लियोन और नाइजीरिया ने रखा था और 110 से अधिक देशों ने इसका समर्थन किया था। इसे तालियों की गड़गड़ाहट के बीच आमसहमति से पारित किया गया।
UN Grain Deal: यूक्रेन से निर्यात होने वाले अनाज पर रूस ने जो रोक लगाई थी, वह यूएन की इस डील के बाद हट गई थी। लेकिन रूस ने कहा है कि वह एक बार फिर इस डील को निलंबित कर रहा है।
China Protecting Terrorists: चीन लगातार अपनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वीटो पावर का इस्तेमाल आतंकवादियों को बचाने के लिए कर रहा है।
Antonio Guterres-PM Modi: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव आज से अपनी भारत यात्रा शुरू कर रहे हैं। उन्होंने यहां आने से पहले पीएम मोदी की पुतिन से की गई टिप्पणी का समर्थन किया है।
संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रेस रिलीज में इस रिपोर्ट का विवरण देते हुए कहा कि भारत में इन 15 वर्षों के दौरान करीब 41.5 करोड़ लोगों का बहुआयामी गरीबी के चंगुल से बाहर निकल पाना एक ऐतिहासिक परिवर्तन है।
UN Russia Ukraine: रूस ने ऐलान किया था कि उसने यूक्रेन के चार क्षेत्रों दोनेत्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन और जापोरिज्जिया को खुद में शामिल कर लिया है।
Pakistan Flood: संयुक्त राष्ट्र (UN) ने पाकिस्तान की जरूरतों के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संवेदनशील बनाने और प्रभावी, तत्काल एवं पर्याप्त अंतरराष्ट्रीय समर्थन तथा सहायता जुटाने के प्रयासों को तेज करने का भी आग्रह किया।
United Nations: प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान की जरूरतों के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संवेदनशील बनाने और प्रभावी, तत्काल एवं पर्याप्त अंतरराष्ट्रीय समर्थन तथा सहायता जुटाने के प्रयासों को तेज करने का भी आग्रह किया। गौरतलब है कि पाकिस्तान में बाढ़ के कारण लगभग 3.3 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यह दुखद है कि दुनिया महात्मा गांधी के मूल्यों पर खरी नहीं उतर रही है। उन्होंने दुनिया के तमाम राष्ट्रों से गांधी के मूल्यों को अपनाकर गरीबी, नस्लवाद और नफरती भाषण जैसी चुनौतियों को हराने का आग्रह किया।
China Russia in UN: यह लोकतांत्रिक और अधिक निरंकुश देशों के बीच बढ़ती खाई की गवाही देता है और भू-राजनीतिक दबदबे के एक दांव के रूप में आकार ले रहा है, जिसका परिणाम जिनेवा सम्मेलन कक्ष से परे प्रतिध्वनित होगा।
UNSC Reforms: करीब चार दशक से कई देशों की मांग है कि उन्हें भी सुरक्षा परिषद में शामिल किया जाए और यह 21वीं सदी के परिवर्तित विश्व का प्रदर्शन करे। इसके बावजूद परिषद अभी तक अपने मौजूदा स्वरूप में ही कायम है।
Security Council in India: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत को एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बताते हुए सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए भारत का समर्थन किया है।
India Russia: करीब एक सप्ताह की न्यूयॉर्क यात्रा के दौरान जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करने के साथ-साथ कई देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने से महज कुछ घंटे पहले जयशंकर अपने रूसी समकक्ष से मिले थे।
China Taiwan: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, ‘जब चीन एकीकृत हो जाएगा तभी ताइवान सागर क्षेत्र में सच्ची शांति हो सकती है।’ उन्होंने कहा कि बीजिंग ‘बाहरी हस्तक्षेप पर जवाब देने के लिए सबसे सशक्त कदम उठाएगा।’
United Nation ने अंतरराष्ट्रीय लेनदारों से पाकिस्तान के लिए कर्ज चुकाने को स्थगित करने पर विचार करने का आग्रह किया है। समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, फाइनेंशियल टाइम्स ने संयुक्त राष्ट्र के एक नीति ज्ञापन का हवाला देते हुए कहा कि देश कर्ज चुकाने पर आपदा प्रतिक्रिया को प्राथमिकता दे सकता है।
संयुक्त राष्ट्र की 77वीं आम सभा के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी को भारी और मजबूत समर्थन मिल रहा है।
United Nation: यूक्रेन के राष्ट्रपति ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आखिर क्या वजह है कि भारत, जापान, ब्राजील और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य नहीं हैं।
Liz Truss UNGA: वह ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सराहना करते हुए उन्हें उन चीजों का प्रतीक बताएंगी, जिनके लिए संयुक्त राष्ट्र खड़ा होता है। ट्रस के कार्यालय ने प्रधानमंत्री के संबोधन की सामग्री पहले ही जारी कर दी है।
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