रूस ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रस्ताव पेश किया जो अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती संबंधित था। फिलहाल, इस मामले में अमेरिका के विरोध की वजह से रूस को झटका लगा है।
अफगानिस्तान में भारी बारिश के चलते एक बार फिर बाढ़ का कहर देखने को मिला है। इस बार बाढ़ से सबसे अधिक गोर प्रांत प्रभावित हुआ है। बाढ़ की वजह से लोगों को भारी नुकसान हुआ है।
इजराइल में भारतीय दूतावास के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र और इजराइल सरकार के अधिकारियों ने कर्नल वैभव अनिल काले को अंतिम सम्मान दिया। गाजा में कर्नल काले की मौत हो गई थी। उनके शव को भारत लाया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा मे फलस्तीन को पूर्ण सदस्य बनाने को लेकर मतदान हुआ है। इजराइल ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के मसौदे के पक्ष में मतदान किया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि फिलिस्तीन योग्य है और उसे संयुक्त राष्ट्र के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
इजरायल-हमास युद्ध के चलते गत 7 महीने में उत्तरी गाजा में अकाल चरम पर पहुंच गया है। यहां 23 लाख के करीब लोग रहते हैं। इन सभी का जीवन भुखमरी के कगार पर है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में यह अब तक का सबसे बड़ा अकाल है।
प्रधानमंत्री मोदी के दमदार नेतृत्व से पाकिस्तान किस कदर घबराया हुआ है, इसका ताजा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब वह संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ अनाप-सनाप शिकायतें लेकर पहुंच गया। पड़ोसी देश ने पाकिस्तान में आतंकियों की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया है। साथ ही कई और शिकायतें की हैं।
अमेरिका ने सूडान को लेकर बड़ी चिंता जाहिर की है। अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा है कि सूडान के संघर्षरत दलों को हथियारों की आपूर्ति बंद होनी चाहिए। ग्रीनफील्ड ने नरसंहार की आशंका जताई है।
’ भारत ने इस बात पर जोर दिया कि आमसभा में जो विचार-विमर्श हो, वह समावेशी होना चाहिए और हर सदस्य देश को समान रूप से भागीदारी की अनुमति हो। माथुर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के एजेंडे को इस तरह बनाया जाना चाहिए कि इसमें होने वाली चर्चा और अधिक सूचना युक्त तथा प्रभावी हो।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में जो किया है उससे अमेरिका भड़का हुआ नजर आ रहा है। अमेरिका ने कहा है कि रूस की सरकार कुछ ना कुछ जरूर छिपा रही है।
इजरायल पर ईरान के हमले ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को बहुत बढ़ा दिया है। इससे पूरे मध्य-पूर्व एशिया में जंग छिड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। ऐसे में संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील करते हुए कहा है कि दुनिया अब एक और युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकती।
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने बड़ी बात कही है। स्टील ने कहा है कि ग्लोबल वॉर्मिंग से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है और सिर्फ दो साल ही बचे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की तरफ से इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर पक्ष रखा गया है। इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि संघर्ष में मानवीय संकट स्वीकार्य नहीं है।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
संयुक्त राष्ट्र में जिस प्रस्ताव के पक्ष में भारत ने वोट किया है, उसमें फलस्तीन और इजरायल के शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से रहने के द्वि-राष्ट्र समाधान का भी समर्थन किया गया है। वहीं जिस प्रस्ताव से भारत ने दूरी बनाई इसमें गाजा में तत्काल युद्ध विराम की मांग शामिल है।
भारत में होने वाले चुनावों पर संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी की टिप्पणी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है। जयशंकर ने कहा है कि इसके बारे में चिंता ना करें।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मे मंगलवार को बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट जरूर मिलेगी। पूरी दुनिया में इस बात को लेकर भावना बढ़ रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले को विदेश में कई मंचों पर उठाने वाला शख्स मुश्फिकुल फजल अंसारे बांग्लादेश का रहने वाला है और खुद को पत्रकार बताता है।
दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर जर्मनी और अमेरिका के बाद अब संयुक्त राष्ट्र ने भी अपनी टिप्पणी व्यक्त की है। भारत इस मामले में जर्मनी और अमेरिका के राजदूत को पहले ही तलब कर आंतरिक मामलों में दखलंदाजी के लिए फटकार लगा चुका है। मगर अब यूएन इस मामले में कूद गया है।
संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों की ओर से दुनिया भर में तैनाती के दौरान किए गए किसी भी तरह के अपराध के खिलाफ कार्रवाई और उनके अपराधों की निगरानी को लेकर भारत ने डेटाबेस तैयार किया है। इसे भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पेश भी कर दिया है। ऐसें में अब संयुक्त राष्ट्र के सैनिकों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
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