संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की समीक्षा बैठक में भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने कनाडा को कई मुद्दों पर घेरा है। उन्होंने कनाडा से पूजा स्थलों पर हमलों, हिंसा भड़काने व चरमपंथ को बढ़ावा देने वालों से निपटने को कहा है।
सूडान में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ समय से जारी हिंसा में 800 आम नागरिकों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। इन सभी नागरिकों की मौत मिलिशियाई लड़ाकों के हमले में हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने इस हिंसा में हो रही आम नागरिकों की मौत पर गहरी चिंता जाहिर की है।
इजरायल और हमास के बीच गाजा में जंग जारी है। फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीनी समर्थक इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच यूएन के प्रमुख ने एक दुख भरी जानकारी दी है।
अरिंदम बागची 1995 बैच के IFS ऑफिसर हैं। वह वर्तमान में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने मार्च 2021 से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का महत्वपूर्ण पद संभाला था।
हमास के खात्मे के लिए इजरायली सेना ने गाजा को पूरी तरह से घेर रखा है। इजराइली सेना किसी भी वक्त गाजा के गलियों में दाखिल हो सकती है। इजरायल-हमास युद्ध में दोनों ओर से अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आगामी 30 सालों में भारत की 20 फीसदी आबादी बुजुर्ग हो जाएगी। केवल भारत ही नहीं दुनियाभर की आबादी बुजुर्ग हो रही है। वहीं बिहार और यूपी देश के सबसे युवा राज्य हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की। इस मौके पर जयशंकर ने यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं में सुधार को लेकर उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने कश्मीर राग अलापने के लिए पाकिस्तान के पीएम की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल का अधिकार नहीं है।
गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर के घर शांतिनिकेतन को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। पश्चिम बंगाल के लिए व पूरे देश के लिए गौरव का पल है। बता दें कि रबीन्द्रनाथ टैगोर ने इसी घर में अपने जीवन का अधिकांश समय बिताया। इस लिस्ट में शांतिनिकेतन को शामिल किए जाने के बाद विश्व भारती यूनिवर्सिटी में जश्न मनाया गया गया।
9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन से कई सकारात्मक परिणाम निकलकर सामने आए हैं। अफ्रीकी संघ के जी20 में शामिल होने के बाद अब संयुक्त राष्ट्र में भी सुधार की मांग हो रही है।
आर्मेनिया और अजरबैजान में लंबे अर्से से युद्ध चला आ रहा है। विवाद की मुख्य वजह नागोर्नो काराबाख है। दोनों ही देश इस पर अपना दावा करते हैं। इसी को लेकर संघर्ष चल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर एक बार फिर पाकिस्तान ने जब कश्मीर राग अलापा तो भारत ने उसकी धुलाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने कहा कि वह बार-बार इस अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करने के लिए यह मुद्दा उठाता है और बेतुके आरोप लगाता है। मगर उसे अपने आंतरिक मामलों पर ध्यान देने से भला होगा।
भारत ने यूएन में कुरान जलाने की घटनाओं को लेकर लाए गए पाकिस्तान और फिलीस्तीन के एक प्रस्ताव का समर्थन किया है।
भारत में कुल 415 मिलियन लोग केवल 15 वर्षों (2005-06-2019-21) के भीतर गरीबी से बाहर आ गए, जो मानव विकास मापदंडों में उल्लेखनीय सुधार को दर्शाता है।
Aaj ki Baat: मोदी ने कहा कि योग का मतलब सबको जोड़ना है, सबको एक साथ लाना है. नरेंद्र मोदी ने आज 9 साल पहले का वो दिन भी याद किया, जब वो यूनाइटेड नेशन के हेडक्वार्टर आए थे और उन्होंने इंटरनेशनल योगा डे मनाने का प्रस्ताव दिया था. मोदी ने कहा कि उन्हें ये देखकर खुशी हो रही है कि आज पूरी दुनिया योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के नॉर्थ लॉन में पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में होने वाले कार्यक्रम को लेकर यहां काम करनेवाले अधिकारी और अन्य देशों के गणमान्य लोग काफी उत्सुक हैं।
इस योग सत्र का आयोजन 21 जून को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के नॉर्थ लॉन में किया जाएगा। इसके लिए सुबह आठ बजे से नौ बजे तक का समय तय किया गया है।
कहा जाता है कि समुद्र इंसानी जीवन के बर्बादी का कारण हो सकते हैं लेकिन हकीकत यह है कि आज हमारे द्वारा फैलाया हुआ कचरा समुद्रों और उसमें रहने वाले जीव -जंतुओं की बर्बादी का कारण बना हुआ है।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का पिछलग्गू है। वहीं अमेरिका को उन्होंने गैंगस्टर बताया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र गैंगस्टर जैसे आदेशन का पालन कर रहा है।
इन पांच सालों में तापमान सारे रिकॉर्ड्स तोड़ देगा। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक पेरिस जलवायु समझौते में निर्धारित लक्ष्य को जल्द ही वैश्विक तापमान पार कर लेगा। बता दें कि साल 2016 में सालाना तापमान 1.28 डिग्री सेल्सियस था।
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