अमेरिका के खुफिया अधिकारियों ने कहा है कि रूसी इंटेलिजेंस एजेंसी से ताल्लुक रखने वाले लोग मोल्दोवा सरकार को गिराने की मंशा के साथ प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
यूक्रेन पर रूस की आक्रमकता बिना किसी वजह की एक ऐसी घटना है, जो पश्चिमी देशों और चीन के साथ रूस के रिलेशन को फिर से एक अलग तरह से देखा जा रहा है। रूस-यूक्रेन में जारी जंग के कई और मायने भी हैं, जो सामने आ रहा है।
यूक्रेनी सेना को बखमुत में रखने के अपने फैसले का बचाव करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, यह हमारे लिए सामरिक की दृष्टि से अहम है, हम समझते हैं कि बखमुत के बाद वे आगे जा सकते हैं।
यूक्रे के पूर्वी और सामरिक दृष्टि से सबसे अधिक रणनीतिक शहर बखमुत में कई दिनों की भीषण जंग के बाद अब रूसी सेना जीत के करीब पहुंच चुकी है। रूस जल्द बखमुत पर कब्जे का दावा कर रहा है। वहीं यूक्रेन की सेना अभी भी बखमुत में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है और पीछे नहीं हटने की जिद पर अड़ी है।
एक वर्ष से चल रही रूस-यूक्रेन की लड़ाई अब बखमुत में अहम मोड़ पर आ गई है। यहां दोनों देशों के सैनिक अब बिलकुल आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इतना करीबी फाइट होने से यूक्रेनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा है। ऐसे में भाड़े की रूसी वैगनर सेना यूक्रेन पर भारी पड़ने लगी है।
ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस फोर्स चीफ ने बड़ी बात कह दी है। उन्होंने बता दिया है कि आखिर 'कब खत्म होगा रूस और यूक्रेन युद्ध', उन्होंने की ये भविष्यवाणी।
अमेरिका सांसद ने कहा, “रूसी आक्रामकता के संदर्भ में एक स्पष्ट नैतिक चुनौती खड़ी है और भारत स्पष्ट नैतिक मूल्यों पर आधारित देश के रूप में खुद पर गर्व करता है। मुझे लगता है कि (भारत) इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकता कि कभी न कभी उसे एक पक्ष चुनना पड़ेगा।”
यूक्रेन की सेना ने रूस पर सोमवार की आधी रात बड़ा ड्रोन हमला किया है। पूरी रात यूक्रेन ड्रोन हमला करता रहा और रूस उसे नाकाम करने में जुटा रहा। यह दावा स्वयं मास्को की ओर से किया गया है। मास्को का कहना है कि उसने रूसी क्षेत्र पर यूक्रेन के ड्रोन हमले को नाकाम कर दिया है।
अमेरिकी और यूरोपीय हथियारों के दम पर यूक्रेन ने करीब 1 वर्ष से रूस को जीत की दहलीज तक पहुंचने से रोक तो रखा है, लेकिन अब उसके लिए एक-एक दिन भारी पड़ रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच इस वक्त पूर्वी क्षेत्र में भीषण संघर्ष का दौर चल रहा है।
CIA के डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने रविवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यह ‘अति विश्वास’ दिलाया जा रहा है कि उनकी सेना में यूक्रेन को झुकाने की क्षमता है।
अमेरिकी जनरल ने चेतावनी दी है कि रूस आगामी कुछ दिनों में यूक्रेन पर खतरनाक हवाई हमला करने की फिराक में है। इसमें रूसी वायु सेना के सैकड़ों लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे।
एक साल से Russia-Ukraine War जारी है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मार्च या अप्रैल में मिल सकते हैं। वहीं अब यूक्रेन के राष्ट्रपति भी जिनपिंग से मिलने की तैयारी कर रहे हैं। जानिए क्या है ऐसा खास?
रूस-यूक्रेन युद्ध को आज एक साल पूरे हो गए। एक साल पहले रूस ने जिस घातक तरीके से यूक्रेन पर हमला किया था, तब ऐसा प्रतीत होता था कि यूक्रेन चंद दिनों में घुटने टेक देगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यूक्रेन ने डटकर रूस के हमले का सामना किया।
Russia-Ukraine War: संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के एक साल बीत जाने पर रूस को युद्ध खत्म करने को लेकर फिर प्रस्ताव पारित हुआ जिसमें 193 देशों में से 141 ने समर्थन दिया। भारत और चीन फिर दूर रहे।
यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है।
यूक्रेन पर हमला करना रूस की सबसे बड़ी रणनीतिक असफलता थी। यह युद्ध के 1 वर्ष पूरे होने के बाद सिद्ध हो गया है। जी-20 सम्मेलन में भाग लेने भारत आईं अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था लगातार अलग-थलग हो रही है।
यूक्रेनी सांसद ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान 'यह युद्ध का युग नहीं है' इसके लिए उनके आभारी हैं। आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य रूप से भारत की ताकत और क्षमताओं को देखते हुए हमें पूरा यकीन है कि रूस को यह संदेश सुनना होगा।
यूक्रेन युद्ध के 1 वर्ष पूरे होने से पहले ही दुनिया में पैदा हुई नई हलचलों ने सबके होश उड़ा दिए हैं। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के एक वर्ष पूरे हो जाएंगे। हमले की बरसी से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव की औचक यात्रा करके रूस का कड़ा संदेश देने का प्रयास किया।
राष्ट्र के नाम दिए गए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के संबोधन में यूक्रेन युद्ध के लिए सीधे अमेरिका और पश्चिम देशों को जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद चीन का भी वक्तव्य सामने आया है। चीन के विदेश मंत्री चिन गांग ने मंगलवार को कहा कि उनका देश रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष को समाप्त करने में भूमिका निभाना चाहता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध की बरसी से पहले कीव की यात्रा करके पश्चिमी देशों के अंदर एकजुटता का जोश भर दिया है। यही वजह है कि अब इटली भी यूक्रेन के समर्थन में आ गया है। राष्ट्रपति जो बाइडन के बाद अब इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी भी यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा करने वाली हैं।
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