आपको जानकर हैरानी होगी कि विश्व भर में 78 करोड़ से अधिक लोग भूख का सामना कर रहे हैं, उससे भी बड़ी परेशान करने वाली यह बात है कि ऐसे हालात के बावजूद वैश्विक स्तर पर 19 फीसदी खाद्य की बर्बादी हो गई। यूएन की इस रिपोर्ट ने वैश्विक लापरवाही की कलई खोल दी है।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि आगामी 30 सालों में भारत की 20 फीसदी आबादी बुजुर्ग हो जाएगी। केवल भारत ही नहीं दुनियाभर की आबादी बुजुर्ग हो रही है। वहीं बिहार और यूपी देश के सबसे युवा राज्य हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट ने भारत के लिए सुखद रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया है कि गत 15 वर्षों के दौरान देश से 41.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलने में सफल रहे हैं। यह आंकड़े 2005 से 2021 के बीच के हैं। इनमें से 2014 तक कांग्रेस और उसके बाद से अब तक पीएम मोदी की सरकार है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 40 सालों में विश्व स्तर पर पानी का इस्तेमाल लगभग एक प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है और ‘जनसंख्या वृद्धि, सामाजिक-आर्थिक विकास और बदलते खपत पैटर्न के कारण इसके 2050 तक इसी दर से बढ़ने की संभावना है।’
Terrorist Hub Pakistan & Afghanistan:आतंकवाद के खिलाफ भारत वर्षों से पूरी दुनिया को आगाह करता आ रहा है, लेकिन अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने भारत की बात पर तब गौर फरमाना शुरू किया, जब वह खुद आतंकवादियों के शिकार बने। मगर विडंबना देखिये कि इसके बावजूद कुछ समय बाद ही दुनिया ने फिर इसे भुलाना शुरू कर दिया।
UN Report on Human: क्या आज के दौर में भी कुछ लोगों को गुलामी में जीना पड़ रहा है, क्या अभी भी गुलाम बनाने वाली प्रथा दुनिया से खत्म नहीं हुई है, क्या लोगों को अपना गुलाम समझने और बनाने वालों में कानून का कोई डर नहीं रह गया है.... अगर आप पूछेंगे तो इसका जवाब हां में है।
भारत के 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत की आबादी 1.412 अरब है, जबकि चीन की आबादी 1.426 अरब है।
Urban Population: युनाइटेड नेशन की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें वर्ष 2035 तक भारत की शहरी आबादी 67.5 करोड़ हो जाने का अनुमान जताया गया है। इस मामले में भारत देश चीन की एक अरब शहरी जनसंख्या के मुकाबले दूसरे स्थान पर होगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक ताजा रिपोर्ट से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान में हजारों पाकिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में बताया गया है।
अफगानिस्तान में सक्रिय तालिबान ने अमेरिका से किए गए शांति समझौते में आतंकवादी समूहों से लड़ने की प्रतिबद्धता जताई है, लेकिन अलकायदा के आतंकवादी नेटवर्क से उसके अब भी करीबी संबंध हैं।
भारत 2019 में 1.75 करोड़ की प्रवासी आबादी के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के मामले में सबसे ऊपर है।
भारत में कंप्यूटर सेवाओं के घरेलू बाजार में निर्यात की तुलना में अधिक तेजी से वृद्धि होने का अनुमान है। घरेलू बाजार को सरकार के डिजिटल भारत कार्यक्रम तथा देश में उभर रहे स्टार्टअप माहौल से समर्थन मिलने की उम्मीद है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
संयुक्त राष्ट्र की ये सूची 6 कारकों पर तय की जाती है। इसमें आय, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, आजादी, विश्वास और उदारता शामिल हैं।
सूचकांक में बताया गया कि भारत में 2005-06 और 2015-16 के बीच 27.1 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए। देश में गरीबी की दर लगभग आधी रह गई है और दस वर्षों के अंतराल में यह 55 फीसदी से कम होकर 28 फीसदी रह गई है।
भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की जम्मू एवं कश्मीर में कथित मानवाधिकार हनन की रपट को 'आधारहीन' करार दिया और कहा कि यह 'आराम की जगह' (कंफर्ट जोन) में बैठकर लिखी गई है।
देश का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) पिछले साल कम होकर 40 अरब डॉलर पर आ गया। वर्ष 2016 में यह 44 अरब डॉलर रहा था। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया भर में इंटरनेट के 83 करोड़ युवा प्रयोगकर्ताओं में से 39 प्रतिशत लोग भारत और चीन में रहते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी अपने आप में कालेधन के सृजन पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त नहीं है और अन्य कदमों की भी जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर इस साल 7.1 प्रतिशत तथा अगले वर्ष यानी 2018 में 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में सबसे इनोवेटिव इकोनॉमी की लिस्ट में भारत को 66वें स्थान पर रखा गया है। लिस्ट में इस बार भारत पिछले साल से 15 पायदान ऊंचा है।
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