ब्रिटेन ने रूस पर एक ऐसी गंभीर आशंका जाहिर की है, जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है। ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को दावा किया कि रूसी हैकर ब्रिटेन के अहम बुनियादी ढांचे को "बाधित या नष्ट" करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
रूसी मिसाइलों ने पूर्वी यूक्रेन के सोल्वियांस्क शहर मे कहर बरपाया है। मिसाइल के हमले से सोल्वियांस्क शहर के आवासीय इलाकों में 8 लोगों की मौत हो गई है।
यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस को हथियारों की सप्लाई करने की अमेरिकी और यूरोपीय चिंताओं के बाद चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने भरोसा दिलाया है कि वह रूस या यूक्रेन किसी भी पक्ष को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा। चीन का यह बयान विशेष रूप से अमेरिका और फ्रांस द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद सामने आया है।
यूक्रेन युद्ध के दौरान फरवरी 2022 में यूक्रेन छोड़कर अपने देश लौटे भारतीय छात्रों के लिए सबसे बड़ी खबर है। यूक्रेन ने सभी भारतीय छात्रों को अपने देश से ही परीक्षा दे सकने की अनुमति दे दी है। यानी सभी छात्र भारत में रहकर ही परीक्षा दे सकेंगे और डिग्री हासिल कर सकेंगे।
रूस- यूक्रेन युद्ध के 1 वर्ष बीत जाने के बाद यूक्रेनी सैनिक का सिर कलम किए जाने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इससे सनसनी फैल गई है। राष्ट्रपति जेलेंस्की भी बौखला गए हैं। हालांकि उन्होंने पहले वीडियो की सत्यता की जांच कराए जाने की बात कही है। इसके बाद यूक्रेन उचित प्रतिक्रिया देगा।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। जापारोवा ने मंगलवार को एक बैठक के दौरान विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को यह पत्र सौंपा।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को कहा कि रूस के साथ खड़े होने का मतलब इतिहास के गलत पक्ष के साथ होना है और उनका देश भारत के साथ घनिष्ठ संबंध चाहता है।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जापारोवा ने मंगलवार को नई दिल्ली में एक थिंक टैंक में कहा, "जब हमने रूसी सैनिकों की उनकी पत्नियों और माताओं के साथ बातचीत को इंटरसेप्ट किया तो पाया कि वे इस बारे में बात करते हैं कि यूक्रेनी घरों से क्या चुराया जाए।"
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री एर्मक के हवाले से कहा कि मुक्त कराए गए लोगों में यूक्रेनी सेना के जवान, राष्ट्रीय रक्षक व नौसेना के जवान और सीमा रक्षक शामिल हैं। मार्च 2022 से, रूस के साथ कैदियों की अदला-बदली के परिणामस्वरूप अब तक दो हजार से अधिक यूक्रेनी मुक्त किए गए हैं।
मंत्री द्वारा यह टिप्पणी इसलिए की गई है क्योंकि बार बार कीव पर रूस द्वारा हमले किए जा रहे हैं। बावजूद इसके अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत रूस के खिलाफ मतदान करने से दूर रहा है। रविवार को भारत पहुंची झापरोवा ने सोमवार को विदेश मंत्रालय में सचिव-पश्चिम संजय वर्मा से मुलाकात की।
फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोप को अमेरिका पर अपनी निर्भरता घटाने की सलाह दी है। चीन से मुलाकात के बाद मैक्रों के सुर बदले नजर आ रहे हैें। वे अमेरिका से अलग यूरोप का वजूद चाहते हैं, इसलिए इस तरह के बयान दिए हैं। इमानुएल मैक्रों तो ये भी चाहते हैं कि यूरोप ‘तीसरी शक्ति‘ बनकर उभरे, जिसका लीडर फ्रांस हो।
यूक्रेन की प्रथम उप विदेश मंत्री एमिन जपरोवा 9 अप्रैल से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रही हैं। वह ऐसे वक्त में भारत की यात्रा कर रही हैं, जब रूस के साथ यूक्रेन को युद्ध करते 1 वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है और अभी तक इसके खात्मे का कोई रास्ता दिखता नजर नहीं आ रहा।
रूस इसके लिए अपने जंगी फाइटर्स में से एक को लैजर वीपन्स के साथ लैस कर रहा है। इसकी खासियत यह होती है कि यह सैटेलाइट्स को तबाह करने में सक्षम होते हैं, जबकि धमाके की आवाज भी नहीं होती है।
रमजान के महीने में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा दी गई इफ्तार पार्टी में कई मुस्लिम नेता और प्रतिनिधि शामिल हुए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को क्रेमलिन के कब्जे वाले क्रीमिया में मुस्लिम अल्पसंख्यक तातार समुदाय के साथ रूस के बर्ताव की आलोचना की।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि अगर पश्चिमी देश रूस के अनाज निर्यात की बाधाओं को दूर करने में नाकाम रहते हैं तो मास्को उस समझौते से बाहर निकल सकता है जो यूक्रेनी अनाज को वैश्विक बाजारों में भेजने की अनुमति देता है।
रूस- यूक्रेन युद्ध को 1 वर्ष से अधिक हो चुके हैं, लेकिन इसके खात्मे के अभी तक कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस बीच पुतिन के विशेष सुरक्षा दस्ते के एक अधिकारी ने अपने राष्ट्रपति को तगड़ा झटका दिया है। यह अधिकारी पुतिन की खुफिया सुरक्षा सेवा में तैनात था। मगर युद्ध के दौरान ही अधिकारी ने पुतिन का साथ छोड़ दिया है।
रूस ने हाल ही में फैसला किया है कि वह बेलारूस में टैक्टिकल परमाणु हथियारों को तैनात करेगा। अब लुकाशेंको ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर पुतिन अंतरमहाद्वीपीय परमाणु मिसाइल को भी बेलारूस में तैनात कर सकते हैं। इस बयान के बाद से ही नाटो यानी पश्चिमी देश ही नहीं, अमेरिका को भी टेंशन हो गई है।
यूक्रेन के एक धर्मगुरु ने अपने ही देश के खिलाफ ऐसा अधर्म कर डाला कि यह बात पूरे देश को नागवार गुजरी। इसके बाद इस धर्मगुरु को अदालत के आदेश पर घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। आरोप है कि इस धर्मगुरु ने यूक्रेन पर रूस के हमले को बिल्कुल सही ठहराया है। इसके बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की भी आग बबूला हो गए।
तुर्की और ईरानी ड्रोन से तबाही के कई उदाहरण हाल के समय में देखने को मिले हैं। रूस और यूक्रेन की जंग में भी ड्रोन के इस्तेमाल से तबाही के उदाहरण देखने को मिले हैं। यही नहीं, आर्मीनिया और अजरबेजान के संघर्ष में भी ड्रोन की अहम भूमिका सामने आई है।
यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए बड़ी खबर है। केंद्र सरकार ने इन छात्रों की मदद करने का मन बना लिया है। केंद्र सरकार ने MBBS पास करने के लिए छात्रों को मौका देने के कहा है।
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