केंद्रीय वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमन 1 फरवरी 2023 को अपना अंतिम आम बजट पेश करने वाली हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिहाज से यह बजट बहुत खास रहने वाला है।
बजट- 2023 जल्द ही आने वाला है, वहीं कृषि क्षेत्र को इस बजट से बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं। बता दें कि पूर्ववत में सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य तय किया था, जिसको पूरा करने के लिये सरकार की ओर बेहतर कदम भी उठाये गये थे। इसके साथ ही बीते सालों की अपेक्षा सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिये आवंटन को भी बढ़ाया है,
Budget 2023 में न्यू ऐज रोलिंग स्टॉक के अलावा 100 विस्टाडोम कोच बनाने का प्लान और प्रीमियर ट्रेनों के 1,000 कोचो का नवीनीकरण को भी प्रोग्राम में किया जा सकता है शामिल ।
इस साल 1 फरवरी को निर्मला सीतारमण देश का आम बजट पेश करेंगी। आइए जानते हैं कि आज से पहले बजट को लेकर बनें वो रिकॉर्ड जिसे हम भूल रहे हैं, क्या कहानी बयां करते हैं?
बजट के इतिहास में ऐसा मौका भी आया जब अंतरिम और वित्तीय बजट दो अलग-अलग पार्टियों के अलग अलग मंत्रियों ने पेश किया। यहां जानिए बजट ने देश को कब-कब नई दिशा दी है।
इस बार का बजट हर बार से कितना अलग होगा, यह 1 फरवरी को संसद में ही पता चलेगा, लेकिन बजट में इस्तेमाल होने वाले उन शब्दों का मतलब आप आज जान सकते हैं, जिसको लेकर अक्सर एक्सपर्ट कंफ्यूज हो जाते हैं।
कोरोना के बाद से मंदी की आशंका ने इस सेक्टर की ग्रोथ में ब्रेक लगाने का काम किया है। ऐसे में सरकार से ये उम्मीद की जा रही है कि इस सेक्टर में बूम लाने के लिए वह बजट में कुछ बड़े प्रावधान करेगी।
इस बार का बजट सभी सेक्टर्स के लिए खास रहने वाला है, क्योंकि दुनियाभर में आ चुकी मंदी के बीच भारत में विकास की रफ्तार को बरकरार रहने की उम्मीद जताई गई है। सरकार ने छोटे-छोटे MSMEs के लिए पहले से ही कई अच्छे प्लान तैयार कर लिए हैं।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ईवी को हमेशा प्रमोट करते हुए नजर आते हैं। यही वजह है कि इस बार ईवी इंडस्ट्री को बजट से काफी उम्मीदें हैं। सरकार इस बार कई घोषणाएं कर सकती है।
बजट से पहले फार्मा उद्योग ने वित्त मंत्री के सामने अपनी मांगे रख दी हैं। इसमें उद्योग ने सरकार से रिसर्च पर व्यय बढ़ाने से लेकर छोटे शहरों और गांवों में डॉक्टरों और हेल्थ स्टाफ की उपलब्धता बढ़ाने की मांग की है।
इस बार अलग-अलग सेक्टर को केंद्रीय बजट 2023 से काफी उम्मीदें हैं। अलग-अलग सेक्टर अपने ग्रोथ और विकास के लिए वित्त मंत्री से नए ऐलान की उम्मीदें लगाए हुए हैं।
एलकेपी सिक्योरिटीज का मानना है कि बजट में पावर सेक्टर पर पूरा जोर दिया जाएगा। इसका फायदा पावर फाइनसेंस कॉरपोरेशन को होगा।
आने वाले बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं क्योंकि यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट होगा। आप भी इन 5 बिन्दुओं से जानिए आखिर कैसे बनता है देश का बजट और क्या होती है पूरी प्रक्रिया।
भारतीय संसदीय परंपरा के अनुसार हर साल देश का वित्तमंत्री बजट दस्तावेजों को पढ़कर सदन के सामने पेश करता है। इससे पहले एक सेरेमनी रखी जाती है, जिससे हलवा सेरेमनी करते हैं। उसकी कई खासियतें हैं। आइए जानते हैं।
आइए जानते हैं इतिहास की तारीखों में कैद हो चुके बजट से जुड़े उन परंपराओं के बारे में जिसे मोदी सरकार ने खत्म कर दिया और यूनियन बजट को एक नया रूप दिया था।
Budget 2023 | Finance Minister Nirmala Sitharaman से महिलाओं को ढेरों उम्मीदें हैं। किचन पर महंगाई की मार सबसे ज्यादा है। इस वजह से महिलाओं को पूरी उम्मीद है कि बजट में कम से कम उनकी रसोई का ख्याल जरूर रखा जाएगा।
Budget 2023 | बजट जल्दी ही पेश होने वाला है। बजट कैसे तैयार होता है ये सवाल आपके दिमाग में जरूर होगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि बजट बनाने वाले कर्मचारियों को घर जाने की भी इजाजत नहीं होती। वो घरवालों से भी नहीं मिल सकते। बजट के बारे में ऐसी ही दिलचस्प बातें देखिए इस रिपोर्ट में।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान देश का कुल निर्यात नौ प्रतिशत बढ़कर 332.76 अरब डॉलर रहा। आयात भी 24.96 प्रतिशत बढ़कर 551.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वर्तमान समय में एक कारोबारी पहचान हासिल करने के लिये कई तरह के कागजों की जरुरत पड़ती है, जहां एक व्यापारी की पहचान राज्य स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक अलग अलग हो जाती है। बता दें कि एक कारोबारी को आज के समय में करदाता पहचान संख्या, कारपोरेट पहचान संख्या, कर कटौती पहचान संख्या आदि को हासिल करना पड़ता है।
सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में 2023-24 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी, इस बीच उम्मीद है कि सरकार आयकर सीमा बढ़ाएगी और मध्यम वर्ग के करदाताओं के अलावा अन्य लोगों को राहत देगी।
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