अमेरिका ने यूक्रेन को मिसाइलों का जखीरा उपलब्ध करवाया है। यूक्रेन ने इन मिसाइलों का उपयोग रूसी टारगेट को निशाने बनाने में किया है। खास बात यह है कि ये मिसाइलों लंबी दूरी की मारक क्षमता से लैस हैं।
रूस के साथ जंग में इस वक्त यूक्रेन सैन्य साजोसामान की कमी झेल रहा है। ऐसे में यूक्रेन की मदद के लिए ब्रिटेन ने बड़ी पहल की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है।
रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को हथियारों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को जल्द ही बड़ी मदद पहुंचाई जाएगी। इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ी बात कही है।
अमेरिका ने कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से रूस भड़क गया है। रूस ने साफ चेतावनी दी है कि यूक्रेन में और अधिक तबाही देखने के मिलेगी साथ ही लोगों की जान भी जाएगी।
यूक्रेन ने रूसी मिसाइल हमले में अपने 9 लोगों की मौत होने के बाद रूस के सबसे घातक बमवर्षक विमान को मार गिराने का दावा किया है। रूस का यह फाइटर जेट परमाणु हथियार भी ले जाने में सक्षम है। ऐसे में इस विमान का मार गिराया जाना रूस के लिए बड़ा झटका है। हालांकि रूसी अधिकारियों ने इसे तकनीकी दुर्घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन पर एक और बड़ा मिसाइल हमला किया है। बमवर्षकों से बरसाए गए बम में 3 बच्चों समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई है। कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
हथियारों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन ने अब रूस के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ दिया है। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन रूसी इलाकों में विस्फोटकों से लदे गुब्बारे छोड़ रहा है। यह ड्रोन से ज्यादा खतरनाक होते हैं और सुरक्षा एजेंसियों व ट्रैकिंग सिस्टम को चकमा देकर हमले को अंजाम दे सकते हैं। यह जीपीएस से लैस हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में यूक्रेन की स्थिति कमजोर पड़ती जा रही है। रूस के ताजा मिसाइल हमलों से यूक्रेन के चेर्निहाइव शहर में तबाही मच गई है। रूसी हमले में 17 लोगों की मौत हे गई है।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी से 150 किलोमीटर दूर चेर्निहाइव में मिसाइलों से हमला कर दिया। इसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 18 लोग घायल हो गए हैं। रूस लगातार यूक्रेनी क्षेत्रों पर बढ़त बनाता जा रहा है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
रूस ने यूक्रेन के साथ 2 वर्ष से अधिक समय से चल रहे युद्ध के बाद अब एक शांति मसौदा पेश किया है, जिसे वर्ष 2022 में ही तैयार किया गया था। हालांकि इसमें मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार कई बदलाव किए जाने का दावा है। रूस का कहना है कि यह मसौदा रूस-यूक्रेन शांति का आधार बन सकता है।
रूस की तरफ से यूक्रेन को पर लगातार घातक हमले किए जा रहे हैं। जंग के बीच हुए ताजा हमले में रूस ने यूक्रेन को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। रूसी सेना के हमले में यूक्रेन का एक पावर प्लांट ध्वस्त हो गया है।
रूस के साथ युद्ध में हथियारों और सैनिकों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन की संसद ने देश में सैन्य भर्ती का नया कानून बनाया है। इससे विवाद खड़ा हो गया है। यूक्रेन की संसद से पारित नए सैन्य भर्ती कानून के मुताबिक हर किसी को सेना में भर्ती होकर अपनी सेवा देना अनिवार्य कर दिया गया है।
वोवचानस्क, खारकीव क्षेत्र में सीमा के करीब स्थित एक कस्बा है। एक बयान के मुताबिक, वहीं यूक्रेन के हवाई रक्षा बलों ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात रूस द्वारा छोड़े गये 17 ड्रोन में से 14 को ध्वस्त कर दिया।
रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। अमेरिका ने रूस से युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियारों की बड़ी खेप भेजी है। मगर इनमें ज्यादातर हथियार ईरानी हैं। जबकि ईरान और रूस गहरे दोस्त हैं। ईरान अमेरिका का भी दुश्मन है। इसके बावजूद अमेरिकी रणनीति ईरानी हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
रूस ने यूक्रेन युद्ध के मैदान में उत्तर कोरियाई हथियारों का इस्तेमाल करके अमेरिका समेत पूरे पश्चिम को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका को इस बात से डर है कि रूस उन उत्तर कोरियाई हथियारों का यूक्रेन पर इस्तेमाल कर रहा है, जिसका किम जोंग ने अभी तक युद्ध के मैदान में परीक्षण नहीं किया था।
रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्कीव में मिसाइल हमले से कोहराम मचा दिया है। इस महले में खार्कीव में 6 लोगों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। हमले से कई गगनचुंबी इमारतें, भवन, मकान, दुकान और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए।
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद व्लादिमिर पुतिन के हाथ में दोबारा सत्ता आते ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया था, मगर अब जेलेंस्की की सेना ने रूस पर कर दिया सबसे बड़ा पलटवार। हालांकि रूस को इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यूक्रेन को सैनिक भेजे जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। अब रूस ने साफ कह दिया है कि अगर यूक्रेन में अपने सौनिकों को भेजा तो इससे फ्रांस के लिए ही समस्याएं पैदा होंगी।
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