रूस की तरफ से यूक्रेन को पर लगातार घातक हमले किए जा रहे हैं। जंग के बीच हुए ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन का एक पावर प्लांट ध्वस्त हो गया है।
रूस के साथ युद्ध में हथियारों और सैनिकों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन की संसद ने देश में सैन्य भर्ती का नया कानून बनाया है। इससे विवाद खड़ा हो गया है। यूक्रेन की संसद से पारित नए सैन्य भर्ती कानून के मुताबिक हर किसी को सेना में भर्ती होकर अपनी सेवा देना अनिवार्य कर दिया गया है।
वोवचानस्क, खारकीव क्षेत्र में सीमा के करीब स्थित एक कस्बा है। एक बयान के मुताबिक, वहीं यूक्रेन के हवाई रक्षा बलों ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात रूस द्वारा छोड़े गये 17 ड्रोन में से 14 को ध्वस्त कर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। अमेरिका ने रूस से युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियारों की बड़ी खेप भेजी है। मगर इनमें ज्यादातर हथियार ईरानी हैं। जबकि ईरान और रूस गहरे दोस्त हैं। ईरान अमेरिका का भी दुश्मन है। इसके बावजूद अमेरिकी रणनीति ईरानी हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में उत्तर कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल करके अमेरिका समेत पूरे पश्चिम को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका को इस बात से डर है कि रूस उन उत्तर कोरियाई हथियारों का यूक्रेन पर इस्तेमाल कर रहा है, जिसका किम जोंग ने अभी तक युद्ध के मैदान में परीक्षण नहीं किया था।
रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव में मिसाइल हमले से कोहराम मचा दिया है। इस महले में खार्कीव में 6 लोगों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हमले से कई गगनचुंबी इमारतें, भवन, मकान, दुकान और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए।
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद व्लादिमिर पुतिन के हाथ में दोबारा सत्ता आते ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया था, मगर अब जेलेंस्की की सेना ने रूस पर कर दिया सबसे बड़ा पलटवार। हालांकि रूस को इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रोकस सिटी हॉल पर शुक्रवार रात हुए हमले को ‘इस्लामिक कट्टरपंथियों’ की करतूत करार दिया लेकिन साथ ही उनके ‘यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश’ पर भी सवाल उठाए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। इस बीच एक रूसी मिसाइल पोलैंड के हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गई। इस पूरे मामले को लेकर पोलैंड ने रूस से स्पष्टीकरण मांगा है।
रूस ने यूक्रेन पर 4 दिनों में तीन बड़ा हमला करके पुतिन की रूस में बतौर राष्ट्रपति फिर से मजबूती से स्थापित होने का संकेत दे दिया है। ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर एक साथ दर्जनों मिसाइलों से हमला किया। इससे दहशत का जलजला मच गया। लोग अपनी जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे।
रूस में पुतिन के फिर से राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद सेना ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। रूसी सेना ने हफ्ते में दूसरी बार यूक्रेन पर सबसे बड़ा दूसरा हमला किया है। रूसी सेना ने इस बार यूक्रेन के सबसे बड़े विद्युत संयंत्रों समेत यूक्रेन के प्रमुख बिजली संयंत्रों पर भीषण हमला किया। इसमें 3 लोगों की मौत हो गई।
रूस के 5वीं बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पुतिन का जोश कई गुना हाई हो गया है। यूक्रेन पर पिछले 44 दिनों में रूसी सेना ने सबसे बड़ा हमला बोलकर यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों के होश उड़ा दिए हैं। बृहस्पतिवार को रूसी सेना ने कीव पर जब 31 घातक क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया तो पूरे यूक्रेन में हाहाकार मच गया।
दो साल से भी ज्यादा समय से चली आ रही रूस और यूक्रेन जंग से यूक्रेन थक चुका है। इसी बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। यूक्रेन को भारत से बहुत उम्मीद है कि भारत इस जंग का कोई समाधान निकाल सकता है।
रूसी सेना के कब्जे वाले यूक्रेनी इलाकों में अब पुतिन अपने देश का पासपोर्ट लागू करवा रहे हैं। यूक्रेन का आरोप है कि उनके लोगों को रूसी सेना जबरन रूस का पासपोर्ट बनवाने को मजबूर कर रही है। रूसी सेना ने अपने कब्जे वाले सभी यूक्रेनी इलाकों में यह दबाव बनाना शुरू किया है।
यूक्रेन के बाद ऑस्ट्रिया भी रूस से भिड़ गया है। ऑस्ट्रिया ने रूस के दो राजनयिकों को देश से निष्कासित करके पुतिन के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। ऑस्ट्रिया ने इन राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाया है।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में गुजरात के सूरत का रहने वाला एक लड़का मारा गया है। युद्ध के दौरान सुरक्षा सहायक के तौर पर काम कर रहे सूरत के हेमिल मांगुकीया की मौत एक ड्रोन हमले में हुई है।
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