अमेरिकी और यूरोपीय हथियारों के दम पर यूक्रेन ने करीब 1 वर्ष से रूस को जीत की दहलीज तक पहुंचने से रोक तो रखा है, लेकिन अब उसके लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच इस वक्त पूर्वी क्षेत्र में भीषण संघर्ष का दौर चल रहा है।
CIA के डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने रविवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह ‘अति विश्वास’ दिलाया जा रहा है कि उनकी सेना में यूक्रेन को झुकाने की क्षमता है।
अमेरिकी जनरल ने चेतावनी दी है कि रूस आगामी कुछ दिनों में यूक्रेन पर खतरनाक हवाई हमला करने की फिराक में है। इसमें रूसी वायु सेना के सैकड़ों लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे।
एक साल से Russia-Ukraine War जारी है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मार्च या अप्रैल में मिल सकते हैं। वहीं अब यूक्रेन के राष्ट्रपति भी जिनपिंग से मिलने की तैयारी कर रहे हैं। जानिए क्या है ऐसा खास?
रूस-यूक्रेन युद्ध को आज एक साल पूरे हो गए। एक साल पहले रूस ने जिस घातक तरीके से यूक्रेन पर हमला किया था, तब ऐसा प्रतीत होता था कि यूक्रेन चंद दिनों में घुटने टेक देगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यूक्रेन ने डटकर रूस के हमले का सामना किया।
Russia-Ukraine War: संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के एक साल बीत जाने पर रूस को युद्ध खत्म करने को लेकर फिर प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें 193 देशों में से 141 ने समर्थन दिया। भारत और चीन फिर दूर रहे।
यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है।
यूक्रेन पर हमला करना रूस की सबसे बड़ी रणनीतिक असफलता थी। यह युद्ध के 1 वर्ष पूरे होने के बाद सिद्ध हो गया है। जी-20 सम्मेलन में भाग लेने भारत आईं अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था लगातार अलग-थलग हो रही है।
यूक्रेनी सांसद ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान 'यह युद्ध का युग नहीं है' इसके लिए उनके आभारी हैं। आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य रूप से भारत की ताकत और क्षमताओं को देखते हुए हमें पूरा यकीन है कि रूस को यह संदेश सुनना होगा।
यूक्रेन युद्ध के 1 वर्ष पूरे होने से पहले ही दुनिया में पैदा हुई नई हलचलों ने सबके होश उड़ा दिए हैं। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के एक वर्ष पूरे हो जाएंगे। हमले की बरसी से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव की औचक यात्रा करके रूस का कड़ा संदेश देने का प्रयास किया।
राष्ट्र के नाम दिए गए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के संबोधन में यूक्रेन युद्ध के लिए सीधे अमेरिका और पश्चिम देशों को जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद चीन का भी वक्तव्य सामने आया है। चीन के विदेश मंत्री चिन गांग ने मंगलवार को कहा कि उनका देश रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने में भूमिका निभाना चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध की बरसी से पहले कीव की यात्रा करके पश्चिमी देशों के अंदर एकजुटता का जोश भर दिया है। यही वजह है कि अब इटली भी यूक्रेन के समर्थन में आ गया है। राष्ट्रपति जो बाइडन के बाद अब इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी भी यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा करने वाली हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को यूक्रेन की औचक यात्रा की भनक किसी को नहीं लगने दी थी। हालांकि उन्होंने इसके लिए गुप्त प्लानिंग की थी। अमेरिका से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचने के लिए जो बाइडन ने करीब 23 घंटे का सफर किया। इस दौरान उन्होंने 10 घंटे तक ट्रेन से यात्रा की।मगर इसकी जानकारी किसी को नहीं होने दी।
रूस और यूक्रेन युद्ध के 24 फरवरी को 1 वर्ष हो जाएंगे। मगर अभी तक यह किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सका है। इधर युद्ध लंबा खिंचने के लिए रूस ने पश्चिमी देशों को जिम्मेदार बताया है। रूस का कहना है कि अमेरिका और पश्चिमी देश नहीं चाहते कि यूक्रेन युद्ध खत्म हो।
पश्चिमी देशों की लामबंदी देखने के बाद रूस ने कहा है कि पश्चिमी देश मिलकर उसे नष्ट करना चाहते हैं। इसीलिए वह यूक्रेन को लगातार हथियारों और अन्य सैन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहे हैं। मगर रूस हर हाल में अपनी रक्षा करेगा। वह अपनी पहचान और भविष्य की रक्षा करने में सक्षम है।
पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को टैंक समेत अन्य घातक हथियार दिए जाने से रूसी राष्ट्रपति पुतिन तमतमा उठे हैं। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और जर्मनी रूस के प्रमुख निशाने पर आ गए हैं। ऐसे में रूस अपना आपा खो सकता है, जिसका परिणाम परमाणु युद्ध में तब्दील हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
रूस-यूक्रेन युद्ध को 1 वर्ष पूरे होने में सिर्फ 5 दिनों का वक्त शेष रह गया है। इस बीच पुतिन के सहयोगी व्लादिमिर सोलोविओव ने जेलेंस्की को ही नहीं, बल्कि ब्रिटेन को सबसे डरावनी धमकी दे डाली है। सोलोविओव ने कहा है कि यदि क्रीमिया पर यूक्रेन ने यूके की मिसाइल का इस्तेमाल किया तो ब्रिटेन को धूल में मिला दिया जाएगा।
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की एक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि यह युग युद्ध का युग नहीं है। उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और पुतिन के बीच बैठक हुई थी।
रूस ने यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन हमलों को फिर से तेज कर दिया है। रूसी सेना ने शुक्रवार तड़के पूर्वी और दक्षिणी यूक्रेन में ताबड़तोड़ तरीके से मिसाइल और ड्रोन हमले किए। यूक्रेनी सेना ने कहा कि रूस की सेना ने यूक्रेन के औद्योगिक पूर्व, विशेष रूप से लुहांस्क और दोनेत्स्क प्रांतों में भीषण बमबारी की।
रूस-यूक्रेन युद्ध के एक वर्ष पूरे होने को हैं। यूक्रेनी सेना डट कर रूस का मुकाबला कर रही है। युद्ध के मैदान में जाने के बाद दोबारा घर जीवित लौटने वाला हर फौजी बेहद सौभाग्यशाली ही कहा जाएगा, क्योंकि जिस युद्ध के मैदान में हर पल मौत बरसती हो, वहां से जिंदगी लेकर वापस आना किसी चमत्कार से कम नहीं है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़