आज विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद और उग्रवाद के मुद्दे पर दुनिया के बड़े बड़े देशों को खरी-खोटी सुनाई
संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस वक्त भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर संबोधित कर रहे हैं
UN जनरल असेंबली को भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत के विकास, जी20 समिट और वैश्विक समस्याओं पर भारत का पक्ष रखा।
आज जयशंकर यूएन असेंबली में भाषण देंगे। कइ मुद्दों पर भारत का पक्ष रखेंगे। इनमें कनाडा, पाकिस्तान, पीओके सहित अन्य मुद्दे शामिल रहेंगे। उनके इस भाषण पर दुनिया की नजर है। कनाडा के भारत सरकार पर अनर्गल आरोप, पाकिस्तान का उकसाने वाला बयान, इन सब पर करारा जवाब जयशंकर देंगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा न्यूयॉर्क में कहा कि भारत ने ऐसे वक्त में जी-20 की अध्यक्षता संभाली जब East-West का ध्रुवीकरण और North-South का विभाजन तेज है। ऐसे वक्त में G-20 की अध्यक्षता चुनौतीपूर्ण थी। मगर भारत ने कर दिखाया। भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बनने में कामयाब रहा।
न्यूयॉर्क में UNGA के दौरान भारत ने कनाडा का समर्थन करने वाले देशों को उनका नाम लिए बगैर इस कदर फटकार लगाई है कि जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की रही होगी। एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया अब भी दोहरे मानकों वाली है। हालांकि यह संदेश देते भारत ने कनाडा और खालिस्तानियों का कोई जिक्र नहीं किया।
भारत ने कोविड महामारी के दौरान कोरोना का टीका बनाकर न सिर्फ अपने देश के लोगों की जान बचाई, बल्कि दुनिया के 100 देशों में वैक्सीन मैत्री पहल के तहत इसे उपलब्ध कराया। पीएम मोदी के इस प्रयास की अब संयुक्त राष्ट्र महासभा में जमकर सराहना हो रही है। भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी ने इसे भारत की बड़ी मानवीय पहल बताया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पहुंचने के बाद अपने मित्र देशों के साथ कई द्विपक्षीय बहुपक्षीय बैठकें की। इस दौरान उन्होंने भारत के संबंधों को और रणनीतिक सहयोग को मजबूत किया। कनाडा से विवाद के बीच जयशंकर ने क्वॉड देशों अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान से भी अहम वार्ता की।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनजीए) की बैठक से अलग भारत, अमेरिकी, ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्रियों ने क्वॉड मीटिंग में हिस्सा लिया। इस दौरान क्वॉड ने चीन का नाम लिए बगैर उसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में गुस्ताखी करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। यूक्रेन युद्ध के समाधान और यूएनएससी में विस्तार पर चर्चा की।
भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने कश्मीर राग अलापने के लिए पाकिस्तान के पीएम की आलोचना की और कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में दखल का अधिकार नहीं है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इजराइल और सऊदी अरब मिलकर दोस्ती की ऐतिहासिक दहलीज पर पहुंचने वाले हैं। बेंजामिन ने कहा कि दोनों देशों की दोस्ती पश्चिम एशिया में नए समीकरण बनाएगी।
UNGA: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने न्यूयॉर्क में चल रहे UNGA के सत्र में चीन को लेकर बड़ा बयान दिया है। चीन के साथ अपने संबंधों पर बाइडेन ने खुलकर बात कही। जानिए उन्होंने दोनों देशों के रिलेशन पर क्या कहा?
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करने का मुद्दा गूंजा। जापान ने कहा कि वह पूरे विश्व को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए अगुवाई करना चाहता है। वहीं ईरान ने अमेरिका पर पूर्व के परमाणु समझौते पर लौटने के लिए इच्छाशक्ति दिखाने की बात कही।
तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप में जब कोई मददगार उसे नजर नहीं आया तो मानवता को सबसे ऊपर रखते हुए भारत ने ही उसके लोगों की जान बचाई। पीएम मोदी ने सबसे पहले तुर्की में आर्मी को मदद के लिए भेजा। मगर अब वही तुर्की पाक को खुश करने के लिए यूएनजीए में कश्मीर मुद्दा फिर से उठा रहा है।
78वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए रविवार को बाइडन न्यूयॉर्क पहुंच गए। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस उच्च स्तरीय बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं। इस पर यूएन महासचिव नाराज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि 'असेंबली कोई मेला नहीं
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में नए सुधार की आवश्यकता है। ऐसे में भारत जैसे दुनिया में तेजी से उभरते देशों की इस परिषद में जरूरत है। यूएन जनरल असेंबली के अध्यक्ष ने यह बड़ा बयान दिया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा शुरू हो रही है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने भारत के वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने पर कारण समझाया। उन्होंने कहा- समकालीन चुनौतियों से निपटने में संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद की प्रभावशीलता पर सवाल खड़ा होता है।
Russia-Ukraine War: संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के एक साल बीत जाने पर रूस को युद्ध खत्म करने को लेकर फिर प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें 193 देशों में से 141 ने समर्थन दिया। भारत और चीन फिर दूर रहे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के ग्यारहवें आपातकालीन विशेष सत्र में भारतीय काउंसलर ने कहा कि पाकिस्तान को केवल खुद को और अपने पिछले कार्यों के रिकॉर्ड को एक देश के रूप में देखना है, जो आतंकवादियों को शरण देता है। इसके लिए उसे दंडित भी नहीं किया जाता है।
आटे, दाल, चावल और दो वक्त की रोटी को मोहताज भिखारी पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासंघ में फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाया है। पाकिस्तान की इस हरकत पर भारत ने फिर उसे कड़ी नसीहत दी है।
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