जिस नाटो संगठन का सदस्य बनने के लिए यूक्रेन ने खुद को बर्बादी के बारूद पर रख दिया, अब वह उसका सदस्य नहीं बन पाएगा। यूक्रेन के सबसे बड़े मददगार अमेरिका ने ही कह दिया है कि रूस से युद्ध समाप्त होने के पहले यूक्रेन को इस संगठन का सदस्य नहीं बनाया जाएगा।
अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि भारत के रिश्ते रूस के साथ ऐसे हैं कि वह चाहे तो पुतिन से आग्रह करके यूक्रेन युद्ध को रोकवा सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल राष्ट्रपति पुतिन कब और किन परिस्थितियों में करेंगे, यह उन्होंने अब पूरी दुनिया को खुलकर बता दिया है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए उन्हें परमाणु हथियार चलाने की जरूरत नहीं है, मगर पश्चिमी देश और नाटो यूक्रेन को अपने सैनिक देते हैं तो यह संभव है।
यूक्रेन के लोग अपने जीवन में फूलों को बहुत अधिक महत्व देते हैं। रूस के साथ जंग के माहौल में भी यूक्रेन के लोग फूलों से अपने घरों को सजाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
रूस ने यूक्रेन पर 24 घंटे के अंदर भीषण पलटवार किया है। इस हवाई हमले में यूक्रेन के 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 36 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। इससे पहले यूक्रेन ने रूस पर ड्रोन हमला किया था, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग थमती हुई नजर नहीं आ रही है। इस बीच रूस के एक राजनयिक ने बड़ा दावा किया है। राजनयिक ने डोनबास और नोवोरोसिया क्षेत्र में मृतकों की संख्या को लेकर बड़ी बात कही है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच जेलेंस्की ने दौरान अग्रिम मोर्चे वाले इलाकों का दौरा किया है। इस बीच जेलेंस्की ने कहा है कि वो लापरवाह अधिकारियों से वह सख्ती से पेश आएंगे।
रूस ने कीव और खारकीव इलाके में बमबारी तेज कर दी है। इस हमले में कम से कम 3 लोग मारे गए हैं और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। साथ ही हमले से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई बहुमंजिला इमारतों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के लिए स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें 50 से ज्यादा देशों के राष्ट्राध्यक्ष और 100 प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की अपील पर भारत भी सम्मेलन में हिस्सा लेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जी7 से इतर इटली में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर फिर एक बड़ा बयान जारी किया। पीएम मोदी के बयान पर पूरी दुनिया की नजर बनी हुई थी। मोदी ने कहा कि शांति का मार्ग "संवाद और कूटनीति" से होकर गुजरता है।
जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और यूरोप ने रूस के खिलाफ एक बड़ा फैसला किया है। इसके मुताबिक यूरोप के साथ अमेरिका अपने देशों में रूस की उन संपत्तियों को जब्त रखेगा, जब तक कि पुतिन यूक्रेन पर हमले की क्षतिपूर्ति नहीं देते हैं।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन जल्द ही उत्तर कोरिया के दौरे पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि वह किम जोंग उन के साथ हथियारों की डील कर सकते हैं। किम ने पुतिन के आने की सूचना पाकर उनका पहले से ही स्वागत किया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। जंग के बीच यूक्रेन बड़े प्लान पर काम कर रहा है। यूक्रेन अपने दोस्तों से मिलने वाले एफ-16 लड़ाकू विमानों में से कुछ को विदेशी एयरबेस पर रख सकता है।
रूस की तरफ से यूक्रेन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। अब यूक्रेन ने रूस की तरफ से किए जा रहे हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। यूक्रेन की तरफ से किए गए घातक हमले के बाद रूस की नींद उड़ गई है।
अमेरिका और पश्चिमी देशों की मदद मिलने के बाद यूक्रेन युद्ध में फिर से उठ खड़ा हुआ है। यूक्रेन अब रूस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है। यूक्रेन ने ताजा हमले में रूस के कब्जे वाले क्षेत्र में 27 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है।
रूसी और अमेरिकी राजनयिकों के अनुसार यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ चुका है। इस दौरान परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित है। मगर पुतिन ने अब साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं ?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन के प्रेसिडेंट व्लादिमिर जेलेंस्की से माफी मांगी है। पेरिस के एक सम्मेलन के बाद बाइडेन ने जेलेंस्की से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि यह माफी वह यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति में अमेरिका की तरफ से हुई देरी के लिए मांग रहे।
रूस की तरफ से यूक्रेन पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। रूस की तरफ से किए हमलों के बाद यूक्रेन बैकफुट पर है। इस बीच अमेरिका एक बार फिर यूक्रेन को बड़ी मदद देने की तैयारी में है।
यूक्रेन युद्ध रोकवाने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की को अभी भी भारत से बड़ी उम्मीद है। जेलेंस्की ने इसके लिए पीएम मोदी से फोन पर बात की और उनसे स्विट्जरलैंड में यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल होने की अपील की। इसके साथ ही यूक्रेन आने के लिए आमंत्रित किया।
रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन को पश्चिमी हथियारों से एक बार फिर ताकत मिली है। यूक्रेन ने पश्चिमी मदद मिलने के लंबे समय बाद अब रूस के तेल डिपो पर बड़ा ड्रोन हमला किया है। यूक्रेनी हमले के बाद रूसी डिपो में आग लग गई और मौके से तेज काला धुआं उठता दिखाई दे रहा है।
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