जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र नेता उमर खालिद ‘‘षड्यंत्र वाली बैठकों’’ में अपने निजी सुरक्षा अधिकारियों को लेकर नहीं जाता था जो उसे 2018 में उस पर हमले के एक प्रयास के बाद मुहैया कराई गयी थी।
दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें शरजील इमाम और उमर खालिद को लेकर पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
दिल्ली दंगे की साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है। शरजील इमाम और उमर खालिद की WhatsApp चैट से पता चला है कि ये दोनों दिल्ली में खेले गए 'गंदे खेल' के मास्टरमाइंड थे।
दिल्ली हिंसा मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद और अन्य के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है।
खालिद पर नागरिक संशोधन अधिनियम और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को उकसाकर सांप्रदायिक अशांति फैलाने के लिए आपराधिक साजिश रचने का आरोप है।
दिल्ली की एक अदालत ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद को 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
दिल्ली की एक अदालत ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें उसने पुलिस हिरासत के दौरान अपने परिवार से मिलने की इजाजत मांगी थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बुधवार को कड़कड़डूमा अदालत में फरवरी में हुए दंगों के मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ एक आरोपपत्र (चार्जशीट) दायर की।
कोरोना काल की वजह से इस बार संसद के मानसून सत्र के दौरान कई बदलाव किए गए हैं और संसद की कार्यवाही को चलाने के लिए कुछ नियमों में बदलाव हुआ है।
दिल्ली हिंसा मामले में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीती रात गिरफ्तार किया था। उमर खालिद को सोमवार दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया।
पीएफआई के महासचिव अनीष अहमद ने कहा कि सरकार सोचती है कि फिर से देश में नागरिकता कानून या एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू न हो जाएं, इसलिए ऐसे लोगों को टारगेट किया जा रहा है जो पहले हुए विरोध प्रदर्शनों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने इस साल फरवरी के दौरान दिल्ली में हुए दंगों से जुड़े एक मामले में उमर खालिद नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उमर खालिद वही व्यक्ति है जिसके ऊपर दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाने का भी आरोप है। दिल्ली दंगों से जुड़े एक मामले में उमर खालिद की गिरफ्तारी रविवार रात को हुई है। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली पुलिस उमर खालिद को पूछताछ के लिए बुला रही थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उमर खालिद को गिरफ्तार किया है।
फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों में 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे। दो समुदाय के बीच हुए इन दंगों की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है और कई लोग पुलिस के रडार पर हैं जिन्होंने दंगों की साजिश रची थी।
दिल्ली दंगा मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र उमर खालिद से पूछताछ की है। स्पेशल सेल ने उमर खालिद का मोबाइल भी जब्त कर लिया है।
2020 की शुरुआत में नार्थ ईस्ट दिल्ली में हुए दंगों के मामले में पुलिस ने आज खालिद सैफी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है।
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र उमर खालिद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह लोगों को सड़क पर उतरने के लिए उकसाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी स्थित लाल किला क्षेत्र में प्रदर्शन कर रहे कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस ने स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव, जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को भी हिरासत में ले लिया।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद के साथ पिछले साल दिल्ली में मारपीट करने वाले नवीन दलाल को शिवसेना ने हरियाणा की बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार है।
2016 के JNU देशद्रोह मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा कुछ दिन पहले 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थी।
महबूबा ने आतंकियों और पाकिस्तान से बातचीत करने की सलाह ही नहीं दी जिस कन्हैया कुमार और उमर खालिद पर जेएनयू में देशद्रोही नारेबाज़ी करने के आरोप में चार्जशीट दाखिल की गई है, महबूबा ने उसे भी मोदी सरकार का चुनावी स्टंट बता दिया है।
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